बॉलीवुड: रणबीर कपूर ने कई बार इंटरव्यू में यह कबूल किया है कि उनके पिता ऋषि कपूर का स्वभाव बेहद सख्त था। एक बार पूजा घर में जूते पहनकर जाने पर ऋषि कपूर ने छोटे रणबीर को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया था। उस समय उनकी उम्र करीब 12 साल थी और उन्हें इस बात की समझ नहीं थी कि यह परंपरा के खिलाफ माना जाता है। इस घटना को रणबीर ने खुद फिल्मफेयर और टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में याद किया है।
बचपन और पिता की सख्ती:
रणबीर कपूर का जन्म 28 सितंबर 1982 को ऋषि कपूर और नीतू सिंह के घर हुआ। कपूर खानदान की चौथी पीढ़ी होने के कारण उन पर शुरू से ही लोगों की नज़र थी। लेकिन बचपन आसान नहीं था। पिता ऋषि कपूर का स्वभाव बेहद अनुशासित और सख्त था। रणबीर खुद कई बार कह चुके हैं कि पिता ने उन्हें पूजा घर में जूते पहनकर जाने पर थप्पड़ जड़ा था। इस घटना ने उन्हें यह सिखाया कि अनुशासन और परंपराओं का सम्मान ज़रूरी है।
फ्लॉप डेब्यू और भंसाली से टकराव:
रणबीर कपूर ने 2007 में संजय लीला भंसाली की फिल्म “सावरिया” से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह असफल रही और इसे रणबीर के करियर की धीमी शुरुआत माना गया। सेट पर काम के दौरान उनका भंसाली से झगड़ा भी हुआ और कहा जाता है कि गुस्से में उन्होंने रणबीर पर हाथ भी उठाया। हालांकि यह घटना विवादित रही और इसे लेकर कई तरह की चर्चाएँ होती रही हैं।
संघर्षों से सफलता तक:
फ्लॉप डेब्यू के बाद रणबीर ने चुन-चुनकर ऐसी फिल्में कीं जिन्होंने उन्हें अलग पहचान दी।
“वेक अप सिड” (2009)- एक युवा की लाइफ बदलने वाली कहानी, जिसने रणबीर को युवाओं का चहेता बना दिया।
“रॉकस्टार” (2011)- इम्तियाज़ अली की इस फिल्म ने उनके अभिनय को नया मुकाम दिया।
“बर्फी” (2012)- मूक-बधिर किरदार में रणबीर ने आलोचकों और दर्शकों दोनों का दिल जीत लिया।
“ये जवानी है दीवानी” (2013)- युवाओं की सबसे पसंदीदा फिल्मों में से एक।
“संजू” (2018)- संजय दत्त की बायोपिक ने उन्हें करियर की सबसे बड़ी हिट दी।
आज का रणबीर कपूर:
आज 43 की उम्र में रणबीर कपूर न सिर्फ बड़े स्टार्स की लिस्ट में शामिल हैं बल्कि अपनी फिल्मों की पसंद और अभिनय से वह लगातार नए मुकाम हासिल कर रहे हैं। “ब्रह्मास्त्र” जैसी फिल्मों से उन्होंने यह साबित किया कि उतार-चढ़ाव के बावजूद वह लंबे रेस के खिलाड़ी हैं।
रणबीर की कहानी बताती है कि पिता के थप्पड़, सेट पर झगड़े और फ्लॉप डेब्यू जैसी घटनाएँ किसी इंसान को तोड़ने के बजाय उसे और मजबूत भी बना सकती हैं। रणबीर कपूर ने यही किया और आज वह बॉलीवुड के चमकते सितारों में गिने जाते हैं।