छाती में चोट, कर दिया पेट का ऑपरेशन!: परिजनों ने किया हंगामा, प्राइवेट अस्पताल पर लापरवाही के लगाए गंभीर आरोप?
छाती में चोट, कर दिया पेट का ऑपरेशन!

हरियाणा: जिला रोहतक के एक निजी अस्पताल पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगा है जहां एक दुर्घटना में घायल युवक की छाती में चोट होने के बावजूद पेट का ऑपरेशन कर दिया गया। इसके बाद उसे मेदांता अस्पताल रेफर किया गया लेकिन इस दौरान इलाज में हुई गलती और भारी बिल के चलते मरीज की स्थिति और बिगड़ गई। इस पर मरीज के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया और पुलिस को भी बुला लिया।

ऑपरेशन के बाद फिर से खून आने पर गलती का चला पता

सोनीपत जिले के मंडोरी गांव निवासी नवीन ने बताया कि दो दिन पहले उसके भाई संदीप का जसिया के पास एक्सीडेंट हो गया था। एक राहगीर ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया और परिवार को सूचित किया। अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि संदीप के पेट की आंत में समस्या है इसलिए ऑपरेशन करना पड़ेगा। इसके बाद ऑपरेशन किया गया लेकिन जब दोबारा खून बहने लगा तो उसे फिर से ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया और बताया गया कि सब ठीक है।

छाती की जगह गलती से कर दिया गया पेट का ऑपरेशन

इसके बाद डॉक्टरों से यह पता चला कि मरीज की छाती में चोट लगी है और गलती से पेट का ऑपरेशन कर दिया गया। मरीज की स्थिति गंभीर होने के कारण उसे मेदांता अस्पताल रेफर करने की बात कही गई।

गलती के बाद भी अस्पताल वालों ने ले लिए लाखों रुपए

नवीन ने आरोप लगाया कि अस्पताल ने इलाज के नाम पर 1 लाख 97 हजार रुपए का बिल बना दिया। जब वह पैसे देने गए तो डॉक्टरों ने 60 हजार और देने की मांग की और कहा कि जब तक वह अतिरिक्त पैसे नहीं देंगे तब तक मरीज को मेदांता नहीं भेजा जाएगा। परिजनों का कहना है कि ऐसे में अगर मरीज की स्थिति बिगड़ जाती तो इसका जिम्मेदार कौन होता।

मरीज को जबरजस्ती रोकने पर परिजनों ने 112 पर की शिकायत

नवीन ने कहा कि जब अस्पताल ने मरीज को मेदांता भेजने में देरी की तो उन्होंने डायल 112 पर कॉल करके पुलिस को बुलाया। इसके बाद भी अस्पताल ने मरीज को स्ट्रेचर पर 20-25 मिनट तक रखा और एंबुलेंस में चढ़ने की अनुमति नहीं दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो एंबुलेंस को मेदांता के लिए रवाना किया गया।

अस्पताल ने उल्टा परिजनों पर लगाया आरोप

नवीन ने यह भी आरोप लगाया कि जब उसने पुलिस को बुलाया तो अस्पताल ने झूठे आरोप लगाए और कहा कि परिजनों ने मारपीट की। अस्पताल ने पुलिस को कॉल किया और दावा किया कि मरीज के परिवार वालों ने अस्पताल में तोड़फोड़ और हंगामा किया है। लेकिन नवीन ने साफ किया कि अगर उन्होंने मारपीट या तोड़फोड़ की है तो सीसीटीवी फुटेज से यह बात साबित हो जाएगी। उन्होंने पुलिस से जांच की मांग की और कहा कि जो भी दोषी होगा, उसे सजा दी जाए।

फिलहाल मामले की जांच में जुटी पुलिस

अर्बन एस्टेट थाना के जांच अधिकारी वीरेंद्र ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों से शिकायतें प्राप्त हुई हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है। अस्पताल और परिजनों के बीच क्या हुआ? यह जांच के बाद ही साफ होगा। इस मामले में अस्पताल के डॉक्टरों से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया।

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