नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर बड़े बदलाव!: बढ़ेंगे सेफ्टी फीचर्स; सोलर लाइट, रंबल स्ट्रिप्स और दिशा सूचक बोर्ड से लेकर...जारी हुआ इतने करोड़ का टेंडर?
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर बड़े बदलाव!

नोएडा: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर रोजाना जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे लाखों लोगों को जल्द राहत मिलने वाली है। नोएडा अथॉरिटी ने इस हाईटेक एक्सप्रेस वेके सुरक्षा फीचर्स को और उन्नत करने के लिए 7.52 करोड़ रुपये का टेंडर जारी कर दिया है। जल्द ही यहां पर सोलर ब्लिंकर, थर्मोप्लास्टिक पेंट, नई दिशा सूचक बोर्ड, और रंबल स्ट्रिप्स जैसी सुविधाएं नजर आएंगी।

24 किलोमीटर का ये एक्सप्रेसवे 10 लाख लोगों की जान का सवाल!

नोएडा अथॉरिटी के महाप्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि 24 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे में 20 किमी का हिस्सा नोएडा प्राधिकरण के अधीन है। रोजाना करीब 10 लाख लोग इस रूट से सफर करते हैं। लगातार हो रहे हादसों और सेफ्टी गैप्स की वजह से अथॉरिटी ने 10 महीने लंबा सर्वे कराया और इसके बाद यह निर्णायक कदम उठाया गया।

क्या होगा इस 7.52 करोड़ से?

नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक एसपी सिंह के अनुसार, इस फंड से जो कार्य किए जाएंगे, वे इस प्रकार हैं:

●17 पुराने दिशा सूचक बोर्ड हटाकर नए लगाए जाएंगे, जो रात में रिफ्लेक्टिव होंगे

●रात में चमकने वाली सोलर लाइटिंग जगह-जगह लगाई जाएगी

●थर्मोप्लास्टिक पेंट से रोड मार्किंग की जाएगी, ताकि वाहन चालकों को स्पष्ट मार्गदर्शन मिले

●रंबल स्ट्रिप्स हर कट पर लगाई जाएंगी, ताकि चालक सतर्क रहें

●स्पीड लिमिट संकेत, एएफपी टेप, स्प्रिंग पोस्ट, डेलीनेटर इत्यादि लगाए जाएंगे

●पुराने ITMS पोल, जिन्हें हटाना संभव नहीं, उनमें अब ब्लिंकर लाइट लगाकर उपयोग में लाया जाएगा

हादसों से सबक, अब सेफ्टी का एक्शन:

आपको बता दे कि एक्सप्रेसवे पर पिछले कुछ वर्षों में कई घातक दुर्घटनाएं हुई हैं। 2023 में आईटीएमएस पोल से टकराकर दो युवकों की मौत ने इस मुद्दे को सार्वजनिक बहस का हिस्सा बना दिया। चौंकाने वाली बात यह थी कि इनमें से एक मृतक के पिता खुद नोएडा अथॉरिटी में कार्यरत थे। यह हादसा ना सिर्फ निजी त्रासदी थी, बल्कि सिस्टम की असंवेदनशीलता पर करारा तमाचा भी।
इसके बाद अथॉरिटी ने करीब 10 महीने तक सर्वे और विश्लेषण किया और अब रोड सेफ्टी सुधार के लिए टेंडर जारी किया गया है।

क्या है टेंडर खुलने की डेडलाइन

आपको बता दे कि नोएडा अथॉरिटी ने इच्छुक एजेंसियों के लिए 15 मई तक आवेदन की अंतिम तिथि तय की है। दावा है कि मई के अंत तक काम शुरू करा दिया जाएगा।

एक्सप्रेसवे सफर अब और ज्यादा होगा सुरक्षित:

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर रोज़ाना लाखों लोगों का सफर अब और ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक होने जा रहा है। 7.52 करोड़ की लागत से लागू होने वाले ये सेफ्टी अपग्रेड्स जैसे सोलर लाइट, थर्मोप्लास्टिक पेंट, रंबल स्ट्रिप्स और दिशा-सूचक बोर्ड न सिर्फ सड़क हादसों को कम करेंगे, बल्कि यात्रियों में ट्रैफिक अनुशासन की भावना भी मजबूत करेंगे। वर्षों से नजरअंदाज हो रही इन खामियों पर अब आखिरकार एक ठोस कदम उठाया गया है, जिससे एक्सप्रेसवे की छवि एक हाई-स्पीड लेकिन हाई-सेफ्टी कॉरिडोर के रूप में और निखरेगी।

अथॉरिटी की मंशा अच्छी है, और कदम भी सही दिशा में है। लेकिन देश में योजनाएं अक्सर नियति से ज्यादा ठेकेदारों की नियति पर निर्भर करती हैं। ऐसे में जनता यही चाहती है कि यह 7.52 करोड़ रंग-बिरंगे बोर्डों और चमकते सोलर लाइट्स से आगे जाकर असल में भी ज़िंदगियां बचाए।

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