नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐसा बयान दिया है जिसने पूरे विश्व का ध्यान भारत की ओर खींच लिया है। “भारत अब सिर्फ अपनी नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की विकास गाथा लिखने जा रहा है” - पीएम मोदी ने यह बात ईटी वर्ल्ड लीडर्स फोरम 2025 में कही।
भारत देगा विश्व के धीमी अर्थव्यवस्था को रफ्तार :
आपको बता दें कि उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि “भारत अब ठहरे पानी में कंकड़ फेंकने वाला नहीं है, बल्कि तेज बहती धारा को मोड़ने की ताकत रखता है।” पीएम का इशारा साफ था कि भारत न केवल अपनी अर्थव्यवस्था को गति देगा, बल्कि धीमी विकास दर से जूझ रही वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा देगा।
भारत का नया माइलस्टोन – 100 देशों तक EV एक्सपोर्ट :
गौरतलब है कि मोदी ने ऐलान किया कि भारत जल्द ही 100 देशों को इलेक्ट्रिक वाहन (EVs) निर्यात करेगा। यह सिर्फ एक कारोबारी उपलब्धि नहीं होगी, बल्कि यह भारत को “ग्रीन एनर्जी और टिकाऊ परिवहन का वैश्विक केंद्र” बनाने की दिशा में सबसे बड़ा कदम होगा। उन्होंने कहा, “आज भारत सिर्फ गाड़ियां ही नहीं, बल्कि मेट्रो कोच, रेल कोच और लोकोमोटिव तक विदेश भेज रहा है। यह हमारे आत्मनिर्भर भारत की सबसे बड़ी तस्वीर है।”
जानें मोदी के भाषण की प्रमुख बातें :
आपकी जानकारी को बता दें कि प्रधानमंत्री के भाषण में कई ऐसे बिंदु रहे जो भारत की आर्थिक मजबूती और भविष्य की दिशा को दर्शाते हैं—
● भारत की अर्थव्यवस्था – जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी, वैश्विक विकास में 20% योगदान
● विदेशी मुद्रा भंडार – अब तक का सर्वाधिक स्तर
● ऑटोमोबाइल निर्यात – 2014 से पहले सालाना ₹50,000 करोड़, अब ₹-1.2 लाख करोड़
● क्रेडिट रेटिंग – 20 साल बाद S&P Global Ratings ने भारत की रेटिंग अपग्रेड की
● रोज़गार – जून 2025 में EPFO डेटा में दर्ज 22 लाख नई नौकरियां, अब तक का रिकॉर्ड
● दिल्ली एयरपोर्ट – दुनिया के टॉप-6 एयरपोर्ट्स में शामिल, 10 करोड़ से ज्यादा यात्री सालाना
● महंगाई – 2017 के बाद सबसे निचले स्तर पर
● सोलर पैनल क्षमता – 2014 में 2.5 GW, अब 100 GW
रिसर्च और इनोवेशन पर ज़ोर :
विदित है कि पीएम मोदी ने कहा कि भारत की सफलता का आधार सिर्फ मेहनत नहीं, बल्कि रिसर्च और इनोवेशन है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विदेशी रिसर्च हमें केवल जीने लायक बना सकती है, लेकिन भारत की ऊँची आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर सकती। यही कारण है कि सरकार ने रिसर्च, इनोवेशन और प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी पर खास ध्यान दिया है। क्लीन एनर्जी, क्वांटम टेक्नोलॉजी, बैटरी स्टोरेज, एडवांस्ड मटीरियल्स और बायोटेक्नोलॉजी जैसे सेक्टरों में बड़े निवेश की तैयारी है।
“तेज़ धारा को मोड़ने की ताकत भारत में है”
गौरतलब है कि अपने संबोधन में मोदी ने भारत की भूमिका को बहुत बड़ी तस्वीर में रखते हुए कहा कि “हमारे पास समय की धारा को मोड़ने की क्षमता है। आने वाले दशक में भारत सिर्फ अपने विकास की नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की रफ्तार तय करेगा।”
कुल मिलाकर, पीएम मोदी का यह भाषण सिर्फ एक राजनीतिक बयान नहीं बल्कि भारत की आर्थिक शक्ति, तकनीकी क्षमता और वैश्विक नेतृत्व की घोषणा था। आने वाले वक्त में यह तय है कि भारत सिर्फ बाज़ार नहीं रहेगा, बल्कि दुनिया को आगे ले जाने वाला इंजन बनेगा।