पाकिस्तान के अफगानिस्तान पर कायराना हवाई हमले में 3 क्रिकेटर्स समेत 17 की मौत के बाद दोनों देशों में तनाव चरम पर!: पाकिस्तान से क्रिकेट स्थगित, राशिद बोले- इंसानियत पर...
पाकिस्तान के अफगानिस्तान पर कायराना हवाई हमले में 3 क्रिकेटर्स समेत 17 की मौत के बाद दोनों देशों में तनाव चरम पर!

काबुल/इस्लामाबाद :अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। पाकिस्तानी वायुसेना के कथित हवाई हमले में तीन अफगान क्रिकेटरों समेत 17 लोगों की मौत हो गई है। साथ ही 16 लोग घायल है। यह हमला अफगानिस्तान के सीमावर्ती प्रांत पक्तिका में हुआ, जिसने पूरे देश को सदमे और गुस्से में झोंक दिया है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इसे “कायराना हमला” बताते हुए कहा कि “पाकिस्तानी शासन ने खेल और मानवता दोनों पर वार किया है।”

दोस्ताना मैच के बाद हुआ हमला :
आपको बता दें कि ACB के अनुसार, मारे गए तीनों खिलाड़ी, कबीर, सिबघतुल्लाह और हारून, उरगुन से पक्तिका के शाराना में एक स्थानीय दोस्ताना क्रिकेट मैच खेलने गए थे। मैच खत्म होने के बाद जब वे घर लौट रहे थे, तभी पाकिस्तानी फाइटर जेट्स ने बमबारी कर दी। हमले में 14 अन्य नागरिक भी मारे गए, जिनमें दो बच्चे शामिल बताए जा रहे हैं। क्रिकेट बोर्ड ने इसे “अफगानिस्तान के खेल इतिहास का सबसे काला दिन” बताया।

राशिद खान का फूटा गुस्सा — “ये हमला खेल पर नहीं, इंसानियत पर है” :
अफगान टीम के कप्तान राशिद खान ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द और गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने लिखा “अफगानिस्तान पर पाकिस्तान के हालिया हवाई हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों की मौत से मैं बेहद दुखी हूं। नागरिक ठिकानों पर हमला पूरी तरह अनैतिक और निर्मम है। यह मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है और इसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।”
राशिद ने आगे कहा कि “क्रिकेट शांति और भाईचारे का प्रतीक है। अगर खिलाड़ियों को ही निशाना बनाया जाएगा, तो यह खेल नहीं, इंसानियत के खिलाफ जंग है।” उन्होंने ACB द्वारा पाकिस्तान के साथ त्रिकोणीय श्रृंखला से हटने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, “ऐसे समय में राष्ट्र का सम्मान क्रिकेट से ऊपर है।”

मोहम्मद नबी ने भी सुनाई पाकिस्तान को खरी-खरी :
अफगानिस्तान क्रिकेटर नबी ने भी इस घटना की भर्त्सना की। उन्होंने कहा कि “यह सिर्फ 3 क्रिकेटर्स की मृत्यु नहीं, बल्कि पूरे अफगानिस्तान क्रिकेट परिवार पर हमला है। पाकिस्तान को जवाब देना ही होगा क्योंकि हम चुप नहीं बैठेंगे।”

अफगानिस्तान ने त्रिकोणीय सीरीज से नाम वापस लिया :
गौरतलब है कि इस हमले के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान के साथ होने वाली त्रिकोणीय सीरीज से तुरंत अपना नाम वापस ले लिया। बोर्ड ने कहा कि इस समय खेल जारी रखना “शहीद खिलाड़ियों और नागरिकों के प्रति अपमान” होगा। एसीबी ने हमले को “पाकिस्तानी शासन की नृशंसता और खेल की आत्मा पर कलंक” बताया।

पाकिस्तान- अफगानिस्तान सीमा पर बढ़ा तनाव :
आपको बता दें कि इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच सीमा तनाव तेजी से बढ़ गया है। अफगान सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी है। काबुल में सैकड़ों लोगों ने पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन किए, और शहीद खिलाड़ियों को श्रद्धांजलि दी। वहीं पाकिस्तान सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने “आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई” का हवाला दिया है जिसे काबुल ने पूरी तरह झूठ और फर्जी बहाना बताया है।

खेल से जंग तक… अफगानिस्तान के क्रिकेटर बने संघर्ष का प्रतीक :
अफगानिस्तान में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, आशा और पहचान का प्रतीक माना जाता है। इन खिलाड़ियों की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है। काबुल से लेकर कंधार तक लोगों ने “Cricket for Peace” के नारे लगाते हुए मोमबत्तियां जलाईं।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की मांग :
आपको बता दें कि अफगानिस्तान सरकार ने संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से इस हमले पर जांच की मांग की है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान की यह हरकत “अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानवाधिकारों का उल्लंघन” है। काबुल ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि पाकिस्तान ने अपने हमले नहीं रोके, तो “अफगानिस्तान कूटनीतिक और खेल स्तर पर कड़ा कदम उठाएगा।”

हमले के बाद तीनों क्रिकेटरों कबीर, सिबघतुल्लाह और हारून का अंतिम संस्कार उरगुन में राष्ट्रीय झंडे में लपेटकर किया गया। पूरा शहर नम आंखों से “क्रिकेटर शहीदों अमर रहें” के नारे लगा रहा था।

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