नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और पूरे एनसीआर में प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक से भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। रविवार सुबह राजधानी घने कोहरे और स्मॉग की चादर में लिपटी दिखी। हालात ऐसे हैं कि सड़कों पर विजिबिलिटी बेहद कम हो गई, गाड़ियां रेंगती नजर आईं और लोगों को दिन में भी हेडलाइट जलानी पड़ी। सांस लेना तक मुश्किल होता जा रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक दिल्ली का औसत AQI 462 दर्ज किया गया, जो सीधे ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। कई इलाकों में तो एक्यूआई 500 के करीब पहुंच गया, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है।
एक ही दिन में GRAP-3 से सीधे GRAP-4 :
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रदूषण की रफ्तार इतनी तेज रही कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को एक ही दिन में दूसरी बार GRAP बदलना पड़ा। सुबह GRAP-3 लगाया गया और हालात बिगड़ते देख शाम होते-होते GRAP-4 लागू कर दिया गया। अब दिल्ली-एनसीआर में GRAP के चारों चरण एक साथ प्रभावी हो गए हैं।
दिल्ली के ये इलाके सबसे ज्यादा प्रदूषित :
गौरतलब है कि CPCB के आंकड़ों के अनुसार-
रोहिणी: 499
आनंद विहार: 491
विवेक विहार: 495
जहांगीरपुरी: 495
पहाड़गंज: 488
आईटीओ: 484
यानी राजधानी का शायद ही कोई इलाका ऐसा बचा हो, जहां हवा सांस लेने लायक हो।
स्कूलों और दफ्तरों पर बड़ा फैसला
विदित है कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सरकार ने कड़े और असरदार फैसले लिए हैं इसमें शामिल है-
●स्कूलों में कक्षा 9वीं तक और 11वीं के लिए हाइब्रिड मोड यानी बच्चे चाहें तो ऑनलाइन पढ़ेंगे, चाहें तो सीमित संख्या में स्कूल जा सकेंगे।
●सरकारी और निजी दफ्तरों में 50% कर्मचारियों के लिए Work From Home, ताकि सड़कों पर ट्रैफिक कम हो और प्रदूषण और न बढ़े।
GRAP-4 में क्या-क्या बंद रहेगा?
विदित है कि GRAP-4 यानी सबसे सख्त चरण में राजधानी लगभग हाफ लॉकडाउन जैसे हालात में चली जाएगी इसके तहत :
●BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल कारों पर पूरी तरह रोक
●सिर्फ CNG, इलेक्ट्रिक और BS-6 वाहन ही चल सकेंगे
●सभी निर्माण कार्य बंद (सिर्फ जरूरी सेवाओं को छूट)
●स्टोन क्रशर, ईंट भट्ठे, हॉट मिक्स प्लांट बंद
●दिल्ली में सिर्फ जरूरी सामान लाने वाले ट्रकों की एंट्री
●दिल्ली से बाहर रजिस्टर्ड गैर-जरूरी कमर्शियल वाहनों पर रोक
क्यों बिगड़े हालात इतने ज्यादा?
विशेषज्ञों के अनुसार हवा की गति बेहद कम है, वातावरण स्थिर है और ठंड के कारण प्रदूषक ऊपर नहीं उठ पा रहे। इसका नतीजा यह हुआ कि धुआं, धूल और जहरीले कण हवा में ही फंस गए और प्रदूषण तेजी से बढ़ता चला गया।
स्वास्थ्य को लेकर गंभीर चेतावनी :
आपको बता दें कि डॉक्टरों का कहना है कि इस स्तर का प्रदूषण अस्थमा और फेफड़ों के मरीजों के लिए जानलेवा हो सकता है, बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए साथ ही बिना मास्क बाहर जाना खतरनाक साबित हो सकता है
सरकार की अपील
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि CAQM और दिल्ली सरकार ने लोगों से अपील की है कि गैर-जरूरी यात्रा न करें, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और कार-पूलिंग अपनाएं साथ ही खुले में कचरा या लकड़ी न जलाएं। GRAP के नियमों का सख्ती से पालन करें
दिल्ली इस वक्त सांसों के सबसे बड़े संकट से गुजर रही है। GRAP-4 लागू होना इस बात का साफ संकेत है कि हालात बेहद गंभीर हैं। अब देखना होगा कि ये सख्त पाबंदियां राजधानी को राहत दिला पाती हैं या दिल्ली को अभी और जहरीली हवा का सामना करना पड़ेगा।