जयपुर : राजस्थान SOG ने राजस्थान में बड़े शिक्षक भर्ती घोटाले का खुलासा किया है। 1 करोड़ रुपये में पेपर लीक करने का आरोप लगा है, इसके लिए निजी स्कूल संचालक गिरफ्तार हुए हैं। इस प्रकरण में 123 नियुक्त शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज करके बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। इस कार्यवाही से 2018-2022 के बीच पिछले शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार के सबूत मिले हैं।
एक करोड़ में बिका था पेपर :
आपको बता दें कि स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की जांच में सामने आया कि पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शिक्षा संकुल से शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर सीधे एक प्राइवेट विद्यालय संचालक को 1 करोड़ रुपये में बेच दिया गया। यह संचालक बाद में पैसे लेकर सैकड़ों अभ्यर्थियों तक यह पेपर पहुंचाता रहा। 2018 और 2022 में इसी फर्जीवाड़े से नौकरी पाने वाले 123 शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है। अब इनकी बर्खास्तगी तय मानी जा रही है।
सिर्फ यही नहीं, जाँच में और भी घोटाले आये सामने :
गौरतलब है कि SOG की जांच में पता चला कि यह कोई एक बार का खेल नहीं था SI भर्ती परीक्षा 2021 में भी पेपर लीक, डमी कैंडिडेट और फर्जी दस्तावेज का खेल चला। जिसमें 120 लोग गिरफ्तार किये गए हैं, जिनमें 54 प्रशिक्षु SI भी शामिल हैं।हाल ही में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पीएसओ राजकुमार यादव और उनके बेटे भरत को भी दबोचा गया।
डिग्रियां भी बिक रही थीं!
विदित है कि शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा सिर्फ पेपर लीक तक नहीं रुका। 202 उम्मीदवारों ने उत्तर प्रदेश के शिकोहाबाद स्थित JS यूनिवर्सिटी से पैसे देकर फर्जी डिग्रियां खरीदीं। इन पर भी SOG का शिकंजा कस चुका है।
“फर्जी तलाक” से सरकारी नौकरी :
विदित है कि 12 महिलाओं ने फर्जी तलाक के कागज बनवाकर आरक्षण का फायदा लिया और सरकारी नौकरी पा ली। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड अब इस मामले की भी SOG से जांच कराने जा रहा है।
अगला कदम - बर्खास्तगी और जेल :
गौरतलब है कि SOG ने इस पूरे घोटाले को “संगठित अपराध” की श्रेणी में माना है। 123 शिक्षकों और 202 फर्जी डिग्री वालों को जल्द नौकरी से बाहर करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। जिन अधिकारियों और नेताओं की मिलीभगत सामने आई, उन पर भी केस दर्ज करने की तैयारी है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं :
आपको बता दें कि इस प्रकरण में आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर जारी रहा। भाजपा ने कहा कि "कांग्रेस शासन में भ्रष्टाचार का साम्राज्य था।" वहीं कांग्रेस ने कहा कि "वर्तमान सरकार राजनीतिक बदले की कार्रवाई कर रही है।"
शिक्षा विभाग द्वारा अब आगे पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करने की योजना है। इसके साथ ही ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने पर जोर दिया गया है। यह घोटाला राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था में गहरे पैठे भ्रष्टाचार को उजागर करता है। SOG की जांच से भर्ती प्रक्रियाओं में सुधार की उम्मीद जगी है, लेकिन दोषियों को सजा मिलना अभी बाकी है।