सोसायटी फ्लैटों की बालकनी की दीवार पर रखे गमले, अब पहुँचा सकते हैं जेल!: नोएडा प्राधिकरण का सराहनीय कदम...जानें इस निर्णय के निहितार्थ
सोसायटी फ्लैटों की बालकनी की दीवार पर रखे गमले, अब पहुँचा सकते हैं जेल!

नोएडा: हाल ही में पुणे की एक हाईराइज़ सोसाइटी में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया। बालकनी से गिरा एक गमला सीधे नीचे खेल रहे मासूम पर आ गिरा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पूरे सिस्टम की नींद टूटी, अब इसको देखते हुए ही नोएडा प्राधिकरण ने अहम फैसला लेते हुए एक नया आदेश जारी कर दिया है।

गमला गिरा तो मालिक, AOA और बिल्डर पर चलेगा केस:

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नोएडा प्राधिकरण ने स्पष्ट कर दिया है कि अब किसी भी सोसाइटी की बालकनी की दीवार पर कोई गमला नहीं रखा जाएगा। अगर गमला गिरने से कोई दुर्घटना होती है तो जिम्मेदार सिर्फ एक नहीं, पूरा सिस्टम होगा—फ्लैट मालिक, अपार्टमेंट ओनर्स असोसिएशन (AOA) के अध्यक्ष और सचिव, और जहां AOA नहीं है, वहां बिल्डर पर एफआईआर दर्ज होगी, और कानूनी कार्रवाई होगी।

100 से ज्यादा टावर, लेकिन सेफ्टी नेट नदारद:

गौरतलब है कि नोएडा में सौ से अधिक रिहायशी सोसाइटीज हैं, जहां बहुमंजिला टावरों की भरमार है। लेकिन इनमें से अधिकतर टावरों की बालकनियों में सुरक्षा के लिए कोई नेट/ग्रिल नहीं लगाई गई है। लोग बालकनी की दीवार पर सजानें के लिए गमले रख देते हैं, जो  हवा के तेज चलनें से नीचें गिर जातें हैं। पुणे की घटना से पहले ऐसी कई घटनाएं नोएडा में हो चुकी हैं, जिसमें जान जानें का खतरा बना रहा।

AOA को सौंपा गया अलर्ट का जिम्मा:

जानकारी के अनुसार प्राधिकरण ने आदेश को लागू कराने की पूरी जिम्मेदारी AOA पे डाल दी है। हर सोसाइटी में नोटिस बोर्ड, वॉट्सऐप ग्रुप्स और एसएमएस के जरिए रेजिडेंट्स को सूचना दी जानी अनिवार्य कर दी गई है। अगर कोई फ्लैट मालिक आदेश की अवहेलना करता है, तो कार्रवाई सबसे पहले AOA पर ही होगी।

पाम वैली में भी हुई थी मौत, तब क्यों नहीं जागा प्रशासन? :

गौरतलब है कि पुणे की घटना से पहले ग्रेटर नोएडा की पाम वैली सोसाइटी में भी ऐसा ही हादसा हो चुका है, जहां गमले के नीचे रखी ईंट गिरने से 31 वर्षीय चित्रांशु रघुवंशी की मौत हो गई थी। लेकिन तब न कोई चेतावनी जारी हुई और न ही कोई सख्त कदम उठाया गया। अब जब पुणे की घटना ने मीडिया में हलचल मचाई, तब जाकर नोएडा प्राधिकरण हरकत में आया है।

FIR और जेल की होगी सम्भावना:

नोएडा प्राधिकरण ने यह साफ कर दिया है कि आदेश की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। न सिर्फ जुर्माना, बल्कि एफआईआर और जेल तक का रास्ता खुल सकता है। फ्लैट मालिकों के पास अब विकल्प है  या तो गमले हटा दें, या फिर FIR के चक्कर मे कोर्ट-कचहरी दौड़ना पड़ सकता है ।

नोएडा प्राधिकरण की चेतावनी जारी :

नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम. ने कहा कि :

"अब से सोसाइटी में गमला रखा तो कार्रवाई तय है। एक भी जान जोखिम में नहीं डालेंगे। सभी AOA और बिल्डर्स को कड़ा निर्देश दिया जा चुका है।

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