चारधाम यात्रा 2025 की तैयारी तेज!: जानें रजिस्ट्रेशन से लेकर ट्रैफिक मैनेजमेंट तक की संपूर्ण जानकारी, इस बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यस्था होगी और भी मजबूत जहां CCTV से लेकर...
चारधाम यात्रा 2025 की तैयारी तेज!

देहरादून: साल 2025 की चारधाम यात्रा की उल्टी गिनती शुरू हो गई है और इस बार तैयारियां पहले से कहीं ज़्यादा दमदार और हाईटेक होंगी। चारधाम— केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री— की पवित्र यात्रा में इस बार सुरक्षा, व्यवस्था और क्राउड मैनेजमेंट उच्च स्तर का रहने वाला है। 28 अप्रैल से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे, वहीं ऑनलाइन पंजीकरण पहले से ही जारी है।

 सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतेजाम 

सरकार ने इस बार यात्रा को हर हाल में दुर्घटना और अव्यवस्था मुक्त बनाने के लिए अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं। करीब 6000 पुलिसकर्मी, 17 पीएसी कंपनियां और सैकड़ों होमगार्ड संवेदनशील मार्गों और भीड़भाड़ वाले ज़ोन में तैनात किए जाएंगे। उत्तराखंड सरकार इसे ‘मिशन चारधाम – 100% सुरक्षित और व्यवस्थित यात्रा’ नाम दे रही है।

 अधिकारियों की चौकसी और प्लानिंग हाई अलर्ट मोड पर 

मुख्यमंत्री धामी और मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने खुद यात्रा तैयारियों का जायजा लेना शुरू कर दिया है। डीजीपी और मजिस्ट्रेट दोनों स्तर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और ऑन-ग्राउंड निरीक्षण द्वारा सुरक्षा की व्यवस्था देख रहें हैं। सभी जिलों को स्मार्ट कंट्रोल रूम, ड्रोन निगरानी, GPS ट्रैकिंग वाहन, और रियल टाइम अलर्ट सिस्टम से जोड़ा जा रहा है।

 पंजीकरण के लिए बड़ी राहत – अब ऑफलाइन भी होंगे रजिस्ट्रेशन 

उन श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खुशखबरी है जो ऑनलाइन सिस्टम से वाकिफ नहीं हैं। 28 अप्रैल से राज्यभर के विशेष केंद्रों पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे, ताकि हर कोई बाबा केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन से वंचित न रहे। यात्रियों को ID प्रूफ, मेडिकल सर्टिफिकेट और फोटो के साथ उपस्थित होना होगा।

 2025 में रिकॉर्ड तोड़ सकती है श्रद्धालुओं की संख्या 

2024 में जहां 56 लाख से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने यात्रा की, वहीं इस बार 60 लाख से ऊपर संख्या पहुंचने का अनुमान है। इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ई-टोकन व्यवस्था, भक्तों की लिमिट तय करने, और शिविरों में ऑटोमैटिक अलर्ट सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा।

 यात्रा मार्गों की हालत सुधारी, मौसम अलर्ट सिस्टम और रेस्क्यू टीम स्टैंडबाय 

BRO, PWD और नगर निकाय मिलकर यात्रा मार्गों को चौड़ा और सुरक्षित बना रहे हैं। हर 5-10 किमी पर हेल्थ चेकअप बूथ, वॉटर ATM, और रेस्टिंग टेंट लगाए जा रहे हैं। IMD, SDRF और ITBP की टीमें 24x7 मोड पर रहेंगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।

 सुरक्षा में पीएसी भी जुटी 

पुलिसकर्मियों के साथ-साथ पीएसी की कंपनियां भी संवेदनशील इलाकों और ट्रैफिक पॉइंट्स पर तैनात रहेंगी। रूट डायवर्जन, मेडिकल हेल्प, ड्रोन सर्विलांस और हेल्प डेस्क जैसे आधुनिक साधनों से यात्रा को सुरक्षित और सुचारु बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

 बढ़ेगा धार्मिक पर्यटन, प्रशासन सतर्क 

पिछले साल चारधाम यात्रा से की भीड़ से ज्यादा भीड़ के अनुमान कर कारण शासन-प्रशासन लगातार यात्रा मार्गों का निरीक्षण कर रहा है, और मौसम संबंधी सतर्कता भी बरती जा रही है।

जल्द ही हेलीकॉप्टर सेवा, मेडिकल प्लान और यात्रा पास से जुड़ी जानकारी भी सार्वजनिक की जाएगी

 सरकार का संदेश – आस्था के साथ सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी 

उत्तराखंड सरकार ने साफ कहा है कि “श्रद्धालु यात्रा पर आएं, लेकिन सजग और नियमों का पालन करें।” प्रशासन ने यात्रा से जुड़े फर्जी एजेंटों, बिना रजिस्ट्रेशन यात्रियों और असुरक्षित ट्रैवल कंपनियों पर सख्ती की चेतावनी दी है।

तो अगर आप भी 2025 में चारधाम की पवित्र यात्रा पर जाने का सपना देख रहे हैं, तो तैयार हो जाइए – यह सिर्फ यात्रा नहीं, एक अनुभव होगा जो आपको जीवनभर याद रहेगा।

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