यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे बनेगा 100 मीटर चौड़ा ग्रीन कॉरिडोर!: 692 करोड़ रुपये का बजट पास, पर्यटकों को मिलेगा नया डेस्टिनेशन...जानें क्या रहेगी खास सुविधाएँ?
यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे बनेगा 100 मीटर चौड़ा ग्रीन कॉरिडोर!

नोएडा: यमुना एक्सप्रेसवे अब सिर्फ सफर का जरिया नहीं, बल्कि एक इंटरनेशनल टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनने जा रहा है! यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने 100 मीटर चौड़ी और 38 किमी लंबी 'ग्रीन बेल्ट मेगा प्रोजेक्ट' को हरी झंडी दे दी है। करीब 700 करोड़ रुपये खर्च कर इस ग्रीन बेल्ट को लंदन और सिंगापुर जैसी भव्यता के साथ तैयार किया जाएगा – जिसमें म्यूरल्स, म्यूजिकल फाउंटेन, वाटर बॉडीज़, थीम गार्डन और सांस्कृतिक स्मारकों के मिनिएचर तक शामिल होंगे।

यह ग्रीन बेल्ट क्यों है खास? :

आपको बता दें कि यह ग्रीन बेल्ट परियोजना निम्नलिखित कारणों से बहुत खास है।

●लंबाई व चौड़ाई: 38 किमी लंबी और 100 मीटर चौड़ी

●लोकेशन: सेक्टर-17 से लेकर जेवर एयरपोर्ट तक

●बजट: ₹700 करोड़ (प्रथम चरण), ₹692 करोड़ (ग्रीनबेल्ट-सिटी फेज़)

'नोएडा एंट्री प्वाइंट' पर दिखेगी कल्चरल वॉल :

गौरतलब है कि गलगोटिया यूनिवर्सिटी से लेकर जेवर एयरपोर्ट तक जाने वाली सड़क पर शहर के प्रवेश बिंदु को एक "कल्चरल वॉल" के रूप में सजाया जाएगा, जहां रंगीन लाइटिंग, खानपान की स्टॉल्स, झंडों और दीयों से सजी सड़कों पर लोग रुककर तस्वीरें खींच सकेंगें।

अंतरराष्ट्रीय निवेश और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा:

जानकारी के अनुसार इस ग्रीन बेल्ट के विकसित होते ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक की यात्रा एक विजुअल ट्रीट बन जाएगी।
विदेश से आने वाले पर्यटक सीधे एक्सप्रेसवे से उतरकर जब इस ग्रीन कॉरिडोर से गुजरेंगे, तो उन्हें बदले भारत की झलक देखनें को मिलेगी। यह सिर्फ एक हरित परियोजना नहीं, बल्कि ‘उत्तर प्रदेश’ को दुनिया के सामने ब्रांड के रूप में पेश करने की सबसे बड़ी कोशिशों में से एक है।

नक्शा बदलने वाली होंगी सुविधाएं:

गौरतलब है कि यीडा द्वारा तैयार हो रहे इस परियोजना में कई सुविधाएं होंगी जो शहर का नक्शा बदल देंगीं।जैसे सोलर स्ट्रीट लाइट्स, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग,जैविक खाद संयंत्र,इंटरनैशनल लैंडस्केपिंग के साथ साइकल व वॉकिंग ट्रैक भी होगा। रिपोर्ट के अनुसार यहां ओपन थिएटर, पिकनिक स्पॉट्स, किड्स जोन भी रहेगा।

भारत में विदेश का एहसास :

आपको बता दे कि YEIDA के CEO डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा कि:

 "हम यीडा सिटी को इंटरनेशनल पहचान दिलाना चाहते हैं। यह सिर्फ एक ग्रीन बेल्ट नहीं, बल्कि भविष्य का पर्यटन हब होगा जहां लोग कहेंगे – वॉव, क्या ये इंडिया है?"

इसमें ताजमहल, कुतुब मीनार, चारधाम, राम मंदिर जैसे राष्ट्रीय गौरव के मिनिएचर भी लगाए जाएंगे, ताकि देशी-विदेशी पर्यटक भारतीय संस्कृति की झलक यहाँ उतरते ही देख सकें।

क्यों है ये प्रोजेक्ट गेमचेंजर? :

रिपोर्ट के अनुसार यहां जेवर एयरपोर्ट के यात्रियों के लिए पहला इंप्रेशन ये ग्रीन कॉरिडोर बनेंगें। वहीं इंटरनेशनल लेवल इंफ्रास्ट्रक्चर विदेशी निवेशकों को आकर्षित करेगा। यहां पर्यावरण संरक्षण और स्मार्ट सिटी प्लानिंग का अनोखा संगम होगा। इस प्लानिंग से नोएडा-जेवर की जमीनों की वैल्यू में भारी उछाल की संभावना है।

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