खेल: बिहार के राजगी र खेल परिसर ने रविवार को ऐतिहासिक क्षण देखा, जब भारतीय हॉकी टीम ने एशिया कप 2025 के फाइनल में साउथ कोरिया को 4-1 से हराया। आठ साल बाद यह खिताब जीतने के साथ ही भारत ने चौथी बार एशिया कप का ट्रॉफी अपने नाम किया। स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ के जयकारों से माहौल को रोमांचक बना दिया।
फाइनल में भारत का शानदार प्रदर्शन
मैच की शुरुआत से ही भारतीय खिलाड़ी आक्रामक अंदाज में नजर आए। पहले ही मिनट में सुखजीत सिंह ने गोल कर भारत को शुरुआती बढ़त दिलाई। इसके बाद दिलप्रीत सिंह ने लगातार दो गोल किए, जिससे कोरियाई डिफेंस पूरी तरह धराशायी हो गया और स्कोर 3-0 हो गया। 43वें मिनट में डिफेंडर अमित रोहिदास ने चौथा गोल दागा, जिससे भारत की जीत लगभग तय हो गई। साउथ कोरिया की ओर से दैन सोन ने 51वें मिनट में एकमात्र गोल किया, लेकिन मैच में रोमांच नहीं बदल पाया।
इतिहास में दर्ज हुआ नाम: चौथी बार चैंपियन
भारत ने इससे पहले 2003, 2007 और 2017 में एशिया कप का खिताब जीता था। इस जीत के साथ भारत एशिया कप की सबसे सफल टीमों में शामिल हो गया है। पांच बार विजेता रही साउथ कोरिया को हराकर भारत अब मजबूती से दूसरे स्थान पर पहुंचा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह जीत भारतीय हॉकी को नई ऊर्जा और आत्मविश्वास देगी।
वर्ल्ड कप 2026 के लिए सीधी क्वालीफिकेशन:
इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही भारतीय टीम ने अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड्स में होने वाले हॉकी वर्ल्ड कप 2026 के लिए सीधा क्वालीफाई कर लिया। पूरे टूर्नामेंट में भारत ने अपराजित रहते हुए अपनी ताकत दिखाई। खिलाड़ियों की फिटनेस, रणनीति और टीम वर्क को कोचों और हॉकी विशेषज्ञों ने विश्वस्तरीय बताया।
देश में खुशी की लहर और प्रधानमंत्री का संदेश:
टीम इंडिया की इस शानदार उपलब्धि पर पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर खेल प्रेमियों ने बधाई संदेशों की बौछार की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर खिलाड़ियों को शुभकामनाएँ दी और इस जीत को “बेहतरीन खेल और टीम वर्क की मिसाल” बताया। खेल जगत को उम्मीद है कि भारतीय टीम आने वाले वर्ल्ड कप में भी इसी लय को कायम रखते हुए पदक जीतने की दिशा में अग्रसर होगी।