नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट के युवा सितारे यशस्वी जायसवाल ने 23 साल की उम्र में वो मुकाम हासिल कर लिया, जिसका सपना लाखों क्रिकेटर देखते हैं। अमेरिका की मशहूर TIME मैगजीन ने उन्हें दुनिया के 100 उभरते सितारों (TIME 100 NEXT-2025) की लिस्ट में शामिल किया है। खास बात यह है कि इस लिस्ट में जायसवाल इकलौते क्रिकेटर हैं। लेकिन यह सफर इतना आसान नहीं था। कभी दूध डेयरी में काम करना, कभी पानी-पुरी बेचना और कभी क्रिकेट ग्राउंड के टैंट में सोना यानी यशस्वी का संघर्ष किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है।
10 साल की उम्र में घर छोड़ मुंबई का रुख :
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यशस्वी जायसवाल महज 10 साल की उम्र में घर से भागकर मुंबई पहुंचे। क्रिकेट का जुनून था, लेकिन जेब में पैसे नहीं थे और न ही शहर में कोई जान-पहचान। डेयरी में काम मिला, पर ट्रेनिंग के बाद थककर काम न कर पाने के कारण नौकरी से निकाल दिए गए। इसके बाद यशस्वी ने क्रिकेट ग्राउंड के टैंट में पनाह ली। खर्च चलाने के लिए उन्होंने वहीँ ग्राउंड के बाहर पानी-पुरी बेचना शुरू कर दिया।
“क्रिकेटर बने बिना घर नहीं लौटूंगा” :
विदित है कि मां कंचन जायसवाल अक्सर बेटे को घर लौटने की सलाह देतीं, लेकिन यशस्वी का जवाब हमेशा यही होता कि “जब तक बड़ा क्रिकेटर नहीं बन जाऊं, वापस नहीं आऊंगा।” वो मैदान के टैंट में रहना इसलिए पसंद करते थे क्योंकि सुबह उठते ही सामने क्रिकेट नज़र आता था।
कोच ज्वाला सिंह ने बदली जिंदगी :
गौरतलब है कि मुंबई के कोच ज्वाला सिंह की नजर जब यशस्वी पर पड़ी तो उन्होंने उसे न केवल ट्रेनिंग देने बल्कि रहने और खाने की भी जिम्मेदारी उठाई। ज्वाला सिंह खुद भी उत्तर प्रदेश से मुंबई संघर्ष करने आए थे, इसलिए यशस्वी में उन्होंने अपना अक्स देखा।
अंडर-19 वर्ल्ड कप से पहचान :
आपको बता दें कि साल 2020 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में यशस्वी जायसवाल ने 5 अर्धशतक और एक शतक जड़कर दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स ने IPL में मौका दिया। शुरुआत में प्रदर्शन डगमगाया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
निराशा और कोरोना का अंधेरा :
गौरतलब है कि लगातार खराब फॉर्म और फिर कोरोना महामारी ने यशस्वी का करियर लगभग रोक दिया। उन्हें लगा कि शायद अब वो कभी टीम इंडिया के लिए नहीं खेल पाएंगे। लेकिन इसी दौर में उन्होंने खुद को फिर से मजबूत किया और वापसी की।
23 साल में दुनिया में डंका :
2023 में भारत के लिए डेब्यू करने वाले यशस्वी ने अब तक 24 टेस्ट, 23 T20 और एक वनडे में करीब 3 हजार रन ठोक दिए हैं। हाल ही में उन्होंने टेस्ट में 2000 रन पूरे किए और 2024 का T20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा भी रहे। अब टाइम मैगजीन ने उन्हें उन 100 लोगों में जगह दी है, जो भविष्य को आकार दे रहे हैं।
जायसवाल की भावुक पोस्ट :
विदित है कि यशस्वी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “क्या शानदार समय है ये। 2025 की TIME100NEXT सूची में जगह पाकर मैं बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं। यह मुझे याद दिलाता है कि मैं कितनी दूर आ चुका हूं और मुझे अभी कितना आगे जाना है।”
TIME की लिस्ट में अकेले क्रिकेटर :
आपको बता दें कि इस लिस्ट में फुटबॉलर लैमिन यामल जैसे नाम शामिल हैं, लेकिन क्रिकेट से सिर्फ यशस्वी का नाम है। पहले इस लिस्ट में इंग्लैंड के बेन स्टोक्स और भारत की हरमनप्रीत कौर शामिल हो चुके हैं।
यशस्वी जायसवाल की कहानी हर उस सपने देखने वाले बच्चे के लिए प्रेरणा है, जो छोटे शहर से बड़ा मुकाम हासिल करना चाहता है। एक टैंट से निकला यह लड़का आज दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित मैगजीन की लिस्ट में है और असली सफर अभी बाकी है।