गाजियाबाद : गाजियाबाद के खेल प्रेमियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राजनगर एक्सटेंशन में बनने वाला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम अब हकीकत बनने की ओर बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) के बीच लंबे समय से चली आ रही खींचतान आखिरकार खत्म होती दिख रही है। दोनों संस्थाओं ने इस प्रोजेक्ट को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर मिलकर आगे बढ़ाने पर सहमति जता दी है।
मुख्यमंत्री के दबाव के बाद तेज हुआ काम :
आपको बता दें कि पिछले महीने (26 जून) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद की समीक्षा बैठक में स्टेडियम को लेकर खास निर्देश दिए थे। उन्होंने साफ कहा था कि स्टेडियम निर्माण में आ रही अड़चनों को तुरंत दूर किया जाए। इसके बाद UPCA और GDA के बीच कई दौर की बातचीत हुई और आखिरकार दोनों पक्ष इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को आगे ले जाने पर सहमत हो गए। UPCA ने भी यह साफ कर दिया है कि वे खरीदी गई जमीन वापस नहीं करेंगे और स्टेडियम निर्माण का पूरा अनुभव उनके पास है। अब जल्द ही MoU यानी मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर होगा और उसके बाद सिर्फ 2 वर्ष के अंदर स्टेडियम रतैयार करने का टारगेट रखा गया है।
कैसा होगा गाजियाबाद का इंटरनेशनल स्टेडियम?
गौरतलब है कि इस स्टेडियम में पहले फेज में 45,000 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था होगी। यहां क्रिकेट अकादमी की शुरुआत भी होगी , ताकि स्थानीय टैलेंट को निखारा जा सके। वहीं विशाल पार्किंग और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स भी इसमें शामिल किया जाएगा। साथ ही आधुनिक सुविधाओं से लैस ग्राउंड, जो इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी कर सकेगा
बनारस मॉडल पर तेजी से काम :
विदित है कि गाजियाबाद का यह प्रोजेक्ट कुछ हद तक बनारस के गंजारी स्टेडियम जैसा होगा, जिसका शिलान्यास खुद प्रधानमंत्री मोदी ने किया था। वहां 30,000 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था होगी और 2026 तक स्टेडियम पूरा होने की उम्मीद है। गाजियाबाद में भी इसी तरह का काम तेज़ी से शुरू होगा।
निर्माण की ओर बढ़ते कदम :
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्टेडियम की चारदीवारी के लिए टेंडर जारी हो चुका है। निर्माण सामग्री स्टेडियम स्थल तक पहुंचाने के लिए GDA से रास्ते बनाने की मांग की गई है। इस समझौते के बाद ग्राउंड लेवल पर काम में और तेजी आएगी।
गाजियाबाद के क्रिकेट फैन्स के लिए यह खबर किसी त्यौहार से कम नहीं। दिल्ली NCR के पास एक और विश्वस्तरीय क्रिकेट स्टेडियम बनना न सिर्फ शहर की पहचान को नई ऊंचाई देगा, बल्कि यहां के युवाओं को भी बड़ा मंच देगा।