अब पूर्व फौजी संभालेंगे नोएडा एयरपोर्ट के आसपास की कमान!: जेवर, टप्पल और वृंदावन में भू-माफियाओं पर होगी सख्त कार्रवाई, हर मंगलवार चलेगा ऑपरेशन?
अब पूर्व फौजी संभालेंगे नोएडा एयरपोर्ट के आसपास की कमान!

नोएडा: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने जेवर, वृंदावन और टप्पल जैसे इलाकों में भू-माफियाओं से जमीन बचाने के लिए एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, रिटायर्ड डीएसपी रैंक के अधिकारियों की अगुवाई में पूर्व सैनिकों की टीमें तैनात की जा रही हैं, जो इन इलाकों में गश्त करेंगी और अवैध गतिविधियों को रोकेंगी।

सुरक्षा को पूर्व सैन्यकर्मी की टीमें तैनात :

आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने एक अनोखी और प्रभावशाली योजना बनाई है। NIA (नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट) और उसके आसपास की जमीन को भू-माफियाओं से बचाने के लिए अब रिटायर्ड डीएसपी रैंक के अधिकारियों के नेतृत्व में पूर्व सैन्यकर्मियों की टीमें तैनात की जा रही हैं। प्रत्येक टीम में 10 पूर्व सैनिक होंगे। टप्पल, जेवर और वृंदावन; तीनों संवेदनशील क्षेत्रों में इन टीमों को तैनात किया जा रहा है। ये सरकारी वाहनों से गश्त करेंगी और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अवैध निर्माण पर तत्काल कार्रवाई करेंगी।

‘एयरपोर्ट सिटी’ के नाम पर बेचे गए गैरकानूनी प्लॉट : 

जानकारी के अनुसार टप्पल, सिरसेढ़ी और हेलूपुर गांवों में 'चेरी बिल्डकॉन', 'जम्मन एक्सपर्ट', 'एयरोसिटी प्रोजेक्ट', और 'एमआरजेके टाउनशिप' जैसी कंपनियां जमीनों पर अवैध कब्जा कर रहीं थीं। इन कंपनियों ने मासूम लोगों को ‘एयरपोर्ट सिटी’ के सपने दिखाए और उन्हें गैरकानूनी प्लॉट बेच दिए। लेकिन गुरुवार को एक बड़ा अभियान चला जिसमें YEIDA, अलीगढ़ जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने 27 हेक्टेयर से ज्यादा ज़मीन को कब्जे से मुक्त करवाया। इसकी अनुमानित कीमत 407 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।

हर मंगलवार होगा अतिक्रमण पर कार्रवाई :

प्राधिकरण ने इस खतरे को गंभीरता से लेते हुए एक रणनीतिक और साप्ताहिक अभियान शुरू किया है। अब हर मंगलवार को ‘अतिक्रमण विरोधी विशेष कार्रवाई’ की जाएगी। साथ ही, अचानक निरीक्षण और बुलडोज़र एक्शन भी शामिल होगा।

अवैध प्लॉट खरीदा तो खुद जिम्मेदार :

गौरतलब है कि YEIDA ने साफ कर दिया है कि इन अवैध कॉलोनियों से जुड़ी कोई भी खरीद-फरोख्त आपकी अपनी ज़िम्मेदारी होगी। अगर आपने किसी ऐसे प्रोजेक्ट में पैसा लगाया है जो मंजूर नहीं है, तो आपका नुकसान आपकी ज़िम्मेदारी है। ऐसे पर किसी भी तरह की भरपाई या कानूनी संरक्षण नहीं मिलेगा।

FIR और गिरफ्तारी की तैयारी,भू-माफिया पर शिकंजा :

रिपोर्ट के अनुसार अलीगढ़ ज़िले में अब तक 57 लोगों पर FIR दर्ज की गई है, जो अवैध प्लॉटिंग और निर्माण में शामिल पाए गए हैं। यह कार्रवाई अब अन्य जिलों तक भी बढ़ाई जा रही है, जहां ऐसी गतिविधियां जोरों पर हैं।

क्या पूरे उत्तर प्रदेश में लागू होगा ये मॉडल? :

इस पूरी रणनीति ने एक उदाहरण पेश किया है कि पूर्व सैन्यकर्मियों की अनुशासित और सख्त निगरानी व्यवस्था कैसे भू-माफियाओं पर लगाम कस सकती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि यह मॉडल सफल रहा, तो इसे पूरे राज्य में दोहराया जा सकता है। जहां जमीन कब्जे और अवैध प्लॉटिंग बुरी तरह फैली हुई है।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत के सबसे बड़े और हाई-प्रोफाइल प्रोजेक्ट्स में से एक है। इसके आसपास की ज़मीन सिर्फ रियल एस्टेट की संपत्ति नहीं, बल्कि राष्ट्रीय विकास की धुरी बन चुकी है।
ऐसे में, इस जमीन की सुरक्षा सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि राष्ट्रहित का विषय है।

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