सावधान; जिम करने से बढ़ रहे है हार्ट अटैक के मामले!: व्यायाम से पहले इन संकेतों को बिल्कुल भी न करें नजरंदाज...
सावधान; जिम करने से बढ़ रहे है हार्ट अटैक के मामले!

हेल्थ और फिटनेस: देश में फिटनेस कल्चर तेजी से बढ़ रहा है। युवा वर्ग जिम और रनिंग को लेकर पहले से कहीं अधिक उत्साही है। लेकिन हाल के वर्षों में एक्सरसाइज के दौरान अचानक हार्ट अटैक की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है। कई स्वस्थ और फिट दिखने वाले लोग जिम में वर्कआउट करते समय गिर पड़े और कुछ की मौत भी हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि व्यायाम स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, लेकिन यदि शरीर की क्षमता से अधिक दबाव डाला जाए और चेतावनी संकेतों को अनदेखा किया जाए, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है।

शरीर पहले देता है संकेत:

हार्ट अटैक अचानक नहीं होता, बल्कि शरीर समय रहते चेतावनी देता है। समस्या यह है कि लोग इन संकेतों को साधारण थकान या कमजोरी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। यही लापरवाही बाद में घातक रूप ले सकती है। कार्डियोलॉजिस्ट्स के अनुसार, व्यायाम के दौरान असामान्य लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है।

किन लक्षणों को हल्के में न लें:

  1. चक्कर आना या सिर भारी लगना – वर्कआउट के दौरान अचानक चक्कर आना दिल तक पर्याप्त ऑक्सीजन न पहुंचने का संकेत है।

  2. सांस लेने में कठिनाई – हल्की सांस फूलना सामान्य है, लेकिन यदि कम मेहनत में ही सांस रुकने लगे तो यह दिल की बीमारी का लक्षण हो सकता है।

  3. अत्यधिक थकान – बिना ज्यादा मेहनत किए थकान और कमजोरी महसूस होना हृदय की पंपिंग क्षमता में कमी का संकेत है।

  4. ठंडा पसीना – यदि अचानक ठंडा पसीना आने लगे, तो इसे हल्के में न लें। यह दिल पर दबाव का इशारा हो सकता है।

  5. सीने, हाथ, गले या जबड़े में दर्द – सीने में भारीपन या दबाव महसूस होना आम लक्षण है, लेकिन यदि दर्द बाएं हाथ, गले या जबड़े तक फैल जाए तो तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए।

किन्हें ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए:

  • उच्च रक्तचाप, डायबिटीज़ और मोटापे से पीड़ित लोगों को

  • जिनके परिवार में हृदय रोग का इतिहास हो

  • 40 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों को

इन सभी को जिम या दौड़-भाग शुरू करने से पहले स्वास्थ्य जांच जरूर करानी चाहिए। डॉक्टर की सलाह के बिना अत्यधिक मेहनत करना खतरनाक हो सकता है।

विशेषज्ञों की राय:

AIIMS और ICMR की रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में हृदय रोग तेजी से बढ़ रहे हैं। हर साल लाखों लोग समय से पहले कार्डियक अरेस्ट का शिकार होते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि व्यायाम हमेशा धीरे-धीरे और शरीर की क्षमता के अनुसार बढ़ाना चाहिए। अचानक ज्यादा वजन उठाना या हाई-इंटेंसिटी ट्रेनिंग करना हार्ट पर दबाव डालता है।

फिटनेस जरूरी है, लेकिन समझदारी उससे भी ज्यादा जरूरी है। शरीर जब संकेत दे रहा हो, तो उसे अनदेखा करना जानलेवा हो सकता है। यदि व्यायाम के दौरान चक्कर, ठंडा पसीना, सांस लेने में कठिनाई या सीने का दर्द महसूस हो, तो तुरंत गतिविधि रोकें और चिकित्सकीय मदद लें। स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का अर्थ है – फिटनेस के साथ-साथ सतर्कता और संतुलन बनाए रखना।

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