नई दिल्ली: दिल्ली के गांवों की तकदीर अब बदलने जा रही है! एक लंबे समय से उपेक्षा झेलते ग्रामीण इलाकों को अब शहर जैसी सुविधाएं मिलने वाली हैं। दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने 2025-26 में ग्रामोदय अभियान के तहत 357 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, जिससे राजधानी के गांवों को एक आधुनिक और आत्मनिर्भर रूप देने की योजना है।
हर बुनियादी जरूरतों पर होगा ध्यान:
आपको बता दें कि यह सिर्फ गांवों का विकास नहीं, बल्कि एक सिस्टमेटिक ट्रांसफॉर्मेशन मिशन है, जिसमें सड़कों से लेकर सीवर, तालाब से लेकर श्मशान घाट तक—हर बुनियादी ज़रूरत को नए सिरे से परिभाषित किया जा रहा है। लगभग 200 गांवों को इस योजना में शामिल किया गया है, और 20 से अधिक गांवों में 18 से ज्यादा विकास कार्य शुरू भी हो चुके हैं।
क्या-क्या बदलेगा गांवों में?
पक्की सड़कें और जल निकासी: अब कच्ची सड़कें और जलभराव इतिहास बनने वाले हैं। हर गांव को मिलेगी मजबूत कनेक्टिविटी।
सीवर लाइन और स्वच्छता व्यवस्था: खुले में बहता गंदा पानी और बदबूदार गलियों का अंत। आएगी हाइटेक सफाई व्यवस्था।
ओपन जिम और पार्क: हरियाली और स्वास्थ्य का संगम—गांवों में खुलेंगे व्यायामशालाएं और खूबसूरत बाग-बगिचे।
जल निकायों का पुनरुद्धार: सूख चुके तालाब फिर से लबालब होंगे। जल संरक्षण को मिलेगा नया जीवन।
श्मशान घाट और चारागाह विकास: अंतिम संस्कार के स्थान होंगे अपग्रेडेड; पशुपालन के लिए चारागाह होंगे सुसज्जित।
DDA का बड़ा विजन—'हर गांव बनेगा आदर्श'
गौरतलब है कि यह योजना सिर्फ सुविधाएं देने की बात नहीं करती, बल्कि एक संपूर्ण सामाजिक-आर्थिक क्रांति का आधार बन रही है। ग्रामीण इलाकों में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर, बाजारों तक पहुंच आसान होगी और जीवनशैली में आएगा व्यापक सुधार। गांवों को न केवल शहरों से जोड़ा जाएगा, बल्कि उन्हें स्वावलंबन की मिसाल बनाया जाएगा।
प्राकृतिक सौंदर्य का होगा विस्तार!
आपको बता दें कि गांवों के पार्कों में सिर्फ पेड़ नहीं लगेंगे, बल्कि अमरूद, आंवला, जामुन जैसे फलदार पौधे और गुलमोहर, अमलतास जैसे शोभायमान वृक्ष लगाए जाएंगे। यानी सुंदरता और उपयोगिता—दोनों का मेल होगा।
DDA और LG मिलकर करेंगे गाँवों का विकास
गौरतलब है कि इस अभियान की शुरुआत दिसंबर 2023 में उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने की थी।
दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग (GNCTD) ने DDA को 959 करोड़ रुपये का फंड ट्रांसफर किया था।
अब इस साल DDA ने 357 करोड़ रुपये का बजट तय कर दिया है ताकि योजनाओं को ज़मीन पर उतारा जा सके।
जाने क्या है DDA?
दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) की स्थापना 1957 में हुई थी। इसका उद्देश्य दिल्ली के शहरी विकास और नियोजन को सुव्यवस्थित करना था। DDA का मुख्य कार्य दिल्ली में आवास, पार्किंग, सड़कों, जल आपूर्ति, और बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं का क्रियान्वयन करना है। DDA दिल्ली के विकास को सुव्यवस्थित बनाने और नागरिकों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए कई योजनाएं संचालित करता है।यह केवल विकास योजना नहीं, बल्कि ‘गांवों की सामाजिक-पुनर्रचना की क्रांति’ है। योजना का उद्देश्य सिर्फ सड़क या सीवर बनाना नहीं, बल्कि गांवों को आत्मनिर्भर, आधुनिक और स्मार्ट सुविधाओं से युक्त बनाना है।