नोएडा/लखनऊ : प्रदेश की नई आर्थिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि नोएडा अब प्रति व्यक्ति आय के मामले में पूरे यूपी ही नहीं, बल्कि देश के औसत से कई गुना आगे निकल चुका है। यानी UP में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले जिलों की लिस्ट में टॉप पर पहुँच गया है। 2024-25 के आंकड़ों के मुताबिक, गौतमबुद्ध नगर में प्रति व्यक्ति आय ₹10.17 लाख तक पहुंच चुकी है, जबकि देश की औसत प्रति-व्यक्ति आय मात्र ₹1.84 लाख है। यानी नोएडा का हर शख्स देश के औसत नागरिक से करीब 5.5 गुना ज्यादा कमाता है।
यूपी के टॉप-3 जिले: कौन कितना कमा रहा?
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय के मामलें में टॉप 3 जिले निम्नलिखित हैं।
रैंक - डिस्ट्रिक्ट - प्रति-व्यक्ति आय (2024-25)
●1 - गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) - ₹10.17 लाख
●2 - लखनऊ - ₹2 लाख (लगभग)
●3 - गाजियाबाद - ₹1.9 लाख (अनुमानित)
राज्य की GDP में कौन कितना दे रहा योगदान?
आइये जानतें हैं 2024-25 में उत्तर-प्रदेश के किन जिलों का GDP में कितना योगदान रहा।
जिला - GDP में हिस्सेदारी
गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) - 10.3%
लखनऊ - 5.5%
गाजियाबाद - 4.6%
आगरा - 3.03%
कानपुर नगर - 3.00%
प्रयागराज - 2.9%
मेरठ - 2.4%
गोरखपुर - 2.2%
गाजीपुर - 2.02%
वाराणसी - 1.99%
नोएडा की कमाई का क्या है?
गौरतलब हैं कि UP में 25,000 से ज्यादा इंडस्ट्रीज़ हैं जिसमें आईटी पार्क, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स और MSMEs शामिल हैं जिसने नोएडा को इंडस्ट्रियल पावरहाउस बना दिया है। साथ ही तेज़ी से बढ़ता इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे यमुना एक्सप्रेसवे, जेवर एयरपोर्ट, फिल्म सिटी जैसी योजनाओं से निवेश की रफ्तार बढ़ी है। नोएडा निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है यह विदेशी कंपनियों का हब बनता जा रहा है, जिससे नौकरियों और इनकम में उछाल देखनें में मिला है। वहीं इस मामलें में कारखाना उपनिदेशक बृजेश कुमार ने कहा कि – “तीनों प्राधिकरण मिलकर फैक्ट्री एक्ट के तहत उद्योगों को रजिस्टर्ड कर रहे हैं ताकि राज्य की GDP में नोएडा का योगदान सही तरीके से मापा जा सके।”
राज्य का आर्थिक ग्राफ भी हुआ हाई :
आपको बता दें कि उत्तर-प्रदेश की Per Capita Income 94,068 रुपये हो गयी है जो कि पिछले साल (2023-24) में ₹93,514 थी। इस दौरान आवक में वृद्धि दर (2024-25) 13.1% रही जो कि पिछले 5 साल में सबसे ज्यादा है।
जीडीडीपी (सकल जिला घरेलू उत्पाद) में कौन नंबर वन? :
गौरतलब है कि गौतमबुद्ध नगर जिले की कुल GDDP ₹2.64 लाख करोड़ का अनुमानित हैं इसके बाद क्रमशः लखनऊ और गाजियाबाद दूसरे व तीसरे स्थान पर आते हैं।
क्या बोले एक्सपर्ट्स?
विदित है कि आर्थिक विश्लेषक डॉ. राकेश दुबे कहते हैं कि – “नोएडा सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि यूपी की आर्थिक राजधानी बन चुका है। इसका मॉडल बाकी जिलों के लिए मिसाल बन सकता है।"