DDA करेगी यमुना रिवरफ्रंट का कायाकल्प, जारी हुआ 4.11 करोड़ का टेंडर!: 163 हेक्टेयर क्षेत्र में बनेंगे वॉकवे, पार्क, बोट हाउस और...जानें होने वाले बदलाव और फायदे?
DDA करेगी यमुना रिवरफ्रंट का कायाकल्प, जारी हुआ 4.11 करोड़ का टेंडर!

नई दिल्ली : दिल्ली की यमुना अब सिर्फ एक नदी नहीं रहेगी, बल्कि शहर की नई पहचान बनने की ओर बढ़ चली है। वर्षों से प्रदूषण, गंदगी और उपेक्षा झेलती रही यमुना को अब हरित, स्वच्छ और जीवंत स्वरूप देने की तैयारी शुरू हो गई है।

DDA का बड़ा कदम
दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने यमुना रिवरफ्रंट के 163 हेक्टेयर क्षेत्र के पुनरुद्धार और विकास के लिए 4.11 करोड़ रुपये का टेंडर जारी कर दिया है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना कालिंदी अविरल एक्सटेंशन योजना के तहत लाई जा रही है, जिसका मकसद यमुना को “गंदी नदी” की छवि से बाहर निकालना और दिल्लीवासियों के लिए हरित सार्वजनिक स्थल बनाना है।

रिवरफ्रंट पर बदलाव
इस 163 हेक्टेयर के इलाके में निम्नलिखित विकास किया जाएगा:

  • घनी हरियाली और हरे-भरे बाग

  • नदी किनारे वॉकिंग और साइक्लिंग पाथवे

  • खुले मनोरंजन और पब्लिक स्पेस

  • जैव-विविधता को बढ़ावा देने वाले इको-फ्रेंडली स्ट्रक्चर

  • प्रकृति के अनुकूल डिजाइन को प्राथमिकता, कंक्रीट का कम से कम उपयोग

DDA का दावा है कि यह रिवरफ्रंट आने वाले समय में दिल्ली का सबसे बड़ा नेचर-डेस्टिनेशन बन सकता है।

बांसेरा पार्क में लकड़ी का बोट हाउस
इस परियोजना का सबसे बड़ा आकर्षण होगा बांसेरा पार्क में बनने वाला लकड़ी का बोट हाउस।

  • यह बोट हाउस पूरी तरह लकड़ी से बनेगा, स्टील या कंक्रीट का उपयोग नहीं होगा।

  • बोट हाउस बांसेरा की मुख्य झील में स्थापित होगा, बाढ़ क्षेत्र की इकोलॉजी को ध्यान में रखते हुए।

  • देवदार की लकड़ी बेस और खंभों के लिए, चिनार की लकड़ी सीलिंग और इंटीरियर पैनल के लिए।

  • पारंपरिक ट्रेड क्राफ्टमैन इसे तैयार करेंगे, जिससे यह आधुनिक और सांस्कृतिक पहचान दोनों समेटे।

मीटिंग, खान-पान और बैठने की सुविधा
बोट हाउस सिर्फ देखने के लिए नहीं होगा, बल्कि लोग यहाँ समय बिता सकेंगे, अधिकारी मीटिंग और कॉन्फ्रेंस कर सकेंगे। खान-पान और बैठने की सुविधा भी उपलब्ध होगी। नदी के बीच प्राकृतिक माहौल का अनुभव मिलेगा।

समयसीमा और प्रक्रिया

  • टेंडर प्रक्रिया चल रही है, इच्छुक एजेंसियां 26 दिसंबर तक आवेदन कर सकती हैं।

  • 27 दिसंबर को बिड खोली जाएगी।

  • चयनित एजेंसी को 180 दिनों में पूरा प्रोजेक्ट तैयार करना होगा।

यह परियोजना क्यों खास है?

  • पर्यावरण संरक्षण

  • शहरी सुंदरता

  • पर्यटन को बढ़ावा

  • लोगों को नदी से जोड़ने की पहल

  • यमुना की खोई पहचान वापस लाने की कोशिश

यमुना रिवरफ्रंट का पुनरुद्धार सिर्फ एक विकास परियोजना नहीं, बल्कि दिल्ली और यमुना के रिश्ते को फिर से जीवित करने की कोशिश है। यदि सब कुछ योजना के मुताबिक चला, तो यह भविष्य में दिल्ली की सबसे खूबसूरत और जीवंत जगहों में शामिल होगी।

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