कानपुर : उत्तर प्रदेश में पहली बार वाई-फाई और 4G डुअल SIM वाले स्मार्ट मीटर कानपुर में लगाए जा रहे हैं। इस नई तकनीक से बिजली चोरी पर पूरी तरह रोक लगेगी, साथ ही उपभोक्ताओं को बिल भरने में नेटवर्क की समस्या नहीं आएगी। 24,000 स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हो चुका है, जो हर वक्त ऑनलाइन और एक्टिव रहेंगें, जिसे एक साल में पूरा कर लिया जाएगा। जानें क्या है नए स्मार्ट मीटर की खासियत?
1. 4G डुअल सिम तकनीक:
आपको बता दें कि इस स्मार्ट मीटर में जियो और एयरटेल जैसे दो नेटवर्क का सपोर्ट करेगा यदि एक सिम का नेटवर्क डाउन हुआ, तो दूसरा तुरंत एक्टिव हो जाएगा। इससे मीटर कभी नेटवर्क से डिस्कनेक्ट नहीं होगा।
2. वाईफाई हॉटस्पॉट बटन:
विदित है कि रिचार्ज में दिक्कत आए तो मीटर का बटन दबाइए, अपने मोबाइल को मीटर से कनेक्ट कीजिए और तुरंत रिचार्ज कर दीजिए। अब इससे ये आसान सुविधा भी मिलने वाली है।
3. बिजली चोरी की रिपोर्टिंग ऑटोमैटिक:
आपको बता दें कि अब कोई भी छेड़छाड़ या चोरी की कोशिश सीधे केस्को की वेबसाइट और एप पर ऑटोमैटिक रिपोर्ट हो जाएगी।
4. हर 10-15 मिनट पर अपडेट:
विदित है कि उपभोक्ता KESCo की वेबसाइट या एप पर जाकर हर 10 से 15 मिनट में अपनी बिजली खपत की जानकारी देख सकता है। इससे रियल टाइम जानकारी उपभोक्ताओं को हर समय उपलब्ध रहेगी।
क्यों जरूरी था यह अपग्रेड?
गौरतलब है कि पुराने स्मार्ट मीटर में 2G नेटवर्क की वजह से कनेक्टिविटी दिक्कतें आती थीं। इससे अलर्ट मैसेज न आना, ऑटो डिस्कनेक्शन जैसी शिकायतें आम थीं। इसके साथ ही बिजली चोरी को रोकने के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी की जरूरत थी।
कहाँ लग रहे हैं नए मीटर?
विदित है कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर के तहत सिविल लाइंस और माल रोड में पहले चरण में मीटर लगाए जा रहे हैं। अगले 1.5 साल में शहर के 7.5 लाख उपभोक्ताओं तक यह सुविधा पहुँचाई जाएगी।
क्या कहते हैं अधिकारी?
विदित है कि पंकज कुमार, एक्सईएन, स्मार्ट मीटरिंग, केस्को ने इस मामले में कहा कि "नए स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी पूरी तरह बंद होगी। यह प्रीपेड सिस्टम पर काम करेगा और उपभोक्ताओं को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।"
जनता की बड़ी राहत :
गौरतलब है कि इस स्मार्ट मीटर से जनता को बड़ी राहत मिलेगी, अब रिचार्ज करने में आसानी होगी, नेटवर्क की चिंता खत्म हो जाएगी, साथ ही बिलिंग में पारदर्शिता रहेगी और रियल टाइम ट्रैकिंग किया जा सकेगा, साथ ही ऑनलाइन पूरी जानकारी हमेशा उपलब्ध रहेगी।
कानपुर अब बना देश का पहला शहर जहां इतने बड़े स्तर पर स्मार्ट, वाईफाई से लैस, डुअल सिम वाले स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इससे न केवल उपभोक्ताओं को सटीक बिल मिलेगा बल्कि बिजली विभाग को चोरी रोकने में भी बड़ी मदद मिलेगी। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ बिजली चोरी रोकेगा, बल्कि उपभोक्ताओं को ट्रांसपेरेंट और हाई-टेक सुविधा भी देगा। अगर यह पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा, तो पूरे उत्तर प्रदेश में इस तकनीक को लागू किया जा सकता है।