नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विस्तार का तीसरा चरण शुरू!: 1858 हेक्टेयर भूमि...इन 14 गाँवों की जाएगी जमीन, जानें ग्रामवार जनसुनवाई की तारीख
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विस्तार का तीसरा चरण शुरू!

ग्रेटर नोएडा: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना अब अपने तीसरे चरण में पहुंच गई है।
प्रशासन ने इस चरण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू कर दी है। इस बार 14 गांवों की करीब 1857.8871 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी, जिसमें हजारों किसानों की हिस्सेदारी है।

इस तारीख से ग्रामीण पेश कर सकेंगे आपत्तियां:
जानकारी के लिए बता दें कि अपर जिलाधिकारी (भू-अर्जन) कार्यालय से जारी सूचना के मुताबिक, 25 नवंबर से 3 दिसंबर 2025 तक ग्रामवार सुनवाई की प्रक्रिया चलेगी। इस दौरान प्रभावित ग्रामीण अपनी आपत्तियां और सुझाव पेश कर सकेंगे। सुनवाई रोजाना सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ग्रेटर नोएडा के सेक्टर गामा-2 स्थित एडीएम भू-अर्जन कार्यालय में होगी।

किन 14 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहित? यह है पूरी लिस्ट :

एयरपोर्ट परियोजना के विस्तार के तहत निम्नलिखित 14 गांवों से भूमि ली जानी है:

  1. थोरा

  2. नीमका शाहजहांपुर

  3. ख्वाजपुर

  4. रनहेरा (रामनेर)

  5. किशोरपुर

  6. बनवारीबांस

  7. पारोही

  8. मुकिमपुर शिवारा

  9. जेवर बंगर

  10. साबौता मुस्तफाबाद

  11. अहमदपुर चौरौली

  12. दयानतपुर

  13. बंकापुर

  14. रोही

ग्रामवार सुनवाई की तिथियां :

●25 नवंबर: रनहेरा
●26 नवंबर: साबौता मुस्तफाबाद, अहमदपुर चौरौली
●27 नवंबर: थोरा
●28 नवंबर: दयानतपुर, किशोरपुर, मुकिमपुर शिवारा
●29 नवंबर: ख्वाजपुर
●1 दिसंबर: बनवारीबांस, पारोही
●2 दिसंबर: नीमका शाहजहांपुर
●3 दिसंबर: रोही, जेवर बंगर, बंकापुर

ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध खसरा विवरण :
अधिकारियों के मुताबिक, सभी प्रभावित किसानों की सूची और खसरा नंबरों का पूरा विवरण अब ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। साथ ही, संबंधित ग्राम पंचायतों, नगर निकायों और जेवर तहसील कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर भी सूचना चस्पा कर दी गई है, ताकि कोई भी व्यक्ति जानकारी से वंचित न रहे।

क्यों अहम है तीसरा चरण?
विदित है कि एयरपोर्ट के तीसरे चरण का काम शुरू होते ही जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विस्तार तेज़ी से आगे बढ़ेगा। इससे न सिर्फ हजारों रोजगार के अवसर पैदा होंगे बल्कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र को वैश्विक एविएशन हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। प्रशासन का दावा है कि इस चरण के बाद एयरपोर्ट की क्षमता डबल हो जाएगी और यहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या में कई गुना इज़ाफा होगा।

किसानों की उम्मीदें और चिंताएं :
हालांकि एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को लेकर स्थानीय किसानों में मिश्रित प्रतिक्रिया है। कुछ किसान मुआवजे की उम्मीद में हैं, तो कुछ भूमि मूल्य और पुनर्वास नीति को लेकर सवाल उठा रहे हैं। प्रशासन ने भरोसा दिया है कि सभी प्रभावितों को तय नियमों के अनुसार उचित मुआवजा और पुनर्वास लाभ दिया जाएगा।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का तीसरा चरण सिर्फ एक निर्माण परियोजना नहीं, बल्कि भारत की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्धियों में से एक बनने जा रहा है।
14 गांवों की ज़मीन के बदले में विकास का एक नया अध्याय लिखा जाएगा, जो न सिर्फ पश्चिमी उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे उत्तर भारत के एविएशन नक्शे को बदलने वाला साबित हो सकता है।

अन्य खबरे