तेहरान/येरुशलम : ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के जंग के एलान ने मध्य-पूर्व में युद्ध की आग भड़का दी है। X (ट्विटर) पर उनका ऐलान सामने आते ही ईरानी सेना ने इजराइल पर 25 फतह मिसाइलें दाग दीं, जिनमें से कई हाइपरसोनिक फतह-1 मिसाइलें थीं। इधर इजराइल भी कहां चुप बैठने वाला था उसने 50 से ज्यादा लड़ाकू विमानों ने ईरान के कई सैन्य और न्यूक्लियर ठिकानों को निशाना बनाकर जवाबी हमला कर दिया।
ईरान का दावा – इजराइल की जमीन और आसमान पर कब्जा! :
आपको बता दें कि ईरानी-मीडिया और सैन्य शाखा इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कार्प्स का दावा है कि बुधवार सुबह किए गए मिसाइल हमलों में इजरायल के एयर-डिफेंस को पूरी तरह खत्म कर दिया गया। बयान में कहा गया कि : "हमने इजराइल देश के सबसे सुरक्षित जगहों को कई बार टारगेट किया है। अब आकाश हमारा है, खेल अब हमारी बताए गए शर्तों पर होगा।"
फतह-1 मिसाइल का पहला युद्ध प्रयोग :
गौरतलब है कि फतह मिसाइल एक हाइपरसोनिक हथियार है, जिसकी रफ्तार आवाज़ की गति से 5 गुना ज्यादा है। इससे इजराइल की मिसाइल शील्ड ध्वस्त हो गई। तस्नीम न्यूज एजेंसी ने इसे "मिलिट्री हिस्ट्री का टर्निंग पॉइंट" बताया है।
इजराइल का प्रहार – "अब हमारी बारी!" -
गौरतलब है कि इजराइल ने इस हमले के बाद मिशन 'ऑपरेशन क्लीन स्काई' लॉन्च किया। मंगलवार देर रात से बुधवार तड़के तक 50 से ज्यादा फाइटर जेट्स ने तेहरान के पास न्यूक्लियर सेंट्रीफ्यूज फैक्ट्री, मिसाइल निर्माण संयंत्र, एयर डिफेंस सप्लाई यूनिट्स जैसे दर्जनों लक्ष्यों को खाक कर दिया। IDF (इजराइली डिफेंस फोर्स) ने दावा किया कि : "हम एक से दो हफ्तों में ईरान के न्यूक्लियर खतरे को पूरी तरह खत्म कर देंगे।"
मौत और तबाही का आंकड़ा डरावना! :
आपको बता दें कि अभी तक इस युद्ध के परिणामस्वरूप ईरान में 600 से ज्यादा मौत और 1,326 लोगों का घायल होने का समाचार है वहीं इजराइल में 24 मौत और सैकड़ो लोग इस महायुद्ध से घायल हो चुके हैं। ईरान के मेजर जनरल अली शादमानी, जो कि खतम-अल-अनबिया सैन्य कमांड हेड थे, इजराइली हवाई हमले में मारे गए। ये वही कमांड है जो युद्धकाल में पूरे ईरान की रणनीतिक सैन्य योजना को संचालित करती है।
मोसाद और AMAN मुख्यालय पर ईरानी जवाबी हमला :
ईरान ने तेल अवीव स्थित मोसाद हेडक्वार्टर और इजराइल की मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंसी AMAN की इमारतों को टारगेट किया है। इजराइल ने फिलहाल इन हमलों पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की, लेकिन अमेरिकी सैटेलाइट इंटेलिजेंस ने इन लोकेशनों पर "स्ट्रक्चरल डैमेज" की पुष्टि की है।
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने दी धमकी "खामेनेई को पता है, हम कहां तक जा सकते हैं!" :
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने प्लेटफॉर्म "Truth" पर लिखा कि : "हमें पता है खामेनेई कहां छिपा है। उस तक पहुंचना आसान है… लेकिन हम अभी उसे मारेंगे नहीं। बिना शर्त आत्मसमर्पण करो।" ट्रम्प का यह बयान अमेरिकी सैन्य साझेदारी के संकेतों की ओर इशारा करता है।
तनाव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला – ब्रिटेन और जॉर्डन ने चेताया :
जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला ने कहा: "इजराइल के हमले मिडिल ईस्ट को बारूद का ढेर बना देंगे।" वहीं ब्रिटेन ने साइप्रस और ओमान में फाइटर जेट्स तैनात किए, ताकि यूरोपीय नागरिकों और हितों की रक्षा हो सके।
ईरान में इंटरनेट ब्लैकआउट – जनता से कट गया देश! :
आपको बता दें कि ईरान के तेहरान के साथ ही पूरे देश में इंटरनेट को सेवा एकदम धीमी हो गई हैं कहीं तो बंद ही हो चुकी है। विशेषज्ञों के अनुसार सरकार ने जानबूझकर संचार बंद किया है ताकि जनता से संघर्ष की असली तस्वीर छिपाई जा सके।
इस युद्ध ने अब सीमित संघर्ष की सीमा पार कर दी है। अमेरिका की मौन भागीदारी, इजराइली आक्रामकता और ईरान के बदले की आग से लगता है कि मिडिल ईस्ट के ऊपर एक और वर्ल्ड वॉर मंडरा रहा है।