भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से संन्यास की घोषणा कर दी है।
27 अगस्त 2025 को उन्होंने सोशल मीडिया पर भावुक संदेश साझा किया। अश्विन ने लिखा—
“कहते हैं, हर अंत एक नई शुरुआत होती है। आज मेरा IPL करियर समाप्त हो रहा है, लेकिन दुनिया की अन्य लीगों में क्रिकेट का नया सफर आज से शुरू हो रहा है।”
उनके इस संदेश ने करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को भावुक कर दिया, जिन्होंने पिछले 17 वर्षों में उन्हें मैदान पर शानदार प्रदर्शन करते देखा है।
IPL में अश्विन का दबदबा:
अश्विन का IPL करियर लगभग 17 वर्षों तक फैला रहा। इस दौरान उन्होंने 221 मैच खेले और 187 विकेट झटके। उनकी इकॉनमी रेट 7.20 रही, जो उन्हें टूर्नामेंट का पाँचवाँ सबसे सफल गेंदबाज बनाती है। ये आँकड़े केवल संख्याएँ नहीं हैं, बल्कि उस निरंतरता और अनुशासन का प्रतीक हैं, जिसने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया।
गेंदबाजी के दौरान अश्विन की सबसे बड़ी ताकत उनकी विविधता और बल्लेबाजों को पढ़ने की क्षमता रही। टी20 जैसे तेज़ प्रारूप में जहां बल्लेबाज हावी रहते हैं, वहाँ भी अश्विन ने अपनी सटीक लाइन और लेंथ से खेल का रुख बदलने की कला दिखाई।
चेन्नई से राजस्थान तक का सफर:
अश्विन ने IPL करियर की शुरुआत चेन्नई सुपर किंग्स से की थी। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में उन्होंने टीम को कई बार खिताबी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। चेन्नई की पीली जर्सी में उनका प्रदर्शन आज भी फैंस को याद है।
इसके बाद उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स), दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स जैसी टीमों का प्रतिनिधित्व किया। हर टीम में वे न केवल गेंदबाज के रूप में बल्कि रणनीतिक सोच वाले खिलाड़ी के रूप में भी पहचाने गए। उनकी गेंदबाजी की विविधता और बल्लेबाजों को चकमा देने की कला ने उन्हें हर कप्तान का भरोसेमंद हथियार बना दिया।
नई चुनौतियों की ओर कदम:
संन्यास की घोषणा करते हुए अश्विन ने साफ कहा कि यह सफर यहीं समाप्त नहीं होता। अब वे दुनिया की अन्य फ्रेंचाइज़ी लीगों में खेलकर नए अनुभव और चुनौतियाँ अपनाएँगे। उन्होंने संकेत दिया कि उनका खेल के प्रति जुनून अभी भी बरकरार है और IPL को अलविदा कहना सिर्फ एक अध्याय का अंत है।
उनकी पत्नी प्रीथी अश्विन ने भी सोशल मीडिया पर भावुक संदेश साझा किया। उन्होंने लिखा कि यह सफर गर्व का विषय रहा है और अब वे जीवन के अगले अध्याय के लिए तैयार हैं।
आँकड़ों से परे एक प्रेरणा:
अश्विन का IPL करियर केवल आँकड़ों और रिकॉर्ड तक सीमित नहीं रहा। उनकी मेहनत, समर्पण और निरंतरता ने उन्हें भारतीय क्रिकेट की विरासत में एक विशेष स्थान दिलाया। उन्होंने यह साबित किया कि यदि खिलाड़ी अपनी तकनीक और मानसिक मजबूती पर काम करे तो वह किसी भी प्रारूप में अमिट छाप छोड़ सकता है।
युवा खिलाड़ियों के लिए अश्विन एक प्रेरणा हैं। उनका सफर इस बात का उदाहरण है कि कैसे लगन और आत्मविश्वास से एक खिलाड़ी IPL जैसे बड़े मंच पर अमर छाप छोड़ सकता है।
विदाई का संदेश:
IPL को अलविदा कहते हुए अश्विन ने यही संदेश दिया कि हर अंत, एक नई शुरुआत की ओर ले जाता है। उनका यह फैसला भले ही फैंस को भावुक कर गया हो, लेकिन दुनिया की अन्य लीगों में उनका जलवा देखना क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक नया उत्साह लेकर आएगा।