तेहरान/येरुशलम : पश्चिम एशिया में 12 दिन से जारी इजराइल और ईरान के बीच जंग आखिरकार थम गई है, लेकिन सीजफायर के बाद भी दोनों देशों की जुबानी जंग जारी है। एक तरफ इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने "ऐतिहासिक जीत" का दावा करते हुए कहा, "हम शेर की तरह उठे और हमारी दहाड़ से तेहरान हिल गया"। वहीं, दूसरी तरफ ईरान ने साफ कर दिया कि वह अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम किसी भी कीमत पर नहीं रोकेगा।
नेतन्याहू बोले: "यह जीत पीढ़ियों तक याद रखी जाएगी!" :
आपको बता दें कि सीजफायर की घोषणा के बाद इजराइली पीएम नेतन्याहू ने कहा कि : “हमने ईरान को बता दिया कि इजराइल को चुनौती देना क्या होता है। यह युद्ध नहीं, एक चेतावनी थी और हम विजयी होकर लौटे हैं।”
ईरान ने भी मनाया विक्ट्री सेलिब्रेशन :
गौरतलब है कि उधर ईरान की राजधानी तेहरान में भी विक्ट्री सेलिब्रेशन मनाया गया। वहां की सरकार ने कहा कि “हमारी जड़ें मजबूत हैं, और न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी किसी दबाव में नहीं रुकेगी।”
अमेरिका का हमला बेअसर? सीएनएन और न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट से मचा बवाल :
आपको बता दें कि CNN और न्यूयॉर्क टाइम्स की एक गुप्त रिपोर्ट के हवाले से दावा किया गया कि अमेरिकी हमलों के बावजूद ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम केवल कुछ महीनों के लिए ही पीछे हुआ है। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने इस रिपोर्ट को फर्जी करार देते हुए कहा कि : “यह सब झूठ है। सीएनएन और न्यूयार्क टाइम्स की खबरें फेक न्यूज हैं।”
अमेरिकी विदेश मंत्री बोले: “ईरान अब परमाणु बम से मीलों दूर” :
विदित है कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिकी हवाई हमलों से ईरान के न्यूक्लियर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने पॉलिटिको मैगजीन से बात करते हुए दावा किया कि : "ईरान अब परमाणु हथियार बनाने से कोसों दूर है, और हमारी रणनीति सफल रही है।”
अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी से सहयोग रोकेगा ईरान :
आपको बता दें कि ईरान ने पलटवार करते हुए IAEA (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) से सहयोग पर अस्थायी रोक लगाने का ऐलान किया। अब ईरान में किसी भी न्यूक्लियर साइट पर आने से पहले IAEA को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद से इजाजत लेनी होगी।
BRICS व रूस की चेतावनी - यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन :
गौरतलब है कि BRICS समूह और रूस ने संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका और इजराइल के हमलों की कड़ी निंदा की। BRICS ने बयान जारी कर कहा कि : “IAEA की निगरानी में चल रहे प्रोजेक्ट पर हमला अंतरराष्ट्रीय कानून और UN चार्टर का सीधा उल्लंघन है।” रूस के राजदूत वासिली नेबेंज्या ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि : “हम अमेरिका और इजराइल की इस सैन्य आक्रामकता को खारिज करते हैं। ईरान का एटमी प्रोग्राम शांतिपूर्ण है, इसे धमकी से नहीं रोका जा सकता।”
इजराइल के पास हथियारों की कमी, NBC रिपोर्ट में खुलासा :
NBC न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, 12 दिन की लड़ाई के बाद इजराइल a की से-बारूद और खास मिसाइलों की भारी किल्लत झेल रही है। हालांकि, इजराइली सरकार ने इस पर अब तक कोई ऑफिसियल बयान जारी नहीं किया है।
ईरान में तीन जासूसों को फांसी :
जंग के दौरान ईरान ने इजराइल के लिए जासूसी के आरोप में 3 लोगों को फांसी पर लटका दिया। यह पिछले एक हफ्ते में जासूसी से जुड़े मामलों में तीसरा मामला है।
सीजफायर तो हो गया, लेकिन दुनिया के सबसे खतरनाक तनाव बिंदुओं में एक ईरान और इजराइल के बीच जंग का तनाव अब भी बरकरार है। इजराइल, ईरान ट्रंप सभी अपने-अपने दावों के साथ खड़े हैं। क्या दुनिया एक और वॉर मोड की ओर बढ़ रही है? आने वाले हफ्ते तय करेंगे कि ये जंग थमी है या सिर्फ स्थगित हुई है।