तकनीकी: भारत में हर बातचीत का मतलब अब तक व्हाट्सएप रहा है। घर की गपशप से लेकर ऑफिस की मीटिंग तक सबकुछ इसी पर चलता है। लेकिन अब इस साम्राज्य को चुनौती देने के लिए मैदान में उतर चुका है भारत की कम्पनी Zoho का स्वदेशी मैसेजिंग ऐप ‘Arattai’, जिसने अचानक ट्रैफिक में 100 गुना उछाल दर्ज कर टेक दुनिया में हलचल मचा दी है।
जानें क्या है Arattai?
आपको बता दें कि चेन्नई की आईटी कंपनी Zoho ने इसे विकसित किया है। 'Arattai' तमिल शब्द है, जिसका मतलब है “बातचीत”। इसमें हैं वो सब फीचर्स, जो एक आधुनिक चैटिंग ऐप में होने चाहिए। इसमें
● टेक्स्ट मैसेजिंग, वॉयस और वीडियो कॉल
● स्टोरीज और चैनल्स
● मल्टी-डिवाइस सपोर्ट
● Android TV पर भी चलने की सुविधा
● वॉयस और वीडियो कॉल पर एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (चैट एन्क्रिप्शन पर काम जारी)
जैसे सभी अच्छे फीचर्स मौजूद हैं। सबसे बड़ी बात है कि Zoho दावा करता है कि यूजर्स का डेटा किसी भी कमाई के लिए इस्तेमाल नहीं होगा। यानी पूरी तरह नो डेटा चोरी, नो प्रॉफिट गेम।
100 गुना ट्रैफिक का धमाका :
गौरतलब है कि Zoho के संस्थापक स्रीधर वेम्बू ने बताया कि तीन दिनों में ट्रैफिक इतना बढ़ा कि साइन-अप 3,000 से सीधा 3.5 लाख तक पहुंच गया! कंपनी को इमरजेंसी आधार पर बैकएंड और सर्वर बढ़ाने पड़े।
वेम्बू बोले— “हम नवंबर में अपडेट रिलीज़ करने वाले थे, लेकिन यूजर्स ने पहले ही हमें 100 गुना ग्रोथ दे दी। अब हमें अगले 100 गुना पीक के लिए तैयारी करनी होगी। जय हिंद!”
सरकार का भी साथ :
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और धर्मेंद्र प्रधान जैसे बड़े नेताओं ने खुलकर स्वदेशी ऐप्स अपनाने की अपील की है। इसके बाद Arattai गूगल प्लेस्टोर के टॉप-10 कम्युनिकेशन ऐप्स में शामिल हो गया।
व्हाट्सएप को रिप्लेस कर पाएगा?
गौरतलब है कि भारत में व्हाट्सएप के 50 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। इसे रिप्लेस करना आसान नहीं। हाइक, वीचैट, टेलीग्राम जैसे दिग्गज भी यहां टिक नहीं पाए। लेकिन Arattai के पास “स्वदेशी पहचान” और “प्राइवेसी ट्रम्प कार्ड” है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर सरकार का समर्थन, टेक्नोलॉजी अपग्रेड और यूजर्स का भरोसा बना रहा, तो आने वाले सालों में व्हाट्सएप को असली टक्कर Arattai से ही मिल सकती है।
वेम्बू की सोच – मुनाफा नहीं, आत्मनिर्भर भारत का मिशन :
विदित है कि Zoho के संस्थापक वेम्बू कहते हैं कि - “अगर हम पब्लिक लिस्टेड कंपनी होते, तो शायद Arattai कभी बन ही नहीं पाता। यह हमारे लिए सिर्फ बिजनेस नहीं, बल्कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने का मिशन है। हम ISRO के वैज्ञानिकों की तरह सादगी से जीते हैं, और रिसर्च-डेवलपमेंट पर निवेश करते हैं।”
अभी Arattai के लिए राह आसान नहीं, लेकिन 100 गुना ग्रोथ और स्वदेशी समर्थन ने इसे व्हाट्सएप का सबसे बड़ा देसी चैलेंजर बना दिया है। उम्मीद है यह व्हाट्सएप जैसे मैसेंजिंग ऐप का अच्छा ऑप्शन बन सकेगा।