स्किन केयर: त्वचा देखभाल विशेषज्ञों ने बताया है कि सही स्किन टाइप जानना किसी भी सौंदर्य दिनचर्या की नींव है। इसके बिना फेसपैक या स्किन केयर प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करना उल्टा असर कर सकता है। हाल ही में प्रकाशित शोध और हाल की विशेषज्ञ सलाहों के अनुसार नीचे चार आसान तरीके हैं जिन्हें अपनाकर आप अपना स्किन टाइप पहचान सकते हैं और उसी के अनुसार होममेड फेसपैक चुन सकते हैं।
स्किन टाइप पहचानने के 4 आसान तरीके...
1. तीन घंटे बाद की टेस्ट
सुबह चेहरा अच्छी तरह साफ करके और कोई क्रीम/मॉइस्चराइज़र न लगाएँ। तीन घंटे बाद देखें कि त्वचा पर क्या फर्क है:-
• अगर तैलीय झलक हो रही है, खासकर टी-ज़ोन (माथा, नाक, ठोड़ी) में- ओयली स्किन
• अगर खिंचाव या रूखापन महसूस हो रहा है, विशेषकर जब धोने के बाद- ड्राई स्किन
• अगर कुछ ज़ोन तैलीय और कुछ ज़ोन रूखे लग रहे हैं- कॉम्बिनेशन स्किन
• अगर जल्दी लाल-चट्टे हों जाते हैं या जलन होती है- संवेदनशील (सेन्सिटिव) स्किन
2. पोर साइज़ और बनावट देखें
त्वचा की पोर्स की स्थिति बताती है कि तैलीयता कितनी है। बड़े, खुली पोर्स ज़्यादातर ओयली स्किन में मिलती हैं; छोटी, लगभग नज़र न आने वाली, ड्राय/नॉर्मल स्किन में।
3. सूर्य के बाद का असर (सन्सन)
अगर धूप में थोड़ी देर निकलने के बाद त्वचा जल्दी लाल हो जाती है या जलन (sunburn) होती है- संवेदनशील स्वरूप।
अगर चमक आ जाती है या तेल जैसा लहजा दिखाई दे- ओयली स्किन।
4. क्लीनिंग के बाद त्वचा की प्रतिक्रिया
फेस वॉश या mild क्लींजर के बाद त्वचा कैसी महसूस होती है, tight, खिंची, रूखी, सुकून या चिकनी, ये संकेत देते हैं कि त्वचा ड्राय है या नॉर्मल/ओयली।
स्किन टाइप के अनुसार फेसपैक चुनने के सुझाव...
अगर आपकी त्वचा ओयली है तो भारी तेलीय या ऑयल-बेस्ड पैक और तेज़ महक वाले प्रोडक्ट्स से बचना चाहिए। ये आपकी त्वचा पर और भी ज्यादा चिकनाई ला सकते हैं और पिंपल्स बढ़ा सकते हैं। ऐसी स्किन के लिए मुल्तानी मिट्टी, क्ले बेस्ड पैक, टी-ट्री या नीम जैसे तत्व सबसे फायदेमंद होते हैं क्योंकि ये अतिरिक्त तेल को सोखकर चेहरा ताज़गी से भर देते हैं।
ड्राई स्किन वालों को ज्यादा अल्कोहल वाले प्रोडक्ट्स, हार्श स्क्रब या बार-बार गरम पानी से धोने से परहेज करना चाहिए क्योंकि ये त्वचा को और ज्यादा सुखा सकते हैं इसके बजाय शहद, दूध, दही, एलोवेरा और नैचुरल ऑयल्स (जैसे बादाम या नारियल) से बने पैक नमी प्रदान करते हैं और रूखी त्वचा को मुलायम बनाते हैं।
कॉम्बिनेशन स्किन यानी जिसमें कुछ हिस्से तैलीय और कुछ हिस्से रूखे हों, उसके लिए पूरे चेहरे पर सिर्फ ऑयल कंट्रोल या सिर्फ मॉइस्चर वाला पैक लगाने से बचना चाहिए। इस तरह की त्वचा के लिए बैलेंस ज़रूरी है। ऐसे में अलग-अलग ज़ोन के अनुसार फेसपैक चुनें, जैसे टी-ज़ोन पर क्ले या मुल्तानी मिट्टी और गालों पर एलोवेरा या हल्का मॉइस्चराइजिंग पैक।
वहीं संवेदनशील त्वचा वालों को नींबू, तेज़ सुगंध वाले उत्पाद, हार्श केमिकल वाले एक्सफोलिएंट्स या बहुत अधिक एसेंशियल ऑयल्स वाले पैक से दूर रहना चाहिए, क्योंकि ये जलन और लालिमा बढ़ा सकते हैं। इसके लिए शहद, दही, एलोवेरा जेल, गुलाब जल या कैमोमाइल जैसे हल्के और सुकून देने वाले तत्व सबसे अच्छे रहते हैं।
विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए 5 नेचुरल होममेड फेसपैक
(नियमित उपयोग से त्वचा को प्राकृतिक निखार मिलता है, बशर्ते सामग्री ताज़ा हों और पैच-टेस्ट कर लिया हो)
1. शहद + दही + हल्दी
वर्णसमता और सूजन कम करता है; दही में प्राकृतिक लैक्टिक अम्ल त्वचा को मुलायम बनाता है।
2. मुल्तानी मिट्टी + गुलाब जल + शहद
तैलीय त्वचा के लिए बहुत अच्छा; यह अतिरिक्त तेल अवशोषित करता है और त्वचा को पोर्स खुलने से रोकता है।
3. ओट्स + योगर्ट + शहद
सूखा या संवेदनशील हिस्सा को राहत देता है, हल्के exfoliation के बाद मॉइस्चराइज करता है।
4. नीम + तुलसी + हल्दी + दही
प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल गुण; पिंपल्स-ब्रेकआउट और बैक्टीरिया नियंत्रण में सहायक।
5. टमाटर + मुल्तानी मिट्टी
टैनिंग कम करने में; टमाटर में antioxidant और विटामिन C होता है जो त्वचा को उज्ज्वल बनाता है।
बचाव-उपाय (Precautions)....
•किसी भी नए पैक का पूरा चेहरे पर लगाने से पहले पैच-टेस्ट ज़रूर करें।
•पैक लगाने के बाद ज़्यादा देर तक छोड़ना (30-45 मिनट या अधिक) खींचाव या क्षति कर सकता है।
•धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन लगाएँ, खासकर यदि पैक में नींबू या अन्य खट्टे फल हों।
•पैक के बाद हल्का मॉइस्चराइज़र लगाएँ ताकि त्वचा न सूखे।
•यदि कोई लालिमा, जलन, या खुजली हो तो तुरंत धो दें और आवश्यक हो तो विशेषज्ञ से सलाह लें।
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