नई दिल्ली/मनीला (फिलीपींस) : भारत ने सौंदर्य और आत्मविश्वास की दुनिया में इतिहास रच दिया है।
देश की शैरी सिंह ने मिसेज यूनिवर्स 2025 का खिताब जीतकर भारत का नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज कर दिया। यह पहला मौका है जब भारत ने इस प्रतिष्ठित इंटरनेशनल पेजेंट का क्राउन अपने नाम किया है। फिलीपींस की राजधानी मनीला में हुए 48वें मिसेज यूनिवर्स पेजेंट में शैरी सिंह ने दुनिया के 120 देशों की प्रतिभाशाली महिलाओं को पीछे छोड़ते हुए ये मुकाम हासिल किया। प्रतियोगिता में सेंट पीटर्सबर्ग की प्रतिभागी को हराकर शैरी ने जीत का ताज अपने सिर सजाया। शेरी सिंह को मिसेज इंडिया 2025 जीत कर भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला था।
कॉन्फिडेंस और करिश्मा से किया सबको मंत्रमुग्ध :
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शैरी सिंह ने न सिर्फ अपनी बेमिसाल खूबसूरती बल्कि अपने आत्मविश्वास, बुद्धिमत्ता और सामाजिक संवेदनशीलता से भी सबका दिल जीत लिया। उन्होंने मंच पर महिलाओं के सशक्तिकरण और मेंटल हेल्थ अवेयरनेस जैसे विषयों पर जोर देकर जजों और दर्शकों को प्रभावित किया। उनके जवाबों में झलक रहा था आत्मविश्वास, संवेदना और सोच की गहराई। जजों का कहना था कि शैरी की मुस्कान और आत्मविश्वास ने पूरे स्टेज को चमका दिया।
भारत की पहली मिसेज यूनिवर्स : इतिहास में दर्ज हुई नई उपलब्धि -
गौरतलब है कि शैरी सिंह ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से पहले मिसेज इंडिया 2025 का खिताब जीता था। वहीं, अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनकी जीत ने भारत को गर्व का नया कारण दिया है। यह पहला मौका है जब भारत ने मिसेज यूनिवर्स का खिताब हासिल किया है। इस जीत के बाद शैरी ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी साझा करते हुए लिखा कि -
"ये जीत सिर्फ मेरी नहीं, हर उस भारतीय महिला की है जो अपने सपनों को उड़ान देना चाहती है। आज मेरा ताज भारत की हर नारी के नाम है।”
ग्लैमर और गौरव का संगम :
विदित है कि मनीला के ग्रैंड स्टेज पर जब “इंडिया” का नाम विजेता के रूप में पुकारा गया, तो सभागार तालियों से गूंज उठा। भारतीय तिरंगे की रोशनी में चमकती शैरी सिंह की मुस्कान ने पूरी दुनिया को यह एहसास कराया कि भारतीय महिलाएं सिर्फ खूबसूरती में नहीं, सोच और संवेदना में भी सबसे आगे हैं।
सपनों से हकीकत तक की यात्रा :
आपको बता दें कि एक मध्यमवर्गीय पृष्ठभूमि से आने वाली शैरी सिंह ने खुद के दम पर यह मुकाम हासिल किया। उन्होंने साबित कर दिया कि अगर इरादे बुलंद हों तो कोई सपना अधूरा नहीं रहता। इसके पहले वे मिसेज इंडिया - 2025 का खिताब अपने नाम कर चुकी थी। इसी के आधार पर उन्हें मिसेज यूनिवर्स 2025 में भाग लेने का अवसर मिला था।
अब दुनिया जान गई है कि भारत की महिलाएं न सिर्फ संस्कारों की मिसाल हैं, बल्कि आत्मविश्वास और सफलता की नई परिभाषा भी लिख रही हैं। और वे विश्व में अपने नाम की नई इबारत लिख रहीं हैं।