राजधानी में ट्रैफिक समस्या से मिलेगी निजात!: 27,000 करोड़ की 6 मेगा प्रोजेक्ट्स से जाममुक्त होगी दिल्ली...ये हैं परियोजनाएँ और उनकी डेडलाइन?
राजधानी में ट्रैफिक समस्या से मिलेगी निजात!

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर के लाखों लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। केंद्र और दिल्ली सरकार ने 27,000 करोड़ रुपये की 6 मेगा सड़क परियोजनाओं को हरी झंडी दे दी है, जो राजधानी को भीषण जाम से निजात दिलाएंगी। इनमें एक्सप्रेसवे, बाइपास, टनल और एलिवेटेड कॉरिडोर शामिल हैं, जो दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद को बेहतर तरीके से जोड़ेंगे। जानें क्या हैं ये 6 बड़ी परियोजनाएं जिनसे बदल सकता है दिल्ली का भविष्य?

1. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे लिंक:  
 
आपको बता दें कि 17 किमी का नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, जो राजस्थान-हरियाणा से देहरादून जाने वाले ट्रकों को दिल्ली से बायपास कराएगा। इससे शहर में भारी वाहन या ऐसे वाहन नहीं आएंगे जिन्हें दूसरे शहरों में जाना होगा।

2. यूईआर-2 का 65 किमी विस्तार :  

आपको बता दें कि गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ने वाला यह रास्ता आउटर रिंग-रोड और सराय काले-खां के जाम को कम करेगा। इससे आम जनता को काफी राहत मिलेगी।

3. महिपालपुर से नेल्सन मंडेला मार्ग तक 5 किमी की टनल :

विदित है कि धौला कुआं और दक्षिण दिल्ली के ट्रैफिक को राहत देगी, कई सड़कें सिग्नल-फ्री की जाएगी। जिससे यातायात में कम समय लगेगा।

4. एम्स से फरीदाबाद तक 20 किमी एलिवेटेड कॉरिडोर: 

 आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस एलीवेटेड कॉरिडोर से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर भीड़ कम होगा, जिससे एम्स से सीधा कनेक्टिविटी मिलेगी। इससे मरीजों को समय पर अस्पताल पहुचाया जा सकेगा।

5. दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का विस्तार:
 
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों से आने वाले गाड़ियों को हरियाणा के गुरुग्राम और एयरपोर्ट तक पहुंच तेज होगी। जिससे शहर का विकास तेजी से होगा।

6. कालिंदी कुंज इंटरचेंज:
  
विदित है कि नोएडा-फरीदाबाद के दो लाख रोजाना वाहनों को जाम से मुक्ति मिलेगी साथ ही इससे ओखला बैराज का दबाव कम होगा। जिससे आम जनता को फायदा होगा।

 जानें क्या होगा फायदा?
 
आपको बता दें कि इन मेगा परियोजनाओं से दिल्ली में 40% तक ट्रैफिक कम होगा एवं बाहरी वाहन बाइपास रूट से निकलेंगे। साथ ही नोएडा-गाजियाबाद-गुरुग्राम की यात्रा में 50% समय की बचत होगी। धौला कुआं, सराय काले खां, आउटर रिंग रोड जैसे हॉटस्पॉट्स पर भीड़ कम होगी। साथ ही पर्यावरण को फायदा होगा। एवं वाहनों का इंधन और प्रदूषण घटेगा।  

कब तक पूरी होंगी परियोजनाएं?  
गौरतलब है कि एनएचएआई इन प्रोजेक्ट्स को अगले 3-4 साल में पूरा करेगा। दिल्ली सरकार भूमि अधिग्रहण और ट्रैफिक मैनेजमेंट में मदद करेगी। नितिन गडकरी और सीएम रेखा गुप्ता की निगरानी में काम तेजी से होगा।  

अब दिल्ली की सड़कें स्मार्ट होंगी, ये परियोजनाएं न केवल जाम कम करेंगी, बल्कि दिल्ली-एनसीआर को देश के सबसे मॉडर्न ट्रांसपोर्ट हब में बदल देंगी। अब देखना है कि ये योजनाएं कितनी तेजी से जमीन पर उतरती हैं।

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