अमेरिका के पूर्व NSA का, ट्रंप को लेकर बड़ा बयान!: पाकिस्तान में बिजनेस को लेकर, भारत-अमेरिका रिश्तों को दांव पर...जानें पूरी खबर
अमेरिका के पूर्व NSA का, ट्रंप को लेकर बड़ा बयान!

अंतर्राष्ट्रीय संबद्ध: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने 2 सितंबर 2025 को दावा किया कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके परिवार ने पाकिस्तान के साथ अपने व्यावसायिक समझौतों के कारण भारत-अमेरिका रिश्तों को गंभीर संकट में डाल दिया। सुलिवन के अनुसार, इस कदम से न केवल भारत के हित प्रभावित हुए हैं, बल्कि अमेरिका की वैश्विक विश्वसनीयता पर भी सवाल उठे हैं।

सुलिवन ने अपने इंटरव्यू में कहा कि अमेरिका ने दशकों तक भारत के साथ भरोसे और लोकतांत्रिक साझेदारी पर आधारित रिश्तों को मजबूत करने के लिए काम किया है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और टेक्नॉलॉजी, रक्षा, शिक्षा और आर्थिक सहयोग के क्षेत्र में अमेरिका का एक मजबूत साझेदार रहा है। लेकिन ट्रंप के पाकिस्तान-केंद्रित व्यावसायिक फैसलों ने इन रिश्तों को खतरे में डाल दिया।

पाकिस्तान के साथ विवादित समझौते:
पूर्व NSA ने बताया कि अप्रैल 2024 में ट्रंप परिवार और उनके नजदीकी कारोबारी सहयोगियों ने पाकिस्तान के कुछ बड़े उद्योग समूहों और क्रिप्टो कंपनियों के साथ समझौते किए। इस समझौते का उद्देश्य पाकिस्तान में तेल और तकनीकी निवेश को बढ़ावा देना था। सुलिवन के अनुसार, इस कदम ने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को कमजोर किया और क्षेत्रीय स्थिरता पर भी असर डाला।

भारत के हितों पर गंभीर असर:
भारत-अमेरिका के मजबूत रिश्ते चीन और अन्य वैश्विक चुनौतियों के समय बेहद अहम हैं। लेकिन सुलिवन ने कहा कि ट्रंप की नीतियों ने भारत के प्रति अमेरिकी भरोसे में दरार पैदा कर दी है। उन्होंने चेतावनी दी कि अन्य देशों जैसे जर्मनी, जापान और कनाडा को भी यह संदेश गया कि अमेरिका पर भरोसा करना जोखिम भरा हो सकता है। यदि अमेरिका अपने सबसे करीबी लोकतांत्रिक साझेदारों के प्रति निष्क्रिय रहता है, तो अन्य देश भी अपने रिश्तों में सतर्क हो सकते हैं।

वैश्विक स्तर पर चेतावनी:
सुलिवन ने जोर देकर कहा कि अमेरिका की ताकत उसके वादों और भरोसे में निहित है। पाकिस्तान के साथ व्यावसायिक समझौतों ने अमेरिका की विश्वसनीयता पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि भारत के साथ मजबूती से खड़ा होना अमेरिका के दीर्घकालीन हित में है और यदि अमेरिका ने अपने मित्र देशों के भरोसे को नजरअंदाज किया, तो इसका दीर्घकालीन असर वैश्विक राजनीति पर भी पड़ेगा।

पूर्व NSA जेक सुलिवन के आरोपों ने भारत-अमेरिका रिश्तों और अमेरिका की वैश्विक साख पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है। पाकिस्तान के साथ व्यावसायिक गठजोड़ और ट्रंप की नीतियों को लेकर सुलिवन ने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका अपने विश्वसनीय लोकतांत्रिक साझेदारों के प्रति निष्क्रिय रहेगा, तो वैश्विक स्तर पर अमेरिका पर भरोसा करने वाले देशों में भरोसे की कमी बढ़ सकती है। इस कदम से न केवल भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी कमजोर होगी, बल्कि अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय छवि भी प्रभावित होगी।

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