ऑपरेशन सिन्दूर से पाकिस्तान को हर मोर्चे पर भारी नुकसान!: जानिए 4 दिन में सिलेसिलेवार तरीके से कैसे और कितना बर्बाद हुआ पाकिस्तान?
ऑपरेशन सिन्दूर से पाकिस्तान को हर मोर्चे पर भारी नुकसान!

नई दिल्ली/इस्लामाबाद: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए खूनी आतंकी हमले के बाद भारत ने जो संकल्प लिया था, वो 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के रूप में फूट पड़ा। चार दिनों तक भारतीय वायुसेना, थलसेना और खुफिया एजेंसियों ने मिलकर पाकिस्तान पर ऐसे घाव दिए कि इस्लामाबाद अब तक कराह रहा है।

पहलगाम हमले में 26 निर्दोषों की हत्या के बाद भारत ने यह तय कर लिया था कि इस बार केवल "चेतावनी" नहीं, बल्कि "चेतावनी का अंजाम" दिखाना है। ऑपरेशन सिंदूर का मकसद सिर्फ आतंकियों का सफाया नहीं, बल्कि उनके संरक्षक पाकिस्तान की सैन्य और हवाई क्षमताओं को ध्वस्त करना था। और यही हुआ।


DAY 1: आतंक के अड्डों पर कहर – 100 आतंकी मारे गए:

गौरतलब है कि 7 मई की सुबह, भारत ने बिना समय गंवाए POK और पाकिस्तान के भीतर 9 आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों पर सटीक मिसाइल और ड्रोन हमले किए। मात्र 26 मिनट में 100 से अधिक आतंकियों को नेस्तनाबूद कर दिया गया। लक्ष्य चुने गए थे – उन्हीं पर जिन्होंने भारत में खूनी खेल रचाया था।

राफेल विमानों से छोड़ी गई स्कैल्प क्रूज मिसाइलें, हैमर बम, और कामिकेज़ ड्रोन की यह बरसात पाकिस्तान के लिए कहर बनकर टूटी। POK के मुज़फ्फराबाद, बालाकोट और कोटली में भीषण बर्बादी की गई।

DAY 2: पाकिस्तान का रिटर्न वॉर और भारत था तैयार:

आपको बता दें कि 8 मई की रात पाकिस्तान ने भारत के लेह, जम्मू, बठिंडा और सर क्रीक जैसे 36 स्थानों पर तुर्की से मिले असीसगार्ड ड्रोन से हमला किया। परंतु भारत की वायु रक्षा प्रणालियों – S-400, आकाश और बराक-8 ने अधिकांश ड्रोन हवा में ही उड़ा दिए।

जवाब में, भारत ने लाहौर और कराची की एयर डिफेंस यूनिट्स पर काउंटर-स्ट्राइक की। परिणाम: पाकिस्तान की वायुसेना अंधेरे में भटकने लगी, उनका डिफेंस यूनिट तबाह हो गया।

DAY 3: रडार, एयरबेस और कमांड सेंटर तबाह:

9 मई को भारतीय सेना ने स्कार्दू, जैकोबाबाद, सरगोधा और भोलारी जैसे पाकिस्तान के प्रमुख एयरबेसों पर हमला किया। रडार यूनिट, हथियार डिपो और कमांड सेंटर को सटीक मिसाइल हमलों से तबाह कर दिया गया। पाकिस्तान के पायलटों को आसमान में उड़ान भरने से पहले ही पता नहीं था कि उनके कंट्रोल रूम में क्या बचा है!

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आपात बैठक में बताया कि "पाकिस्तान की जवाबी क्षमता 80% खत्म हो चुकी है।"

DAY 4: निर्णायक प्रहार-पाकिस्तान की हवाई क्षमता ध्वस्त:

विदित है कि 10 मई की सुबह, भारत ने इतिहास का सबसे बड़ा सर्जिकल स्ट्राइक कर डाला। मुरीद, रफीकी, रहीम यार खान, पसरूर और सियालकोट के एयरबेस पर एक के बाद एक हमले कर हवाई अड्डे, मिसाइल यूनिट्स, रडार और गोला-बारूद के गोदामों को बर्बाद कर दिया गया। इस हमले के बाद पाकिस्तान की हवाई शक्ति लगभग अपंग हो गई।

भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने सीजफायर के बाद कहा कि:

 "पाकिस्तान को ऐसा झटका दिया गया है, जिसे वह दशकों तक भूल नहीं पाएगा। उसके एयरबेस, रडार और नियंत्रण केंद्र अब खंडहर हैं।"

ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव – सिर्फ आतंकी नहीं, पाकिस्तान की सैन्य क्षमता बर्बाद:

●9 आतंकवादी ठिकाने खाक

●100+ आतंकी ढेर

●8 पाकिस्तानी एयरबेस तबाह

●रडार सिस्टम और एयर डिफेंस पूरी तरह बर्बाद

●36 ड्रोन हमलों को निष्क्रिय किया

●भारतीय सीमा में कोई बड़ा नुकसान नहीं।

संघर्षविराम के पीछे की डिप्लोमैसी – अमेरिका की मध्यस्थता, लेकिन भारत का कड़ा रुख बरकरार:

10 मई की शाम 5 बजे भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम की घोषणा की गई, जिसमें अमेरिका की सक्रिय मध्यस्थता रही। लेकिन भारत ने साफ किया कि “संघर्षविराम सिर्फ सीमा पर शांति के लिए है, आतंकवाद पर कार्रवाई पर कोई विराम नहीं लगेगा।”

भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर फिर से कोई आतंकी हमला हुआ, तो अगला ऑपरेशन और बड़ा और घातक होगा।

क्या सीजफायर से रहेगी शांति?

गौरतलब है कि सीजफायर की घोषणा हो चुकी है, लेकिन पाकिस्तान अब भी एलओसी पर छिटपुट गोलीबारी कर रहा है। यह संघर्ष रुक सकता है, लेकिन भारतीय रणनीति स्पष्ट है कि अब आतंकवाद पर Zero Tolerance रहेगी।

ऑपरेशन सिंदूर ने यह दिखा दिया कि भारत अब केवल बात नहीं करता, वार करता है ,वो भी सटीक, निर्णायक और करारा। पाकिस्तान की धरती पर मौजूद आतंकी ढांचे, जो दशकों से भारत को लहूलुहान करते आ रहे थे, अब खुद जलकर राख हो चुके हैं।

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