अंधेरे से अलविदा!: विदेशों की तर्ज पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आकर्षक पोल्स और LED लाइट्स, ये होंगे फायदें और यहां से हो रही हैं शुरुआत?
अंधेरे से अलविदा!

ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में नई स्ट्रीट लाइट्स (गली-सड़क की लाइटें) लगायी जाएँगी और वो भी ऐसे आकर्षक पोल्स के साथ जैसे विदेशों की सड़कों पर दिखते हैं। ये योजना मुख्य तौर पर दो बड़ी सड़कों पर लागू होगी:

1. चार मूर्ति / गौड़ चौक से तिगरी गोलचक्कर तक, करीब 2 किलोमीटर लंबे मार्ग पर

2. ऐस सिटी / चौगानपुर गोलचक्कर से खैरपुर गोलचक्कर तक, लगभग 80 मीटर चौड़ी सड़क

कैसे व क्या होगा?

पोल्स का प्रकार: कोनिकल आर्च पोल्स, ये गोल-आर्क की आकृति वाले पोल हैं, नीचे की ओर थोड़ा मुड़े हुए, नीचे से ऊपर की ओर पतले होते हुए।

ऊँचाई:

•चार मूर्ति-तिगरी मार्ग पर पोल की ऊँचाई 9 मीटर होगी।
•ऐस सिटी-खैरपुर मार्ग पर पोल की ऊँचाई 7 मीटर होगी।

पोल की ऊँचाई कम रखने का कारण:

•ऊँची पोल होने से रोशनी पेड़ों की टहनियों, अन्य संरचनाओं से छुप जाएगी।
•कम उँचाई में रोशनी सड़क पर सीधे पहुंचेगी, बेहतर दृश्यता और कम रोश-छाया।

स्ट्रीट लाइट्स की संख्या व लागत:

•पहला मार्ग (2 किमी) पर लगभग 276 स्ट्रीट लाइट्स लगाई जाएँगी।
•दूसरे मार्ग पर लगभग 334 स्ट्रीट लाइट्स लगेंगी।

अनुमानित खर्च: लगभग पांच करोड़ रुपये।

समय-सीमा: अभी निविदा प्रक्रिया चल रही है, एक महीने के अंदर काम शुरू कर देने की योजना है। 

इस योजना से किन्हें फायदा होगा?

महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा: रात में सुनसान इलाकों में उजाले से अपराध की आशंका कम होगी।

यातायात में सुविधा: चौड़ी सड़कों पर गाड़ियों को बेहतर दृश्यता मिलेगी।

शहर की सुंदरता: ये पोल्स शहर को स्मार्ट सिटी लुक देंगे।

बिजली की बचत: LED लाइट्स पुरानी सोडियम लाइट्स से ज्यादा ऊर्जा-सक्षम हैं।

कम मेंटेनेंस: आधुनिक तकनीक होने से लाइट्स लंबे समय तक चलेंगी।

कुछ चुनौतियाँ / ध्यान देने की बातें:

निविदा प्रक्रिया में विलम्ब हो सकता है। पोल्स व लाइट्स की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए जिससे वे मौसम व अन्य प्राकृतिक प्रभावों से प्रभावित न हों। नियमित रख-रखाव आवश्यक होगा ताकि समय के साथ रोशनी कम न हो जाए।

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