नोएडा में "एक क्लिक" से होगा भू-माफियाओं का पर्दाफाश!: अब कोई भी जमीन बार-बार नहीं बिकेगी, जानें कैसे लगेगी धोखाधड़ी पर रोक
नोएडा में

नोएडा : अब नोएडा में एक ही जमीन को बार-बार बेचने और भोले-भाले लोगों को लूटने का गोरखधंधा खत्म होने जा रहा है। इस सिलसिले में नोएडा अथॉरिटी ने बड़ा फैसला लिया है अब कोई भी जमीन सरकार द्वारा अधिग्रहित की गई है या नहीं, इसकी सटीक जानकारी आम जनता को एक क्लिक में मिल सकेगी। यानी जमीन खरीदने से पहले आप घर बैठे ही जांच सकेंगे कि वह जमीन वैध है या ठगी का जाल। जैसे ही अथॉरिटी किसी जमीन को अधिग्रहित करेगी, उसकी पूरी जानकारी — गांव, गाटा संख्या, खतौनी, तहसील सहित पोर्टल पर अपलोड कर दी जाएगी। इससे लोगों को धोखाधड़ी से बचने में जबरदस्त मदद मिलेगी। भूमाफियाओं द्वारा की जा रही झूठी दस्तावेज़बाज़ी और फर्जी रजिस्ट्री का खेल भी अब डिजिटल दस्तावेज़ों की तलवार से कटेगा।

क्यों उठाना पड़ा ये कदम? :

आपको बता दें कि "न्यू नोएडा योजना" के लॉन्च होते ही जिले में जमीन की डिमांड आसमान छूने लगी। इसका फायदा उठाते हुए भूमाफियाओं ने प्राधिकरण की अधिग्रहीत जमीनों को भी 'फॉर सेल' बता कर आम लोगों को बेवकूफ बनाना शुरू कर दिया। हजारों घर खरीददार ऐसे झांसे में आ गए जिनसे न नक्शा पास हुआ, न निर्माण की अनुमति मिली और न ही जमीन का मालिकाना हक।

हर जमीन की जानकारी होगी पोर्टल पर अपलोड :

आपको बता दें कि अब सरकार ने सीधे आदेश जारी किया है कि प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहित हर जमीन की जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध हो, और खतौनी में स्पष्ट रूप से 'प्राधिकरण के नाम' की एंट्री दर्ज हो। ताकि कोई भी व्यक्ति भूलेख निकालकर देख सके कि जमीन असल में किसकी है। इससे आम लोगों को झूठ बोलकर जमीन नहीं बेचा जा सकेगा।

जमीन पर होगा "सरकारी दावा", बोर्ड से मिलेगी चेतावनी :

गौरतलब है कि अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि प्राधिकरण की अधिग्रहीत जमीनों पर मौके पर जाकर बड़े-बड़े बोर्ड लगाए जाएं, ताकि कोई धोखे में न पड़े। यदि किसी अधिग्रहीत जमीन पर पहले से कोई पुरानी आबादी, दुकान, धर्मस्थल या कोई निर्माण है, तो उसकी भी जानकारी अथॉरिटी की बैठक में दी जाएगी और उसका समाधान खोजा जाएगा।

डिजिटल दस्तावेज़ बनेंगे धोखाधड़ी के दुश्मन :

जानकारी के अनुसार अब भूलेख और खतौनी की कंप्यूटराइज्ड कॉपी निकालकर कोई भी व्यक्ति यह जान सकेगा कि जमीन निजी है या सरकारी, साफ है या विवादित। इससे प्रॉपर्टी डीलर के झांसे में आने वालों की संख्या घटेगी, और बार-बार बिकने वाली जमीनों की कहानी इतिहास बन जाएगी।

सिस्टम बदला, अब ‘भू-माफिया राज’ खत्म होगा? :

नोएडा जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहर में जमीनों को लेकर धोखाधड़ी अब आम बात हो गई थी। लोगों को फर्जी दस्तावेज दिखाकर करोड़ों की ठगी की जा रही थी। लेकिन अब सरकार ने जमीन की पारदर्शिता को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाकर भूमाफियाओं की कमर तोड़ने की तैयारी कर ली है।

अब नोएडा में जमीन खरीदना न सिर्फ आसान होगा बल्कि सुरक्षित भी। सरकार के इस कदम से न सिर्फ लोगों का भरोसा बढ़ेगा बल्कि भू-माफियाओं की दुकानें भी बंद होने वाली हैं। अब एक क्लिक से सच सामने आ जायेगा।

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