स्वास्थ्य : क्या आप रोज़ दही खाते हैं? सावधान! हो सकता है जो आप सेहत समझकर रोज़ अपनी थाली में रख रहे हैं, वो कुछ लोगों के लिए धीमा ज़हर बन रहा हो। जहां एक ओर दही को पाचन का मित्र, हड्डियों का संरक्षक और गर्मियों की ठंडक माना जाता है, वहीं दूसरी ओर ये आपके लिए एलर्जी, सर्दी, बलगम और पाचन संकट की वजह भी बन सकता है। अब सवाल उठता है कि क्या वाकई रोज़ दही खाना सही है? या फिर बिना सोचे-समझे इसे आदत बनाना आपको अस्पताल पहुंचा सकता है?
दही लाभदायक या नुकसानदायक? :
मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार दही में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन B12 और प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पाचन को सुधारते हैं, इम्यून सिस्टम मजबूत करते हैं, और स्किन-बालों को चमक देते हैं। गर्मियों में यह शरीर की भीषण गर्मी से रक्षा करता है एक तरह से प्राकृतिक AC का काम करता है। लेकिन आपको बता दें कि हर शरीर को दही सूट करे, ज़रूरी नहीं।
ये 5 लोग ध्यान दें — दही हो सकता है आपकी सेहत के लिए ख़तरा :
1. लैक्टोज इनटॉलरेंट मरीज़ – दही से पेट फूलेगा, दर्द होगा और उल्टियां तक हो सकती हैं।
2. बार-बार सर्दी-खांसी वाले लोग – दही बलगम बढ़ाता है, खासकर रात को खाने से।
3. ठंडे मौसम में दही खाना? – सीधा न्योता है वायरल इंफेक्शन को।
4. जिन्हें साइनस की समस्या है – दही बंद कीजिए, नहीं तो जाम हो जाएंगे आपके साइनस।
5. बुजुर्ग जिनका पाचन कमज़ोर हो चुका है – बिना डॉक्टर की सलाह के दही न लें।
क्या है दही खाने का सही वक्त :
गौरतलब है दही को सुबह या दोपहर में खाना चाहिए, रायता, लस्सी या छाछ के रूप में। रात को दही बिल्कुल भूल जाइए! खासकर बिना मसाले या अदरक के, ये आपको पाचन की गड़बड़ कर सकता है।
घर का बना या बाहर का दही – कौन ज्यादा खतरनाक? :
आपको बता दें कि घर का दही – बिना प्रिज़र्वेटिव, शुद्ध और ज्यादा एक्टिव प्रोबायोटिक्स वाला होता है वहीं बाजार का दही खतरनाक हो सकता है क्योंकि पैकिंग में छिपे प्रिज़र्वेटिव, फ्लेवर और एक्सपायरी डेट से आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
दही के साथ इन इन्हें खाने से बचे :
आपको बता दें कि दही के साथ मछली खाने से एलर्जी हो सकती है वहीं खट्टे फल खाने से एसिडिटी का खतरा बढ़ जाता है। वही तंदूरी और मसालेदार गर्म खाने के साथ भी खाने से बचना चाहिए।
बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए कैसे हो दही फायदेमंद? :
गौरतलब है कि दही से बच्चो में मजबूत हड्डियों का विकास होता है तथा दांत में भी मजबूती आती है। वहीं दही को बुज़ुर्ग को सीमित मात्रा में, सही समय पर दें, वरना गैस-कब्ज़ा का खतरा बढ़ सकता है।
दही एक सुपरफूड है, लेकिन शर्तें लागू हैं। यह आपकी सेहत को बना भी सकता है और बिगाड़ भी। सही समय, सही मात्रा और शरीर की प्रकृति को समझकर ही करें सेवन।
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट मेडिकल रिसर्च और जनरल जानकारी पर आधारित है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर की राय ज़रूर लें। NCR पत्रिका इसकी सटीकता या व्यक्तिगत असर की जिम्मेदारी नहीं लेती।