दिल्ली में, इस महीने होगी पहली कृत्रिम बारिश!: : IIT कानपुर की तकनीक से ऐसे मिलेगी प्रदूषण से निजात...जानें क्यों जरूरी हैं यह प्रयोग और क्या होंगे फायदें
दिल्ली में, इस महीने होगी पहली कृत्रिम बारिश!:

नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली की जहरीली हवा से जूझ रहे लोगों के लिए बड़ी खबर है। प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए सरकार अब कृत्रिम बारिश (Artificial Rain) कराने जा रही है। इसके लिए DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने IIT कानपुर को हरी झंडी दे दी है। यह अनुमति 1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक के लिए दी गई है। इस दौरान प्रदूषण ज्यादा होता है और हवा सांस लेने लायक भी नहीं रहती। अब उम्मीद है कि आसमान से होने वाली कृत्रिम बारिश राजधानी को कुछ हद तक राहत दिलाएगी।

कैसे होगी कृत्रिम बारिश?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि IIT कानपुर का एयरक्राफ्ट VT-IIT (सेस्ना 206H) आसमान में उड़ान भरेगा। विमान में बादलों में नमी बढ़ाने वाला केमिकल स्प्रे किया जाएगा। इससे बादल सक्रिय होंगे और बरसात शुरू होगी। इस तकनीक को Cloud Seeding कहा जाता है, जो अमेरिका, चीन और दुबई जैसे देशों में पहले से इस्तेमाल हो रही है।

कब होगा पहला ट्रायल?

गौरतलब है कि पर्यावरण मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि मौसम और वैज्ञानिक मानक अनुकूल होते ही 1 से 11 अक्टूबर के बीच ट्रायल शुरू कर दिए जाएंगे। विमान को स्टैंडबाय पर रखने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।

सुरक्षा और सख्त नियम :

आपको बता दें कि उड़ान के दौरान पीएमओ, राष्ट्रपति भवन जैसे प्रतिबंधित क्षेत्रों से दूरी रखी जाएगी। हवाई फोटोग्राफी की अनुमति नहीं होगी। पायलट पूरी तरह अनुभवी और स्वस्थ होंगे। उड़ान ATC क्लियरेंस, VFR नियम और एयरपोर्ट प्राधिकरण के सहयोग से ही होगी।

क्यों ज़रूरी है यह प्रयोग?

गौरतलब है कि हर साल सर्दियों में दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो जाती है। पराली जलने, धूल और स्मॉग के कारण हवा में PM 2.5 और PM 10 खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है। सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और अस्थमा जैसी बीमारियां बढ़ जाती हैं। कृत्रिम बारिश से प्रदूषक कण जमीन पर जम जाएंगे और हवा साफ हो जाएगी।

पहले क्यों टला था प्लान?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जुलाई में भी कृत्रिम बारिश का प्लान बना था, लेकिन तकनीकी वजहों और मौसम अनुकूल न होने के कारण इसे टाल दिया गया। अब अक्टूबर–नवंबर में इसका पहला बड़ा प्रयोग किया जाएगा।

जनता को क्या फायदा?

गौरतलब है कि इस कदम से आम जनता को जहरीली हवा से तुरंत राहत मिलेगी। सड़क और हवा की धूल दबेगी। जिससे बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों को थोड़ी राहत मिलेगी और दिल्ली प्रदूषण पर काबू पाने का एक नया मॉडल बनेगा।

अब सवाल यह है कि क्या यह Artificial Rain वास्तव में दिल्ली को राहत दिला पाएगी, या यह भी केवल एक प्रयोग बनकर रह जाएगी? लेकिन इसमें 2 राय नहीं कि यह कदम दिल्ली वालों के लिए बड़ी राहत लाने वाला कदम साबित होगा।

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