प्रयागराज: उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती-2023 में एक नई चुनौती के सामने आ गई है। इस बार भर्ती प्रक्रिया का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट तक पहुँच गया है। गौरतबल है कि 60,244 पदों के सापेक्ष चल रही भर्ती में मेडिकल परीक्षण के लिए पदों के बराबर ही अभ्यर्थी बुलाए जा रहे हैं। इस पर आपत्ति जताते हुए बिजनौर निवासी रोहित कुमार ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
इस वजह हाइकोर्ट पहुंचे उम्मीदवार
रोहित का कहना है कि मेडिकल परीक्षण में कई उम्मीदवार फेल हो सकते हैं और यदि सिर्फ 60,244 अभ्यर्थियों को ही मेडिकल के लिए बुलाया गया तो सभी पद भरने संभव नहीं होंगे। नियम के अनुसार जो अभ्यर्थी मेडिकल में फेल हो जाते हैं उनकी सीटें कैरी फॉरवर्ड हो जाती हैं और अगली भर्ती में भरी जाती हैं। इससे वर्तमान भर्ती के कई पद खाली रह जाने का खतरा है।
याचिका में यह भी कहा गया है कि प्रतीक्षा सूची (वेटिंग लिस्ट) का कोई प्रावधान नहीं होने से जो योग्य अभ्यर्थी पीछे रह जाएंगे उन्हें कोई दूसरा मौका नहीं मिलेगा। इस पर हाईकोर्ट में अगले सप्ताह सुनवाई हो सकती है। इस समय यूपी पुलिस की ओर से मेडिकल टेस्ट की प्रक्रिया जारी है।
आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों ले लिए जारी होगी अतिरिक्त चयन सूची!
इसी भर्ती से जुड़ी एक और याचिका पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पुलिस भर्ती बोर्ड को निर्देश दिया है कि वह आरक्षित वर्ग (OBC, SC, ST आदि) के अभ्यर्थियों के लिए अतिरिक्त चयन सूची जारी करने पर 6 हफ्ते में फैसला ले।
कन्नौज निवासी आदित्य कुमार ने याचिका दायर कर बताया कि उन्होंने पिछड़ा वर्ग के लिए तय कटऑफ 216.58 अंकों से ज्यादा, यानी 218.5 अंक प्राप्त किए थे, फिर भी उन्हें चयन से बाहर कर दिया गया। याची के वकील ने तर्क दिया कि बोर्ड ने नार्मलाइजेशन स्कोर घोषित किए बिना उम्मीदवारों को चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया, जो भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाता है।
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती में कुल पद
उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती के तहत कुल 60,244 पदों पर नियुक्ति की जानी है। वर्गानुसार इतने पद हैं उपलब्ध:
सामान्य (General) - 24,102 पद
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) - 6,024 पद
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) - 16,264 पद
अनुसूचित जाति (SC) - 12,650 पद
अनुसूचित जनजाति (ST) - 1,204 पद
भर्ती प्रक्रिया की का संक्षिप्त विवरण
भर्ती के लिए अक्टूबर 2023 में विज्ञापन जारी किया गया था जिसके बाद लिखित परीक्षा 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त 2024 को 10 पालियों में आयोजित की गई थी।
परीक्षा में कुल 150 प्रश्न पूछे गए थे। हर प्रश्न के लिए 2 अंक निर्धारित थे यानी परीक्षा कुल 300 अंकों की थी।
नेगेटिव मार्किंग भी थी, हर गलत उत्तर पर 0.25 अंक काटे जाते थे।
लिखित परीक्षा के परिणामों के आधार पर कुल 1,74,316 अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट (PET/PST) के लिए बुलाया गया था जो पदों के लगभग तीन गुना थे।
इसके बाद 10 फरवरी से 27 फरवरी 2025 के बीच शारीरिक दक्षता परीक्षा कराई गई।
शारीरिक परीक्षा के बाद उम्मीदवारों के नॉर्मलाइज्ड स्कोर और आरक्षण के नियमों को ध्यान में रखते हुए फाइनल मेरिट लिस्ट तैयार की गई थी।
अंत में मेडिकल परीक्षा के लिए उपलब्ध पदों के बराबर ही उम्मीदवारों को बुलाया गया है।
अब मेडिकल परीक्षा के दौरान फिर से सवाल उठ रहे हैं कि अगर मेडिकल में बड़ी संख्या में उम्मीदवार फेल हो गए तो भर्ती अधूरी रह जाएगी। इसी को लेकर कोर्ट में मांग उठी है कि मेडिकल के लिए ज्यादा अभ्यर्थी बुलाए जाएं ताकि सभी रिक्तियां समय पर भर सकें।