नोएडा : नोएडा पुलिस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अगर इरादा मजबूत हो और काम ईमानदारी से किया जाए, तो नतीजे खुद बोलते हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय की ताज़ा आईजीआरएस (Integrated Grievance Redressal System) रिपोर्ट में गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने पूरे उत्तर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। सबसे बड़ी बात ये है कि जिले के सभी 27 थाने इस बार पहली रैंक पर रहे हैं।
क्या है आईजीआरएस सिस्टम?
आपको बता दें कि यह एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जिसे प्रदेश सरकार ने नागरिकों की शिकायतों को ऑनलाइन दर्ज और निपटाने के लिए शुरू किया था। हर शिकायत को तय समय सीमा में हल करना होता है, और निपटारे की गुणवत्ता के आधार पर रैंकिंग दी जाती है।
नोएडा पुलिस की धमाकेदार परफॉर्मेंस :
गौरतलब है कि सितंबर माह की समीक्षा रिपोर्ट गुरुवार को जारी हुई, जिसमें गौतमबुद्धनगर ने राज्य स्तर पर नंबर-1 स्थान पाया। यानी न सिर्फ त्वरित कार्रवाई हुई बल्कि जनता को मिला समय पर न्याय और संतोषजनक समाधान। कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस उपलब्धि पर सभी पुलिस अधिकारियों, आईजीआरएस टीम प्रभारी और ऑपरेटरों को सम्मानित करने की घोषणा की है।
"यह सिर्फ आँकड़ों की जीत नहीं"
आपको बता दें कि कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस शानदार उपलब्धि पर कहा कि -
“यह सिर्फ आंकड़ों की जीत नहीं, बल्कि जनता के विश्वास की जीत है।
जब शिकायतों का समाधान जल्दी और सही तरीके से किया जाता है, तो नागरिकों का पुलिस पर भरोसा मजबूत होता है। हमारी प्राथमिकता जनता की संतुष्टि है और यह उपलब्धि उसी की पहचान है।
हर शुक्रवार होती है सख्त समीक्षा
विदित है कि नोएडा पुलिस कमिश्नरेट में हर शुक्रवार आईजीआरएस की साप्ताहिक समीक्षा होती है। किस थाने में कितनी शिकायतें आईं, कितनी सुलझीं और कितनी लंबित हैं इस पर खुद पुलिस कमिश्नर नजर रखती हैं। यही वजह है कि नोएडा लगातार रैंकिंग में शीर्ष पर बना हुआ है।
इन थानों ने दिखाई मिसाल :
आपको बता दें कि इस बार जिन 27 थानों की रैंक पहली रही, उनमें प्रमुख हैं: बीटा टू, इकोटेक थर्ड, सेक्टर-20, सेक्टर-63, जेवर, सूरजपुर, दनकौर, सेक्टर-142, बादलपुर, दादरी, कासना, बिसरख, रबुपुरा, सेक्टर-113, नॉलेज पार्क, सेक्टर-39, फेज वन, फेज थर्ड, महिला थाना आदि।
इस रिपोर्ट ने साबित किया है कि नोएडा पुलिस सिर्फ फाइलों में नहीं, ज़मीन पर भी काम कर रही है।
तेज़ कार्रवाई, पारदर्शिता और जवाबदेही ने नागरिकों का भरोसा बढ़ाया है। कमिश्नरेट का लक्ष्य है - "हर शिकायत का समाधान, हर नागरिक को न्याय। नोएडा पुलिस ने पूरे उत्तर प्रदेश में नया मानक तय किया है।