विश्व लिवर दिवस 2025: जानें छोटी उम्र में क्यों बढ़ रहा लिवर संबंधित बीमारियों का खतरा, अपनी इन आदतों में करें सुधार और बरते ये सावधानियां?
विश्व लिवर दिवस 2025

स्वास्थ्य: हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए शरीर के सभी अंगों का ठीक तरीके से काम करते रहना बेहद जरूरी है। हालांकि जिस तरह से लगातार हमारी दिनचर्या तथा आहार में गड़बड़ी बढ़ती जा रही है।इसने हमारे सभी अंगों के लिए मुश्किलें काफी बढ़ा दी हैं। हाल के वर्षों की मेडिकल रिपोर्ट्स पर यदि नजर डालें तो हमें पता चलता है कि लिवर से संबंधित बीमारियों के मामले स्वास्थ्य सेवाओं पर काफी अधिक बोझ बढ़ाते जा रहे हैं। 

कम उम्र में ही हो रही हैं लिवर से संबंधित कई बीमारियां:

आपको बता दें कि लिवर हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है जो शरीर के मेटाबोलिज्म को ठीक रखने से लेकर विषैले पदार्थों को बाहर निकालने, पाचन तथा कई अन्य कार्यों को करने में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन आश्चर्यजनक रूप के देखें तो 20 से कम उम्र के युवाओं में भी लिवर से संबंधित बीमारियां तेजी से बढ़ गई हैं। हर साल 19 अप्रैल की तारीख को “विश्व लिवर दिवस” मनाया जाता है ताकि सभी लोगों को लिवर की सेहत के प्रति अधिक से अधिक जागरूक किया जा सके।  

इन आदतों को छोड़कर आप अपने स्वास्थ्य को बना सकते हैं बेहतर:

गौरतलब है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर कम उम्र से ही अपने शरीर के लिवर की सेहत पर ध्यान देना शुरू कर दिया जाए तो इसकी बीमारियों के तमाम खतरे से बचा जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारी कुछ अथवा कई आदतें ऐसी हो गई हैं जो धीरे-धीरे हमारे लिवर को नुकसान पहुंचा रही हैं? इसलिए इनसे तुरंत दूरी बना लेना ही हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।

1)शराब का सेवन हमारे लिवर के लिए बेहद खतरनाक:

आपको बता दें कि अमेरिकन लिवर फाउंडेशन के अनुसार जो लोग नियमित रूप से शराब पीते हैं उनको लिवर से संबंधित समस्याओं जैसे कि फैटी लिवर, हेपेटाइटिस तथा सिरोसिस का खतरा काफी अधिक हो सकता है। थोड़ी मात्रा में भी शराब पीने की आदत लीवर को क्षति पहुंचाने वाली हो सकती है।इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं अपने लिवर को ठीक व स्वस्थ रखने के लिए आपको शराब की आदत से बिल्कुल दूरी बना लेनी चाहिए। शराब नहीं पीने से अपने लिवर को मजबूत किया जा सीता है और बीमारियों के खतरे को करीब 40 फीसदी तक कम किया जा सकता है।

2)खान-पान की गड़बड़ी से भी लिवर की बीमारियों का बढ़ता है जोखिम:

दरअसल हम जो कुछ खाते-पीते हैं उन सबका भी असर हमारी सेहत तथा लिवर पर भी सीधे तौर पर होता है। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि अनहेल्दी डाइट तथा जंक फूड्स की आदत भी हमारे लिवर की सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हो सकती है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की एक रिपोर्ट के अनुसार हाई फ्रक्टोज कॉर्न सिरप, ट्रांस फैट यह अत्यधिक शुगर से भरपूर खाद्य पदार्थ भी नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज का कारण बनते हैं। इसलिए कम उम्र से ही जंक-फास्ट फूड्स से दूरी बनाएं। लिवर को स्वस्थ रखने हेतु बैलेंस्ड डाइट अपनाएं जिसमें हरी सब्ज़ियां, फल, साबुत अनाज तथा हेल्दी फैट्स हों।

3)शारीरिक निष्क्रियता का भी हमारे लिवर पर पड़ता है असर:

गौरतलब है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि हमारे खान-पान के अतिरिक्त हम शारीरिक रूप से कितने एक्टिव रहते हैं, इसका असर भी लिवर की सेहत पर सीधा होता है। वर्ल्ड जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।

दरअसल शारीरिक निष्क्रियता से लिवर में फैट जमा होने लगता है, जिससे इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ती है। यदि आपके दिन का अधिकतर समय बैठे-बैठे ही बीत जाता है तो आपको लिवर की बीमारियों का खतरा ज्यादा हो सकता है। इसलिए लिवर को स्वस्थ रखने के लिए हर दिन कम से कम 30 मिनट तक एक्सरसाइज, जैसे वॉकिंग, योग, साइकिलिंग जरूरी है।

इन सभी बातों का भी रखें ध्यान:

दरअसल लिवर को स्वस्थ रखने के लिए उपर्युक्त बातों के अलावा हमें कुछ और बातों का भी ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है। 

A)स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि जरूरत से ज्यादा अथवा फिर बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयों का सेवन तो बिल्कुल भी न करें। इसके अतिरिक्त दर्द निवारक दवाइयों का अधिक सेवन भी हमारे लिवर को डैमेज कर सकता है।

B)विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हेपेटाइटिस संक्रमण के कारण भी हमारे लिवर की दिक्कतें काफी बढ़ जाती हैं। इससे बचाव के लिए हमें सुरक्षित यौन संबंध समेत नई सुई का प्रयोग एवं समय पर हेपेटाइटिस वैक्सीन लेना बेहद जरूरी है।

C)वहीं एक अध्ययन में पाया गया कि मोटापा भी लिवर में सूजन तथा फैटी डिजीज को बढ़ाता है। इसलिए सबसे अधिक जरूरी है कि आपको अपने शरीर के वजन को हमेशा कंट्रोल में रखना चाहिए।

नोट: संबंधित लेख पाठक की जानकारी तथा जागरूकता को बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। NCR पत्रिका लेख में प्रदत्त जानकारी अथवा सूचना को लेकर किसी प्रकार का दावा नहीं करता है और न ही कोई जिम्मेदारी लेता है। इसलिए उपरोक्त लेख में बताई गई बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

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