दिल्ली क्राइम न्यूज; गॉडमैन पर यौन शोषण के गंभीर आरोप!: छात्राओं को अश्लील मैसेज और रात को कमरे में बुलाने...जानें फरार आरोपी चैत्यानंद पर पुलिस जांच में चौंकाने वाले खुलासे?
दिल्ली क्राइम न्यूज; गॉडमैन पर यौन शोषण के गंभीर आरोप!

नई दिल्ली : राजधानी के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने छात्राओं की सुरक्षा और शिक्षा जगत की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। खुद को गॉडमैन बताने वाला स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी (64 वर्ष) अब यौन शोषण और मानसिक प्रताड़ना के आरोपों में फरार है। पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है, लेकिन आरोपी लगातार भेष बदलकर फरारी काट रहा है।

छात्राओं को प्यार और धमकी का दोहरा जाल :

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जांच में सामने आया है कि चैतन्यानंद छात्राओं को पहले “बेबी”, “आई लव यू”, “आई अडोर यू” जैसे मैसेज भेजता था। वह उनके कपड़ों और बालों की तारीफ करता, फिर रात में अपने कमरे में बुलाने का दबाव डालता। अगर कोई छात्रा मना करती तो वह खुलेआम धमकी देता था कि “अगर नहीं आई तो नंबर काट दूंगा, फेल कर दूंगा”

आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को बनाया टारगेट :

विदित है कि खास बात यह है कि उसने EWS कोटे की छात्राओं को टारगेट बनाया, क्योंकि वे आर्थिक रूप से कमजोर थीं और स्कॉलरशिप पर पढ़ रही थीं। इसलिए वो ऐसी लड़कियों से फायदा उठाने की ताक में बैठा रहता था।

पुलिस जांच में चौंकाने वाले खुलासे :

आपको बता दें कि हैरत की बात यह है कि आरोपी की मदद 3 महिला वार्डन और फैकल्टी मेंबर्स कर रही थीं। वे छात्राओं को चुप रहने के लिए दबाव डालतीं और चैट्स डिलीट करवातीं। अब तक 32 छात्राओं से पूछताछ हो चुकी है, जिनमें से 17 ने लिखित शिकायत दी। 16 छात्राओं ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया। आरोपी के ठिकाने से एक वॉल्वो कार मिली जिस पर फर्जी राजनयिक नंबर प्लेट (39 UN 1) लगी थी।

आरोपी की ‘क्राइम कुंडली’

●2009 – डिफेंस कॉलोनी में महिला को फोन कर परेशान करने और अश्लील बातें करने का केस।

●2016 – वसंत कुंज आश्रम में छात्रा को नंबर काटने की धमकी देकर कमरे में बुलाया और छेड़छाड़ की।

●2024-25 – 17 से ज्यादा छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के आरोप।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, चैतन्यानंद पहले भी कई बार जमानती धाराओं का फायदा उठाकर छूट चुका है। यही वजह है कि अब छात्राओं के परिवार न्याय के लिए सड़क से लेकर अदालत तक आवाज उठा रहे हैं।

कानून की पेचीदगियां और गिरफ्तारी की मुश्किलें:

गौरतलब है कि चैतन्यानंद के खिलाफ BNS की धारा 75(2)/79/351(2) और अन्य धाराओं में केस दर्ज है। इनमें अधिकतम सजा तीन साल है और ज्यादातर धाराएं जमानती हैं। यही कारण है कि कानूनी विशेषज्ञ मानते हैं कि गिरफ्तारी होने पर भी उसे जल्द ही जमानत मिल सकती है।

छात्राओं का दर्द और समाज पर सवाल :

गौरतलब है कि यह मामला सिर्फ एक आरोपी की हरकत नहीं है, बल्कि यह शिक्षा संस्थानों में छिपे खतरों की भी गवाही देता है। छात्राओं ने साफ कहा है कि  “गॉडमैन के मुखौटे के पीछे छिपा ये आदमी हमें डराता था, लालच देता था और अपमानित करता था। अगर कोई आवाज उठाता तो नंबर काटने और करियर बर्बाद करने की धमकी मिलती।”

दिल्ली का यह केस महिला सुरक्षा, शिक्षा संस्थानों की पारदर्शिता और कानून की जटिलताओं पर गंभीर सवाल उठाता है। फरार आरोपी को कब तक पुलिस पकड़ पाती है और कब तक पीड़िताओं को न्याय मिलता है, यह आने वाले दिनों में तय होगा।

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