दिल्ली के रेहड़ी पटरी वालों के लिए अच्छी खबर!: ‘स्ट्रीट साथी’ ऐप लॉन्च; मिलेगा आसान ऋण और बीमा जैसी सुरक्षा?
दिल्ली के रेहड़ी पटरी वालों के लिए अच्छी खबर!

समाज: दिल्ली जैसे बड़े महानगर में हज़ारों रेहड़ी-पटरी और छोटे व्यापारी अपनी रोज़ी-रोटी के लिए संघर्ष करते हैं। अब भारतीय राष्ट्रीय रेहड़ी-पटरी विक्रेता संघ (NASVI) ने ‘स्ट्रीट साथी’ ऐप लॉन्च कर वेंडर्स को नई दिशा देने की कोशिश की है। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है और इसका मक़सद वेंडर्स को पहचान, बीमा और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है।

 ₹1 लाख का बीमा और आसान लोन: 

इस ऐप के माध्यम से पंजीकृत वेंडर्स को ₹1 लाख का एक्सिडेंटल बीमा मिलेगा। पहले किसी दुर्घटना या विपत्ति की स्थिति में उनके पास सुरक्षा कवच नहीं होता था, लेकिन अब यह सुविधा उन्हें राहत देगी। इसके अलावा, छोटे व्यापारियों को आसानी से लोन उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वे अपना कारोबार बढ़ा सकें। यह पहल उन्हें आर्थिक रूप से मज़बूत बनाने की दिशा में अहम कदम है।

 MCD और NDMC का सर्वे शुरू: 

दिल्ली नगर निगम (MCD) और नई दिल्ली नगर परिषद (NDMC) ने वेंडर्स की पहचान और पंजीकरण के लिए बड़ा सर्वे शुरू किया है। इस सर्वे से वेंडर्स को आधिकारिक मान्यता मिलेगी, जिससे वे सरकारी योजनाओं और लाभों का फायदा उठा पाएंगे। अब तक अनिश्चितता और अवैध माने जाने वाले वेंडर्स को वैध दर्जा मिलेगा।

 हाईकोर्ट का आदेश : कानूनी सुरक्षा 

दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में बड़ा निर्णय दिया है। अदालत ने साफ कहा है कि किसी भी वेंडर को हटाने से पहले कम से कम 30 दिन का नोटिस देना अनिवार्य होगा। यह आदेश वेंडर्स को कानूनी सुरक्षा प्रदान करता है और उन्हें बिना वजह हटाए जाने की समस्या से बचाएगा।

 फूड वेंडर्स को मुफ्त रजिस्ट्रेशन: 

खाने-पीने का सामान बेचने वाले वेंडर्स के लिए भी राहत की खबर है। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने घोषणा की है कि अब फूड वेंडर्स का रजिस्ट्रेशन पूरी तरह मुफ्त होगा। इससे छोटे स्तर पर काम करने वाले हज़ारों वेंडर्स को सीधा लाभ मिलेगा और वे अधिक आत्मविश्वास के साथ अपना व्यवसाय चला सकेंगे।

 क्यों ज़रूरी है यह पहल: 

दिल्ली में लाखों लोग रेहड़ी-पटरी पर निर्भर हैं। ये वेंडर्स न सिर्फ़ अपनी आजीविका कमाते हैं बल्कि आम नागरिकों को रोज़मर्रा का सामान सस्ते दामों पर उपलब्ध कराते हैं। लंबे समय से असुरक्षा और अनिश्चितता से जूझ रहे इन वेंडर्स के लिए ‘स्ट्रीट साथी’ ऐप और नई सरकारी नीतियाँ उम्मीद की किरण हैं।

 स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती: 

रेहड़ी-पटरी वाले छोटे व्यापारी होने के बावजूद स्थानीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। उनकी आजीविका सुरक्षित होने से उनके परिवार और समुदाय को सीधा लाभ मिलेगा। साथ ही, यह कदम दिल्ली की समग्र अर्थव्यवस्था को भी मज़बूत करेगा।

 संक्षेप में कहा जाए तो ‘स्ट्रीट साथी’ ऐप वेंडर्स को पहचान, सम्मान और सुरक्षा प्रदान करने वाला महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल उनके जीवन में स्थिरता और आत्मनिर्भरता लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

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