अब समोसे-जलेबी और लड्डू पर भी होगी सिगरेट जैसी स्वास्थ्य चेतावनी!: दुकानदार नोटिस लगाकर देंगे ये जानकारी...जानें भारत में कितना बड़ा है स्नैक्स का कारोबार
अब समोसे-जलेबी और लड्डू पर भी होगी सिगरेट जैसी स्वास्थ्य चेतावनी!

नई दिल्ली : अब अगर आप समोसे के दीवाने हैं या हर मौके पर जलेबी मुंह में डालने से खुद को रोक नहीं पाते तो सावधान हो जाइए। क्योंकि अब ये चटपटे स्वाद वाले स्नैक्स सीधे आपके स्वास्थ्य पर हमला कर सकते हैं, और सरकार ने इन्हें लेकर स्वास्थ्य के लिए तैयारी कर ली है। केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सिगरेट जैसी चेतावनी प्रणाली अब समोसे, जलेबी, लड्डू, वड़ा पाव, पकौड़े जैसी लोकप्रिय भारतीय जंक फूड पर भी लागू करने की तैयारी कर ली है। अब इन चीज़ों के साथ ‘तेल और शक्कर चेतावनी बोर्ड’ दिखाई देंगे, जिसमें लिखा होगा कि आपके फेवरेट स्नैक में कितनी कैलोरी, कितनी चीनी और कितना फैट है।

क्या है सरकार का नया फरमान?
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने अपने सभी मंत्रालयों, स्वायत्त संस्थानों और सरकारी कैंटीनों में यह चेतावनी बोर्ड लगाने का निर्देश जारी किया है। इन बोर्डों पर समोसा, जलेबी, गुलाब जामुन, पकौड़ा, चाट जैसे खाद्य पदार्थों में मौजूद शुगर और ऑयल की मात्रा बताई जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि यह कदम देश में बढ़ते मोटापे, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों से निपटने के लिए उठाया गया है। 23 फरवरी को 'मन की बात' में भी PM मोदी ने कहा था कि हर नागरिक को महीने में कम से कम 10% तेल कम इस्तेमाल करने का संकल्प लेना चाहिए।

समोसे और जलेबी में कितना कैलोरी?

आइये देखते हैं कि आपके फेवरेट फ़ास्ट फ़ूड में कितनी कैलोरी होती है।

●1 आलू समोसा (30 ग्राम): 130 कैलोरी

●1 प्याज समोसा: 131 कैलोरी

●1 गुलाब जामुन: लगभग 5 चम्मच चीनी

●1 जलेबी (40 ग्राम): 150–180 कैलोरी

●1 वड़ा पाव: 200–300 कैलोरी

इनका अत्यधिक सेवन सीधा आपके वजन, ब्लड शुगर और दिल की सेहत पर असर डालता है।

सरकार ने क्यों उठाया ये कदम?

आपको बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2050 तक भारत में लगभग 45 करोड़ लोग मोटापे से ग्रस्त हो सकते हैं। भारत अमेरिका के बाद दूसरा सबसे मोटा देश बन सकता है। अभी भी देश का हर पांचवां व्यक्ति मोटापे की चपेट में है। मोटापा सिर्फ शरीर की बनावट नहीं बिगाड़ता, यह डायबिटीज, हार्ट अटैक, थायरॉइड, हाई बीपी जैसी घातक बीमारियों की जड़ है। इसलिए सरकार ने तय किया है कि ऐसे फूड आइटम्स पर चेतावनी लगाई जाए, जिससे लोग सोच-समझकर खाएं। पहले भी मई 2024 में CBSE ने देशभर के 24,000 स्कूलों को शुगर अवेयरनेस बोर्ड लगाने को कहा था।

क्या कहती है रिपोर्ट?

विदित है कि लोगों को लगता है कि सिगरेट और शराब ही नुकसानदेह हैं, लेकिन रिसर्च कहती है कि तली-भुनी और मीठी चीजें भी उतनी ही खतरनाक हैं। मोटापा एक साइलेंट किलर है, और इसकी शुरुआत प्लेट में रखे समोसे से होती है।

किन चीजों पर लगेगी चेतावनी?

गौरतलब है कि सरकार ने समोसा, जलेबी, लड्डू, वड़ा पाव, मिठाइयाँ (गुलाब जामुन, रसगुल्ला आदि), तली हुई चाट, पकोड़े अन्य हाई शुगर और हाई फैट वाली चीजें इन सभी पर 'हाई फैट', 'हाई शुगर', 'सीमित मात्रा में सेवन करें' जैसे वॉर्निंग बोर्ड लगाए जाएंगे।

समोसे का भारत से रिश्ता कितना गहरा है?

आपको बता दें कि भारत में हर रोज़ 6 करोड़ लोग समोसा खाते हैं। केवल ऑनलाइन प्लेटफार्म पर हर 1 मिनट में 115 समोसे ऑर्डर होते हैं। 2021 में ऑनलाइन डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स पर 50 लाख से अधिक समोसे ऑर्डर किए गए। भारत मे स्नैक्स उद्योग का कुल कारोबार 42 लाख करोड़ रुपए सालाना है।

क्या असर होगा इस फैसले का?

विदित है कि सरकार के इस फैसले से खाने से पहले चेतावनी देखकर लोग सोचेंगे कि खाना है या नहीं? साथ ही बच्चों और युवाओं में जंक फूड के प्रति रुझान घटेगा। और हेल्थ अवेयरनेस भी बढ़ेगी। कैंटीन और दुकानों में भी हेल्दी विकल्प आने की उम्मीद बढ़ेगी।

अब जब आप समोसे या जलेबी खाने जाएं, तो वहां लगी चेतावनी जरूर पढ़ें। ये सिर्फ एक वॉर्निंग नहीं, आपकी सेहत से जुड़ा एक अलार्म है।
स्वाद के साथ सेहत का ध्यान रखना अब आपकी जिम्मेदारी है।

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