नोएडा : नोएडा के खिलाड़ियों के लिए बड़ी खबर आयी है। शहर को जल्द ही एक वर्ल्ड क्लास स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स मिलने जा रहा है। सेक्टर-123 में प्रस्तावित 200 करोड़ के इस मेगा प्रोजेक्ट को अब कानपुर स्पोर्ट्स हब मॉडल पर तैयार किया जाएगा। प्राधिकरण की टीम ने हाल ही में कानपुर जाकर ग्राउंड स्टडी की और वहां की सफलता को देखते हुए रि-डिजाइन का फैसला लिया है। सीईओ लोकेश एम के मुताबिक, पहले तैयार डिजाइन में लागत बहुत अधिक आ रही थी। ऐसे में इसे स्मार्ट तरीके से दोबारा तैयार किया जा रहा है। कम लागत, ज्यादा गुणवत्ता और खिलाड़ियों के हितों को ध्यान में रखकर नए सिरे से प्लानिंग होगी।
जानें क्या-क्या बदलेगा? :
गौरतलब है कि पहले यह प्रोजेक्ट दो फेज में बनना था।, इसका कुल अनुमानित खर्च 200 करोड़ रुपए था। अब पहले फेज पर 70 करोड़ रुपए खर्च कर 14.92 एकड़ में पहला हिस्सा तैयार किया जाएगा। एवं दूसरा फेज 11.73 एकड़ में बाद में विकसित होगा।
क्यों चुना गया कानपुर मॉडल? :
जानकारी के अनुसार नोएडा प्राधिकरण ने माना कि पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर कानपुर स्पोर्ट्स हब काफी सफल रहा है। वहाँ कम लागत में शानदार सुविधाएं विकसित की गई हैं। नोएडा में भी वही तरीका अपनाकर इंडोर और आउटडोर खेलों का बेहतरीन कॉम्बिनेशन तैयार किया जाएगा। इससे प्राधिकरण पर आर्थिक बोझ कम होगा, और खिलाड़ियों को इंटरनेशनल लेवल की सुविधा मिलेगी।
ऐसे चलेगा स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का संचालन :
आपको बता दें कि प्राधिकरण स्वयं इसका निर्माण कराएगा। इसके संचालन के लिए आरपीएफ (Request for-Proposal) के जरिए कंपनी को जिम्मेदारी दी जाएगी। ऑपरेटिंग-कंपनी प्राधिकरण को तय राशि देगी एवं विज्ञापन-अधिकारों का एक भाग ऑपरेटिंग-कंपनी के पास रहेगा, वहीं बाकी ऑथोरिटी के पास।
क्या-क्या खेलेंगे खिलाड़ी? :
गौरतलब है कि इस स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में इंडोर स्पोर्ट्स में बैडमिंटन, टेबल टेनिस, कुश्ती, स्क्वाश जैसे खेल खेलने की सुविधा एवं अत्याधुनिक कॉन्फ्रेंस हॉल रहेगा।वहीं आउटडोर स्पोर्ट्स में लॉन-टेनिस, खो-खो, जिम्नास्टिक (लॉन्ग-जंप, हाई-जंप), बॉलीबाल जैसे-खेल के साथ कबड्डी एवं जेवलिन थ्रो और क्रिकेट-ग्राउंड शामिल रहेंगें।
किन खिलाड़ियों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा? :
आपको बता दें कि इस समय नोएडा में सिर्फ सेक्टर-21ए स्टेडियम ही प्रमुख स्पोर्ट्स सेंटर है। लेकिन वहां अत्यधिक भीड़ के चलते खिलाड़ियों को पर्याप्त समय और सुविधाएं नहीं मिल पातीं। नया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनने के बाद विशेष तौर पर सेक्टर-122, पर्थला, सेक्टर-119, सेक्टर-121, सर्फाबाद और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के खिलाड़ियों को जबरदस्त फायदा होगा।
क्या बदल जाएगा नोएडा का स्पोर्ट्स कल्चर? :
स्पोर्ट्स एक्सपर्ट्स का मानना है कि नोएडा में पहली बार इतना बड़ा प्लानिंग आधारित स्पोर्ट्स हब तैयार होने जा रहा है। इससे स्थानीय खिलाड़ियों को नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर आगे बढ़ने का बेहतरीन प्लेटफॉर्म मिलेगा। नोएडा प्राधिकरण की कोशिश है कि इस बार डिजाइन, निर्माण और संचालन में पारदर्शिता हो और काम में देरी न हो।
इस काम्प्लेक्स को कानपुर मॉडल के अनुसार कॉस्ट इफेक्टिव और प्लेयर सेंट्रिक हब बनाना ही लक्ष्य है। अब देखना है कि टेंडर कब जारी होता है और निर्माण कार्य कब से शुरू होता है। फिलहाल नोएडा के खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों में इस प्रोजेक्ट को लेकर जबरदस्त उत्साह है।