बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में रील बनाने पर इसलिए लगी रोक!: मंदिर परिसर के 30 मीटर के दायरे में वीडियो बनाना पूरी तरह प्रतिबंधित, पकड़े जानें पर होगी सख्त कार्रवाई?
बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में रील बनाने पर इसलिए लगी रोक!

देहरादून: इस साल बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में वीडियो या रील बनाने की इजाज़त नहीं होगी। बद्री-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा है कि अब मंदिर के 30 मीटर के दायरे में किसी भी तरह की वीडियो रिकॉर्डिंग, फोटोग्राफी या सोशल मीडिया रील बनाने पर सख्त प्रतिबंध रहेगा।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दिए सख्त निर्देश

यह फैसला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद लिया गया है। इसका उद्देश्य मंदिर की पवित्रता बनाए रखना और दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अव्यवस्था से बचाना है। 

श्रद्धालुओं को दर्शन करने में होती है परेशानी

अक्सर देखा गया है कि बड़ी संख्या में लोग मंदिर परिसर में रील बनाने में जुट जाते हैं जिससे न केवल भीड़ बढ़ती है बल्कि श्रद्धालुओं को दर्शन में भी कठिनाई होती है। पिछले साल केदारनाथ में रील बनाने को लेकर कुछ पुरोहितों और श्रद्धालुओं के बीच विवाद भी हो गया था जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था।

मंदिर परिसर के 30 मीटर के दायरे में वीडियो बनाने पर रोक

इन घटनाओं को देखते हुए मंदिर समिति ने इस बार पहले से ही सख्ती बरतने का निर्णय लिया है। बीकेटीसी के सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल ने जानकारी दी कि केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को और बद्रीनाथ के कपाट 4 मई को खुलेंगे। दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए इस बार मंदिर परिसर के 30 मीटर के दायरे में वीडियो और रील बनाना पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। 

समिति इस बार व्यवस्थाओं को बेहतर और अनुशासित रखने की दिशा में काम कर रही है ताकि सभी श्रद्धालुओं को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित दर्शन का अनुभव मिल सके। साथ ही यह भी चेतावनी दी गई है कि सोशल मीडिया पर झूठी या भ्रामक खबरें फैलाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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