नोएडा : नोएडा अब सिर्फ आईटी और इंडस्ट्री का नहीं, बल्कि डिफेंस टेक्नोलॉजी का भी बड़ा हब बन रहा है। शनिवार दोपहर 3 बजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नोएडा की ड्रोन कंपनी राफे एम फाइबर का दौरा करेंगे। यह वही कंपनी है, जिसके बने 700 से ज्यादा ड्रोन हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय सेना के मिशन का अहम हिस्सा बने थे। दुश्मन की पोजिशन ट्रैक करने से लेकर स्ट्रेटेजिक सपोर्ट देने तक, इन ड्रोन ने जंग का पूरा खेल पलट दिया था।
एक घंटे के निरीक्षण में क्या होगा?
आपको बता दें कि रक्षा मंत्री और CM कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का दौरा करेंगे और ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल किए गए ड्रोन को करीब से देखेंगे। साथ ही यह भी समझेंगे कि कैसे हाई-टेक ड्रोन आने वाले समय में वॉरफेयर का सबसे बड़ा हथियार साबित हो सकते हैं।
कंपनी के पास कौन से अचूक ड्रोन हथियार :
गौरतलब है कि कम्पनी ने कई प्रकार के मारक ड्रोन का निर्माण किया है जिसमें प्रमुख हैं -
● MR-10 स्वार्म ड्रोन – झुंड बनाकर दुश्मन पर वार
● MR-20 हाई एल्टीट्यूड ड्रोन – ऊंचाई से निगरानी और हमला
● भारत पोर्टेबल ड्रोन – सैनिकों द्वारा ऑपरेट होने वाला
● X-8 समुद्री निगरानी प्लेटफॉर्म – वॉटर बेस्ड ऑपरेशंस के लिए
इनमें से कई का प्रयोग ऑपरेशन सिंदूर में हुआ और हर मिशन 100% सफल रहा।
ऑपरेशन सिन्दूर के बाद बढ़ा था ग्लोबल कैपिटलिस्टों का भरोसा :
विदित है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद ग्लोबल इन्वेस्टर्स का भरोसा इन कम्पनी पर काफी बढ़ा। कंपनी को जनरल कैटलिस्ट जैसे ग्लोबल इन्वेस्टर्स से 850 करोड़ रुपए (100 मिलियन डॉलर) की फंडिंग मिली। यह दिखाता है कि भारतीय डिफेंस स्टार्टअप्स पर दुनिया का भरोसा कितना बढ़ रहा है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम :
आपको बता दें कि इस हाई-प्रोफाइल विजिट को लेकर नोएडा में 2500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। ट्रैफिक प्लान भी तैयार है ताकि वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान शहर की रफ्तार न रुके।
नोएडा बनेगा टेक्नोलॉजी हब :
गौरतलब है कि केंद्रीय IT मंत्री अश्विनी वैष्णव देश की पहली टेम्पर्ड ग्लास फैक्ट्री का उद्घाटन करेंगे। वहीं संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तीन दिवसीय रोबोटिक चैंपियनशिप का शुभारंभ करेंगे, जिसमें 60 देशों की टीमें और 2200 से ज्यादा प्रतिभागी शामिल होंगे।
कुल मिलाकर, नोएडा इस हफ्ते टेक्नोलॉजी, डिफेंस और इनोवेशन का सबसे बड़ा गढ़ बनने जा रहा है। और सबसे ज्यादा ध्यान उन दमदार भारतीय ड्रोन पर होगा, जिन्होंने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए।