AC टेम्परेचर को लेकर, पर्यावरण मन्त्री का बड़ा ऐलान!: 20-28℃ तापमान सेट करने का नियम अभी नहीं, इस वर्ष के बाद संभव?
AC टेम्परेचर को लेकर, पर्यावरण मन्त्री का बड़ा ऐलान!

नई दिल्ली : गर्मियों में ठंडी हवा की चाह रखने वालों के लिए राहत की खबर है। सरकार ने फिलहाल AC के तापमान पर कोई सख्त नियम लागू करने से इनकार कर दिया है। यानी अब आप अपने एयर कंडीशनर को 20 डिग्री से कम पर चलाना चाहते हैं  तो बेहिचक चलाइए, सरकार रोक नहीं लगाने वाला है। जहां एक तरफ बिजली मंत्री ने कहा था कि AC का तापमान 20℃ से 28 डीग्री के बीच अनिवार्य कर दिया जाएगा, वहीं अब पर्यावरण-मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक अहम ऐलान में बताया है कि ऐसा कोई नियम अभी नहीं लाया जाएगा।

2050 से लागू होगा नियम :

गौरतलब है की पर्यावरण मंत्री ने कहा कि यह बदलाव धीरे-धीरे और संभवतः 2050 के बाद ही लागू किया जाएगा। इस ऐलान से उन करोड़ों लोगों को राहत मिलेगी जो चिलचिलाती गर्मी में कम तापमान पर AC चलाकर चैन की नींद लेना पसंद करते हैं। अब नियम नहीं, सिर्फ सुझाव हैं। मगर साथ ही यह भी साफ है कि भविष्य में पर्यावरण संरक्षण और बिजली बचत को ध्यान में रखते हुए ऐसा कानून जरूर आ सकता है।

क्या कहा था बिजली मंत्री ने? :

आपको बता दें कि 11 जून को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री खट्टर ने कहा था कि जल्द ही AC का तापमान 20 से 28 डिग्री के बीच तय कर दिया जाएगा, ताकि बिजली की मांग पर नियंत्रण हो और पर्यावरण को नुकसान कम हो। उन्होंने कहा था कि नया नियम घरों, दफ्तरों, मॉल, होटल, थिएटर — सभी जगह लागू होगा और इससे पावर ग्रिड का दबाव भी कम होगा।

अब क्या कहा पर्यावरण मंत्री ने? :

गौरतलब है कज पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इंडिया क्लाइमेट समिट में बयान देकर AC तापमान को निश्चित करने की बात को बाद के लिये टाल दिया है। उन्होंने कहा कि : "AC तापमान नियंत्रण का नियम अभी लागू नहीं होगा। यह धीरे-धीरे और 2050 के बाद ही लागू किया जाएगा।"

तो फिर ये नियम लाने की बात क्यों हो रही थी? :

गौरतलब है कि भारत में जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही है। इस साल जून में एक दिन में 241 गीगावाट डिमांड दर्ज की गई  जो अब तक की सबसे ज्यादा है। ACs, खासकर जब 16 से 18 डिग्री पर चलाए जाते हैं, बिजली की भारी खपत करते हैं। सरकार का विचार था कि अगर लोग 24 या 26 डिग्री पर AC चलाएं, तो बिजली की खपत कम होगी साथ ही बिल घटेंगे, पावर ग्रिड पर दबाव कम होगा, इससे पर्यावरण को फायदा होगा।

कुछ चौंकाने वाले आंकड़े :

आपको बता दें कि हर 1°C तापमान बढ़ाने से 6% बिजली की बचत होती है। 2035 तक भारत की पीक डिमांड 60 गीगावाट कम की जा सकती है अगर AC तापमान स्टैंडर्ड किया जाए। इससे साढ़े 7 लाख करोड़ की बिजली और इन्फ्रास्ट्रक्चर-लागत बचाई जा सकती है।

जनता और इंडस्ट्री की क्या राय? :

विदित है कि इस फैसले से लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। कुछ कहते हैं गर्मियों में 20°C काफी नहीं है, खासकर उत्तर भारत में। कंपनियां जैसे Daikin, LG, Voltas सरकार के साथ नियमों पर चर्चा कर रही हैं। SIAM (ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) ने भी स्टैंडर्ड बनाने की बात कही है।

बाकी देशों में क्या हो रहा है? :

आपको बता दें कि जापान में पब्लिक बिल्डिंग में मिनिमम 28°C नियम है। वहीं इटली में भी AC का तापमान 23-27°C के बीच ही रखने के नियम हैं।

अभी की स्थिति क्या है? :

गौरतलब है कि कोई कानूनी नियम नहीं है कि AC को किसी खास तापमान पर ही चलाना है। सरकार और BEE की सलाह है कि AC को 24°C पर चलाएं, लेकिन ये सिर्फ सुझाव है, बाध्यता नहीं।

फिलहाल आपको अपने AC का तापमान बदलने की कोई मजबूरी नहीं है। सरकार इस दिशा में भविष्य की तैयारी जरूर कर रही है, लेकिन अभी के लिए आप 16°C पर भी AC चला सकते हैं, कानून आपको नहीं रोकेगा। इस नियम को लागू करनें में लम्बा समय लग सकता है।

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