धर्म और संस्कृति: दीपावली के दीप बुझते ही राजधानी दिल्ली में अब सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा की तैयारियां पूरे जोश के साथ शुरू हो गई हैं। इस साल दिल्ली सरकार ने छठ मनाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़े और अभूतपूर्व इंतज़ाम किए हैं। यमुना किनारे 17 मॉडल घाट विकसित किए जा रहे हैं और शहर के 1000 से अधिक स्थानों पर छठ महापर्व का आयोजन किया जाएगा।
भव्य तैयारी और सफाई अभियान
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, यमुना तटों की सफाई और सौंदर्यीकरण का कार्य तेज़ी से जारी है। दिल्ली नगर निगम (MCD) ने “क्लीन घाट ड्राइव” शुरू की है ताकि श्रद्धालु स्वच्छ और सुरक्षित माहौल में पूजा कर सकें। घाटों पर बायो-टॉयलेट्स, कचरा केंद्र, एंटी-स्लिप मैट्स और पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है।
यमुना किनारे 17 मॉडल घाट
राजधानी में इस बार 17 मॉडल घाट बनाए जा रहे हैं, जिनमें हर सुविधा उपलब्ध होगी लाइटिंग, टेंट, changing rooms, सुरक्षा कर्मी और महिला श्रद्धालुओं के लिए अलग सेक्शन। CM शालिनी गुप्ता ने कहा “छठ पूजा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान और एकता का पर्व है, सरकार का उद्देश्य है कि हर व्रती सुरक्षित और सम्मानजनक तरीके से पूजा कर सके।”
श्रद्धालुओं पर दर्ज पुराने केस होंगे वापस
CM गुप्ता ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि छठ पर्व के दौरान या पहले श्रद्धालुओं पर दर्ज सभी पुराने केस वापस लिए जाएंगे। उन्होंने कहा “आस्था के उत्सव में किसी भी श्रद्धालु को कानूनी झंझटों का सामना नहीं करना पड़ेगा।”
स्वास्थ्य और सुरक्षा इंतज़ाम
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल मेडिकल टीमें सभी प्रमुख घाटों के पास तैनात रहेंगी। एम्बुलेंस, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और स्वयंसेवक टीमें चौबीसों घंटे ड्यूटी पर रहेंगी ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
यमुना जल की गुणवत्ता पर सख्त निगरानी
यमुना की स्वच्छता बनाए रखने के लिए एनजीटी (राष्ट्रीय हरित अधिकरण) के दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। जल गुणवत्ता की जांच के लिए विशेष प्रयोगशाला टीमें तैनात हैं। श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि वे घाटों पर प्लास्टिक या पूजा सामग्री न फेंकें।
ड्रोन और CCTV से निगरानी
दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए सभी प्रमुख घाटों पर ड्रोन कैमरे और CCTV निगरानी प्रणाली लगाने का निर्णय लिया है। हर घाट पर पुलिस बल, महिला सिपाही और सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स तैनात रहेंगे।
ट्रैफिक और पार्किंग व्यवस्था
छठ के दौरान संभावित भीड़ को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने स्पेशल ट्रैफिक प्लान जारी किया है। यमुना घाटों के पास अलग पार्किंग ज़ोन, बस शटल सेवाएं और मार्ग डायवर्जन की व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालुओं को असुविधा न हो।
24×7 कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन
दिल्ली सरकार ने सभी ज़िलों में 24×7 कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर शुरू करने का निर्णय लिया है, जिससे श्रद्धालु किसी भी समस्या या शिकायत की तुरंत सूचना दे सकें।
CM गुप्ता की भावनात्मक अपील
मुख्यमंत्री गुप्ता ने लोगों से अपील की “छठ पर्व केवल सूर्य उपासना नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है। यमुना हमारी मां है, उसकी स्वच्छता ही सच्ची आस्था है। मैं सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध करती हूं कि स्वच्छता और अनुशासन का पालन करते हुए इस महापर्व को मनाएं।”
छठ पूजा का महत्व
छठ पूजा सूर्य देव और छठी मइया की उपासना का चार दिनी पर्व है। यह नहाय-खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य के रूप में मनाया जाता है। श्रद्धालु 36 घंटे का निर्जला व्रत रखकर सूर्य देव से परिवार की सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करते हैं।
श्रद्धालुओं में उत्साह
दिल्ली में रह रहे बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों में इस पर्व को लेकर भारी उत्साह है। कई आरडब्ल्यूए और समाजसेवी संगठन अपने स्तर पर घाटों की तैयारी में मदद कर रहे हैं।
निष्कर्ष:
इस साल दिल्ली की धरती पर छठ महापर्व केवल आस्था और परंपरा का नहीं, बल्कि स्वच्छता, सुरक्षा और सामूहिक एकता का संदेश भी देगा।