छांगुर बाबा के धर्मांतरण के गोरखधंधे के पर्दाफाश के बाद, अब तक की कार्रवाई!: 1500 हिंदुओं को मुसलमान...वही PM मोदी...विस्तार से जानें आखिर क्या हैं पूरा मामला
छांगुर बाबा के धर्मांतरण के गोरखधंधे के पर्दाफाश के बाद, अब तक की कार्रवाई!

बलरामपुर : उत्तर भारत में धर्मांतरण का सबसे खौफनाक चेहरा बनकर उभरा है छांगुर बाबा। नाम भले ‘बाबा’ जैसा लगता हो, लेकिन काम माफिया, शिकारी और मजहबी गिरोह के सरगना जैसे। यूपी ATS और STF की अब तक की जांच में ऐसे खुलासे सामने आए हैं, जिनसे पूरे सिस्टम की नींव हिल गई है।

3 तरीकों से करता था धर्मांतरण – लालच, लव-जिहाद और मजहबी ब्रेनवॉश :

आपको बता दें कि बाबा 3 तरीको से धर्मांतरण का कार्य करता था।

 1. लव जिहाद के लिए मुस्लिम युवाओं को तैयार करना : 

विदित है कि उसका मंत्र था कि हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाओ और फिर धर्म बदलवाओ। आपको बता दें कि औरैया की मानवी शर्मा की कहानी ने सबको झकझोर कर रख दिया, जहां मेराज अंसारी उर्फ 'रुद्र शर्मा' ने फर्जी नाम से निकाह किया और फिर ब्लैकमेल किया।

 2. अमीरी का सपना दिखाकर बहलाना :

वह नवीन-नीतू {जो कि जमालुद्दीन था} और नसरीन की जोड़ी को करोड़पति बनाकर सबके सामने पेश करता था। कहता, “इस्लाम अपना लो, उसके बदले बंगला-गाड़ी और सभी शानो शौकत पाओगे।"

3. ताबीज के जाल में फंसाना :

बाबा गरीबों को शांति, तावीज़ और आध्यात्म का नशा देकर उलझाता था। वह मुस्लिम बनने के बाद कलमा पढ़वाकर प्रतिबंधित मांस भी खिलाता था, ताकि वापसी का रास्ता ही न बचे।

छांगुर का नेटवर्क: 40 देशों तक :

गौरतलब है कि छांगुर खुद को अंतरराष्ट्रीय बाबा बताता था। कहता कि : “मेरे 40 देशों में संपर्क हैं, 20 हजार शागिर्द हैं।” जांच में सामने आया कि केरल, कर्नाटक, कोलकाता और नेपाल बॉर्डर तक इसके कनेक्शन फैले थे। पुणे की एक संस्था से जुड़कर पीएम की तस्वीर वाले लेटरहेड तक इस्तेमाल कर डाला।

बनाया धर्मांतरण का ‘हब’: स्कूल, कॉलेज, मस्जिद, मदरसे और मजारें :

आपको बता दे कि बाबा ने बलरामपुर के रेहरामाफी गांव में आलीशान कोठी, कॉलेज, उर्स बनवाया था जिसे वह धर्मांतरण की मंडी के तौर पर प्रयोग कर रहा था। साथ खाड़ी देशों से फंडिंग के इनपुट भी मिले है। ATS को मिले सबूत में साबित होता है कि पिछले 4 साल में 300 से ज़्यादा मस्जिदें बनीं है। यूपी-नेपाल बॉर्डर पर 108 मदरसों को खाड़ी फंडिंग का सुराग मिला है।

महिलाओं का धर्मांतरण गैंग: अलीना, गुंजा और 1500 लड़कियां :

गौरतलब हैं कि छांगुर के गिरोह ने 1500 महिलाओं को मजहबी रूपांतरण का शिकार बनाया लखनऊ की गुंजा गुप्ता को अबू अंसारी ने ‘अमित’ बनकर फंसाया और फिर अलीना बना दिया। फरीदाबाद, गाजियाबाद, आजमगढ़ और कानपुर तक महिला टारगेटिंग का जाल फैला रहा।

जो नहीं माने उन पर झूठे केस :

आपको बता दें कि हरजीत, बब्बू चौधरी जैसे दर्जनों लोग सिर्फ इसलिए जेल गए क्योंकि उन्होंने विरोध किया।FIR दर्ज कराने के लिए 25 लाख खर्च किए गए। बाबा ने बलरामपुर-बहराइच के गुंडों को धमकी और सुपारी के लिए लगाया गया। बाबा युवतियों की टीम बनाकर रेप केस में फंसाने का भी खेल खेलता था।

PMO तक पहुंचा केस, ATS ने ऐसे पकड़ा :

गौरतलब है कि छांगुर का स्थानीय प्रशासन पर पूरा नियंत्रण था। छांगुर के इशारे पर FIR और गिरफ्तारी होती थी। जब पीएमओ तक शिकायत पहुंची, तब जाकर ATS ने फाइल खोली। अब उसके साथियों – ऐमन रिजवी, कमालुद्दीन, रियाल, सगीर – पर भी शिकंजा कसा जा रहा।

छांगुर बाबा की गिरफ्तारी महज शुरुआत है अब एक मजहबी माफिया की जड़ें उखाड़ने की बारी है। छांगुर बाबा का मामला सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं है, बल्कि यह धर्म के नाम पर ठगी, लालच, और साजिश की एक खतरनाक तस्वीर है। सरकार और एजेंसियां अब हर उस व्यक्ति को तलाश रही हैं, जो उसके जाल में फंसकर अपनी पहचान खो चुके हैं।

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