ईरान-इजराइल युद्ध पर लगा विराम!: क्या ट्रंप के ऐलान से 12 दिन में थमी जंग...1000 से ज्यादा मौतें...ईरान ने अमेरिकी एयरबेस पर भी दागी मिसाइलें?
ईरान-इजराइल युद्ध पर लगा विराम!

 तेहरान/तेल-अवीव/वाशिंगटन : पश्चिम एशिया में राहत की खबर आई है। ईरान और इजराइल के बीच 12 दिनों तक चले युद्ध के बाद अब युद्धविराम (सीज़फायर) पर सहमति बन गई है। यह घोषणा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रुथ सोशल” पर की। उनका कहना था, "यह युद्ध अब समाप्त माना जाएगा।" लेकिन यह बयान तब आया जब तेहरान ने कतर स्थित अमेरिकी बेस पर मिसाइलें दाग दी थीं और इस्राइल ने ईरानी सैन्य ठिकानों पर जवाबी हमले किए थे। इसी बीच ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने पहले किसी भी समझौते से इनकार किया, लेकिन 4 बजे के बाद दोनों पक्षों की गोलाबारी थमी और सुबह 7:30 बजे से युद्धविराम प्रभावी हुआ।

कैसे शुरू हुआ था यह टकराव? :

आपको बता दें कि एक दिन पहले अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों (नतांज, फोर्डो, इस्फाहान) पर हमला किया था। इसके जवाब में ईरान ने अमेरिका के कतर, इराक और सीरिया में मौजूद सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागीं। इस बीच ईरान और इजराइल के बीच सीधा युद्ध शुरू हो गया।

ट्रंप के युद्धविराम एलान के बाद भी हमले जारी रहे :

गौरतलब है कि ट्रंप ने जैसे ही सीजफायर का एलान किया, ईरान ने इजराइल पर आखिरी बार मिसाइल हमला किया, जिसमें 4 लोगों की मौत हुई। इसके जवाब में इजराइल ने ईरान के कई शहरों में हवाई हमले किए, जिससे भारी नुकसान हुआ।

12 दिनों की तबाही में 1,000 से ज्यादा लाशें :

ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स के अनुसार ईरान में मरने वालों की संख्या 974 और घायलों की संख्या 3,458 रही। वहीं इजराइल में मरने वाले 30 और घायल1,000+ रहें। इस संघर्ष में तेहरान के सरकारी ठिकाने, सैन्य कमांड सेंटर, मिसाइल लांच साइट्स, तेल टर्मिनल्स और एयरफील्ड्स को भारी नुकसान हुआ। वहीं इस्राइल के भी कई सैन्य बेस और तेल रिफाइनरियों पर ईरान की मिसाइलें गिरीं।

इजराइल ने क्या कहा? :

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल ने ईरान के खिलाफ अपने सभी युद्ध लक्ष्य पूरे कर लिए हैं। इजराइल ने ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम, सैन्य ठिकानों और एयर स्पेस को भारी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा, “अगर युद्धविराम का उल्लंघन हुआ तो जवाब बहुत कठोर होगा।”

ईरान की तरफ से क्या हुआ? :

गौरतलब है कि शुरुआत में ईरान ने किसी भी सीज़फायर समझौते से इनकार किया। लेकिन बाद में ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि अगर इस्राइल सुबह 4 बजे से पहले हमले बंद कर दे, तो ईरान भी हमला नहीं करेगा। अंततः सुबह 7:30 बजे से युद्धविराम प्रभावी हो गया।

ट्रंप की सीजफायर की अपील :

विदित है कि ट्रंप ने सुबह सोशल मीडिया पर कहा कि “युद्ध विराम अब प्रभावी है। कृपया इसका उल्लंघन न करें।” उन्होंने इस लड़ाई को “12 दिवसीय युद्ध” बताया जिसकी तुलना 1967 के छह दिवसीय युद्ध से की जा रही है।

क्या ये ‘तीसरे विश्व युद्ध’ का जनक बनने वाला था? :

गौरतलब है कि कतर, सीरिया और इराक में मौजूद अमेरिकी सैन्य अड्डों पर ईरान का सीधा हमला ये संकेत था कि ईरान अब पीछे नहीं हटेगा। दुनिया की बड़ी ताकतें, रूस-चीन, अब खुलकर अमेरिका की नीतियों को चुनौती दे रही हैं। लेकिन ट्रम्प के युद्ध रोकने के एलान के बाद लग रहा शायद शांति बनी रहे।

दोनों देशों ने भले ही युद्धविराम स्वीकार कर लिया हो, लेकिन तनाव अभी खत्म नहीं हुआ है। इजराइल ने साफ किया है कि वह स्थिति बिगड़ने पर फिर से कार्रवाई करेगा। ईरान ने भी चेतावनी दी है कि अगर उसके खिलाफ उकसाया गया, तो जवाबी कार्रवाई होगी।

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