नई दिल्ली : क्या आप जानते हैं कि भारत का सबसे अमीर मुख्यमंत्री कौन है? और किस सीएम के पास दौलत के नाम पर सबसे कम सम्पत्ति है? चुनाव सुधार पर काम करने वाले NGO एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और नेशनल इलेक्शन वॉच (NEW) की ताज़ा रिपोर्ट ने इस सवाल का बड़ा और चौंकाने वाला जवाब दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा 30 मुख्यमंत्रियों की कुल घोषित संपत्ति 1,632 करोड़ रुपए है। लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि इसमें से 57% संपत्ति अकेले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के पास है!
नायडू के पास 931 करोड़ की संपत्ति :
आपको बता दें कि रिपोर्ट कहती है कि नायडू की कुल संपत्ति 931 करोड़ रुपए से ज्यादा है। उनके पास चल संपत्ति में 810 करोड़ (कैश, शेयर, जेवरात, डिपॉजिट आदि) हैं वहीं अचल संपत्ति में 121 करोड़ (जमीन, मकान आदि) है। वहीं कर्ज 10 करोड़ रुपए का है। यानी अकेले नायडू की दौलत देश के बाकी 29 मुख्यमंत्रियों की औसत संपत्ति से कई गुना ज्यादा है।
सबसे कम संपत्ति ममता बनर्जी के पास :
विदित है कि दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास सिर्फ 15.38 लाख रुपए की चल संपत्ति है। न कोई जमीन, न मकान, न गाड़ियां। यानी एक आम मध्यमवर्गीय परिवार जितनी संपत्ति से भी कम।
कम दौलत वाले अन्य सीएम :
आपको बता दें कि कम दौलत वाले अन्य मुख्यमंत्री का लिस्ट निम्नलिखित है।
●उमर अब्दुल्ला (जम्मू-कश्मीर) – 55.24 लाख
●पिनराई विजयन (केरल) – 1.18 करोड़
●भजनलाल शर्मा (राजस्थान) – 1.46 करोड़
कौन हैं टॉप-3 अमीर सीएम?
चंद्रबाबू नायडू (आंध्र प्रदेश) – ₹931 करोड़
पेमा खांडू (अरुणाचल प्रदेश) – ₹332 करोड़
सिद्धारमैया (कर्नाटक) – ₹51 करोड़
पेमा खांडू पर सबसे ज्यादा कर्ज (₹180 करोड़ से ज्यादा) है, जबकि सिद्धारमैया के पास चल और अचल दोनों तरह की संपत्ति है।
सीएम योगी और नीतीश कहाँ खड़े हैं? :
●योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश) – ₹1.54 करोड़
●नीतीश कुमार (बिहार) – ₹1.64 करोड़
●भगवंत मान (पंजाब) – ₹1.97 करोड़
●मोहन माझी (ओडिशा) – ₹1.97 करोड़
●विष्णु देव साय (छत्तीसगढ़) – ₹3.80 करोड़
यानी, उत्तर भारत के कई बड़े राज्यों के सीएम की दौलत अरबों नहीं, महज़ कुछ करोड़ तक ही सीमित है।
40% सीएम पर आपराधिक केस :
रिपोर्ट का सबसे खतरनाक खुलासा ये है कि देश के 30 सीएम में से 12 (40%) पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 10 सीएम पर हत्या की कोशिश, किडनैपिंग और रिश्वतखोरी जैसे गंभीर आरोप हैं। सबसे ऊपर है तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी, जिन पर 89 केस दर्ज हैं।
अब ये रिपोर्ट जनता के सामने है। सवाल उठता है कि लोकतंत्र में संपत्ति और अपराध से जुड़ी इस सच्चाई पर लोग 2029 के चुनाव में किस तरह का फैसला देंगे।