यीडा सिटी में निवेश की बाढ़!: 15 दिन में आया 11,818 करोड़ का निवेश, होगा 35,000 नौकरियों का सृजन; सेमीकंडक्टर से लेकर ट्रैक्टर तक...
यीडा सिटी में निवेश की बाढ़!

 ग्रेटर नोएडा: यीडा सिटी में पैसों की बारिश हो रही है! मात्र 15 दिनों में 11,818 करोड़ रुपये का जबरदस्त निवेश दर्ज किया गया है। नामी गिरामी कंपनियों की होड़ मच चुकी है, ज़मीनें बुक हो चुकी हैं और निर्माण कार्य की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। आने वाले महीनों में यीडा सिटी देश के सबसे तेज़ी से उभरते औद्योगिक हब्स में शुमार हो सकती है।

फॉक्सकॉन और एस्कॉर्ट्स की एंट्री ने मचाया तहलका:

रिपोर्ट के अनुसार निवेश की इस सुनामी में सबसे बड़ा नाम दो दिग्गज कंपनियों का है- 

पहली है फॉक्सकॉन ग्रुप की वामा सुंदरी, जो सेमीकंडक्टर यूनिट के लिए 3700 करोड़ रुपये लगा रही है।

वहीं दूसरी एस्कॉर्ट ग्रुप, जो ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पर 4500 करोड़ रुपये झोंक रहा है।

दोनों कंपनियों को ज़मीन भी आवंटित हो चुकी है। यानी इनके कार्य को शुरू करनें के सारी बाधा खतम कर दी गयी है।

कौन-कौन सी कंपनियां, क्या-क्या बनाएंगी?:

आइए जानतें हैं कौन सी प्रमुख कम्पनियां किनका उत्पादन करने वाली है।

●फ्यूजी – यह कंपनी प्री-कास्ट कंक्रीट प्रोडक्ट्स बनाएगी, इसके साथ ही 6000 लोगों को नौकरियां देगी।

● टीआई मेडिकल कम्पनी डायलिसिस और एनेस्थीसिया किट्स लाएगी।

●हैवल्स कम्पनी  फैन, कूलर, लाइटिंग, केबल्स का प्रोडक्शन शुरू करेगी।

●पाइन वैली – रेडीमेड गारमेंट्स और एसेसरीज़ बनाएगी

●मिंडा कॉर्पोरेशन –ऑटो पार्ट्स यूनिट लगाएगी, स्विच, स्टीयरिंग लॉक का उत्पादन होगा।

रोजगार देने में भी आगे ये कम्पनियां:

गौरतलब है कि इन सभी निवेशों से 30,000 से 35,000 लोगों को सीधा या परोक्ष रूप से रोजगार मिलने की संभावना जताई गई है।

सिर्फ फ्यूजी कंपनी ही 6000 लोगों को नौकरी देने का दावा कर रही है।
वहीं एस्कॉर्ट्स भी 5000 नौकरियों की पेशकश कर चुका है।
पाइन वैली भी पीछे नहीं, 6000 युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है।

ग्रेटर नोएडा बन रहा है देश का अगला इंडस्ट्रियल सुपरपावर :

यीडा के आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि यहां सिर्फ योजनाएं नहीं, ज़मीन पर भी काम हो रहा है।
सेक्टर 10, 24 और आसपास के इलाके तेज़ी से नए भारत की औद्योगिक रीढ़ बनने की दिशा में बढ़ रहे हैं।

क्यों खास है ये निवेश? :

आपको बता दें कि वैसे और भी निवेश कार्य यीडा में हुए है लेकिन इस बार का निवेश काफी खास है क्योंकि  
 यीडा नें रिकॉर्ड टाइम में जमीन आवंटन किया, साथ ही  मात्र कुछ ही दिनों में प्लॉट एलॉटमेंट की प्रक्रिया पूरी की।

वहीं बिना रुकावट मंज़ूरी के लिए एकल खिड़की प्रणाली (Single Window System) से त्वरित स्वीकृतियां प्रदान की।

जाने क्या है यीडा?

यमुनाएक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority - YEIDA) का गठन 11 अप्रैल 2001 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया गया था। इसका उद्देश्य यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों ओर के क्षेत्रों में सुनियोजित औद्योगिक, आवासीय, वाणिज्यिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देना है। यह प्राधिकरण ग्रेटर नोएडा से लेकर आगरा तक फैले क्षेत्र में विकास की बड़ी योजनाओं को लागू करता है, जिनमें जेवर एयरपोर्ट, फिल्म सिटी, इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर और सेमीकंडक्टर हब जैसे मेगा प्रोजेक्ट शामिल हैं।

यीडा सिटी – उत्तर भारत का अगला ‘सिलिकॉन वैली’ :

अगर सेमीकंडक्टर यूनिट और मेडिकल इकाइयां वक़्त पर शुरू होती हैं, तो यीडा सिटी सिर्फ ग्रेटर नोएडा का नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत का टेक्नोलॉजी हब बन सकता है।
फॉक्सकॉन जैसी ग्लोबल कंपनी की एंट्री इसका संकेत है कि निवेशकों का भरोसा अब बदल चुका है।

अन्य खबरे