अहमदाबाद प्लेन क्रैश की रोंगटे खड़े करने वाली रिपोर्ट!: टेकऑफ के 30 सेकेंड में दोनों इंजन बंद...पायलट ने पूछा - तुमने फ्यूल बंद किया? आया ये भयावह जवाब
अहमदाबाद प्लेन क्रैश की रोंगटे खड़े करने वाली रिपोर्ट!

अहमदाबाद : एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 हादसे पर एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की 15 पन्नों की प्रारंभिक रिपोर्ट ने रोंगटे खड़े कर देने वाले तथ्यों का खुलासा किया है। 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही इस फ्लाइट में महज 30 सेकेंड के भीतर दोनों इंजन बंद हो गए और विमान एक मेडिकल हॉस्टल से टकरा गया। हादसे में 270 लोगों की दर्दनाक मौत हुई, जिनमें 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। सिर्फ एक व्यक्ति चमत्कारिक रूप से जीवित बचा।

दोनों इंजन एक-एक सेकेंड के भीतरबंद हुए :

आपको बता दें कि जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि टेकऑफ के कुछ सेकेंड बाद ही विमान के फ्यूल स्विच एक-एक कर बंद हो गए, जिससे दोनों इंजन बंद हो गए। कॉकपिट रिकॉर्डिंग में पायलट एक-दूसरे से पूछते सुने गए – "क्या तुमने स्विच बंद किया?" जवाब आया – "मैंने नहीं किया।" यह संवाद इस पूरे हादसे की भयावहता को उजागर करता है।

पायलटों ने की आखिरी कोशिश, लेकिन नहीं बचा सके विमान :

गौरतलब है कि रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों इंजन बंद होने के बाद पायलटों ने उन्हें दोबारा स्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन विमान बहुत कम ऊंचाई पर था और समय नहीं मिल पाया। इंजन 1 आंशिक रूप से स्टार्ट हुआ लेकिन इंजन 2 चालू नहीं हो सका। विमान सिर्फ 32 सेकेंड के लिए हवा में रहा और फिर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

मेडे कॉल हुआ, पर मदद नहीं पहुंची :

विदित है कि पायलट ने टेकऑफ के तुरंत बाद 190 मीटर (625 फीट) की ऊंचाई पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल को 'मेडे कॉल' भेजा था, जो आपातकालीन संदेश होता है, लेकिन इतने कम समय में कोई कार्रवाई संभव नहीं हो सकी।

मौसम साफ, पायलट अनुभवी, फ्यूल में कोई खराबी नहीं :

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जांच रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि उस वक्त मौसम एकदम साफ था, विजिबिलिटी अच्छी थी, और न तो बर्ड हिटिंग हुई, न कोई तकनीकी चेतावनी मिली। दोनों पायलट मेडिकली फिट थे और अनुभवी थे – कैप्टन के पास 15 हजार घंटे और को-पायलट के पास 3400 घंटे की उड़ान का अनुभव था। फ्यूल की जांच में भी कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई।

रैम एयर टर्बाइन ने दिखाई अंतिम कोशिश की उम्मीद :

गौरतलब है कि जैसे ही इंजन बंद हुए, विमान की रैम एयर टर्बाइन (RAT) खुल गई – यह एक प्रोपेलर जैसी डिवाइस है जो हवा की ताकत से घूमकर थोड़ी बिजली और हाइड्रॉलिक पावर उत्पन्न करती है। यह केवल आपातकाल की स्थिति में खुलती है और यह बताती है कि विमान की मुख्य पावर पूरी तरह फेल हो चुकी थी।

बोइंग का बयान - हम सहयोग कर रहे :

विदित है कि हादसे के बाद बोइंग कंपनी ने बयान जारी कर कहा – "हमारी संवेदनाएं सभी पीड़ितों और उनके परिजनों के साथ हैं। हम जांच एजेंसियों और अपने कस्टमर (एयर इंडिया) के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं।"

कई सवाल अब भी बाकी...

आपको बता दें कि अब भी कई ऐसे सवाल है जिसका जवाब आना बाकी है जैसे: 

●आखिरकार फ्यूल स्विच कैसे बंद हुए?

●क्या यह तकनीकी गलती थी या पायलट एरर?

●क्या विमान के डिजाइन में कोई बड़ी खामी है?

AAIB ने कहा है कि यह केवल प्रारंभिक रिपोर्ट है और विस्तृत जांच अभी जारी है। लेकिन शुरुआती संकेत इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि टेकऑफ के तुरंत बाद फ्यूल स्विच बंद होने से ही यह भीषण त्रासदी घटी। यह हादसा भारत के विमानन इतिहास के सबसे बड़े रहस्यों में शामिल हो चुका है।

अन्य खबरे