हार्ट अटैक से पहले शरीर देता हैं ये संकेत!: जानिए वो लक्षण जो बचा सकते हैं आपकी जान, डॉक्टरों का बड़ा खुलासा?
हार्ट अटैक से पहले शरीर देता हैं ये संकेत!

स्वास्थ्य: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में हार्ट अटैक अब उम्र नहीं देखता। पहले जहां ये समस्या 50 की उम्र के बाद देखने को मिलती थी, वहीं अब 30 और 35 साल के युवा भी अचानक दिल का दौरा पड़ने से अपनी जान गंवा रहे हैं।

AIIMS और ICMR की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर 33 सेकंड में एक व्यक्ति की मौत हार्ट अटैक से होती है, लेकिन सबसे बड़ा कारण है, शरीर के चेतावनी संकेतों को अनदेखा करना।

हार्ट अटैक से पहले शरीर देता है ये 10 बड़े संकेत

  1. छाती में दबाव या दर्द- सीने के बीचोंबीच भारीपन या जलन महसूस होना।

  2. बाएं हाथ या जबड़े में दर्द- दर्द धीरे-धीरे फैलता है, खासतौर पर बाएं हिस्से में।

  3. सांस लेने में तकलीफ- थोड़ी चलने या बात करने पर भी घुटन या हांफना।

  4. ठंडा पसीना आना- बिना गर्मी या मेहनत के अचानक ठंडा पसीना निकलना।

  5. मतली या उल्टी की भावना- खासकर महिलाओं में यह प्रमुख संकेत है।

  6. थकान या कमजोरी- रोज़ के कामों में भी असामान्य थकावट।

  7. चक्कर या बेहोशी- ब्लड फ्लो कम होने से दिमाग तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती।

  8. धड़कन तेज या अनियमित होना- दिल की धड़कन अचानक बढ़ जाना या रुक-रुक कर चलना।

  9. पीठ या कंधे में दर्द- खासकर नींद से उठने के बाद दर्द बढ़ना।

  10. बेचैनी या घबराहट- बिना कारण मन में डर या चिंता महसूस होना।

डॉक्टरों का कहना है कि अगर इन संकेतों को नजरअंदाज किया गया, तो स्थिति गंभीर हो सकती है। पहला घंटा (Golden Hour) बेहद अहम होता है, जिसमें इलाज शुरू होने पर 90% मरीजों की जान बचाई जा सकती है।

क्या है “Silent Heart Attack”?

कई बार हार्ट अटैक बिना किसी दर्द या छाती में दबाव के भी होता है, इसे Silent Heart Attack कहते हैं। यह अधिकतर इन लोगों में देखा गया है—

डायबिटीज़ के मरीज
महिलाएं, 50 साल से ऊपर के व्यक्ति, जो पहले से ब्लड प्रेशर या मोटापे से ग्रस्त हों,
लक्षण हल्के होते हैं- सिरदर्द, थकान, नींद की दिक्कत, या भूख न लगना- जिन्हें लोग अक्सर मामूली मान लेते हैं।

कौन-कौन लोग हैं ज्यादा रिस्क में

ICMR और WHO रिपोर्ट (2024) के अनुसार हाई BP या डायबिटीज़ के मरीज, स्मोकिंग या अल्कोहल लेने वाले, कम नींद, ज्यादा तनाव वाले लोग, जंक फूड और फैट वाले भोजन के शौकीन, पारिवारिक इतिहास में हार्ट डिजीज़ वाले व्यक्ति।

हार्ट हेल्थ की ज़रूरी जांचें

  1. ECG (Electrocardiogram) - दिल की विद्युत गतिविधि का विश्लेषण

  2. ECHO Test - दिल की पंपिंग क्षमता और वॉल्व की जांच

  3. Lipid Profile Test - खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) स्तर का पता लगाता है

  4. Blood Sugar Test - डायबिटीज़ कंट्रोल के लिए

  5. CT Angiography - ब्लॉकेज की जांच के लिए एडवांस टेस्ट

दिल को मजबूत रखने के प्राकृतिक तरीके

• रोज़ाना 30 मिनट तेज़ वॉक करें
• धूम्रपान व शराब से दूरी बनाएँ
• Meditation और Yoga को दिनचर्या में शामिल करें
• हरी सब्जियाँ, फल, ओट्स और ड्राई फ्रूट्स खाएँ
• नमक, शक्कर और तेल का सेवन सीमित रखें

गुस्सा और तनाव कम करें, क्योंकि “Stress is the Silent Killer”

इमरजेंसी में क्या करें (First Aid Steps)

  1. मरीज को तुरंत आराम की स्थिति में लिटा दें, सिर थोड़ा ऊपर रखें।

  2. Aspirin 325mg (अगर एलर्जी न हो) चबाने को दें।

  3. एम्बुलेंस या 108 पर तुरंत कॉल करें।

  4. अगर दिल की धड़कन बंद हो जाए तो CPR (Cardio Pulmonary Resuscitation) करें, इससे कई बार दिल की धड़कन दोबारा शुरू हो सकती है।

भारत में बढ़ते हार्ट अटैक के आंकड़े

• हर साल 30 लाख से ज्यादा भारतीय हृदय रोगों से प्रभावित होते हैं।
• 40% केस 40 साल से कम उम्र में देखने को मिल रहे हैं।
• शहरी इलाकों में हार्ट डिजीज़ की दर ग्रामीण क्षेत्रों से दोगुनी है।

डॉक्टरों का संदेश:
“हार्ट अटैक कभी अचानक नहीं आता, शरीर पहले से चेतावनी देता है। जो अपने शरीर की भाषा समझता है, वही अपनी जिंदगी बचा सकता है।”

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